महाकाल की सीढ़ी पर थकी-हारी बैठी बुजुर्ग महिला का लोटा-सामान ले गये सुरक्षाकर्मी

समाचार आज @ उज्जैन
श्री महाकालेश्वर में संवेदना शून्य व्यवस्थाओं का खामियाजा मंगलवार 18 जुलाई को एक बुजुर्ग महिला जिसकी उम्र करीब 90 साल से अधिक है, उस महिला को भुगतना पड़ा। ऐसे हालात में हमारी गुहार अब जिम्मेदारो से नहीं बल्कि स्वयं कालाधिपति श्री महाकाल से है, कि हे महाकाल न्याय करना। अपने दर पर बुजुर्ग-असहाय के मान-सम्मान की रक्षा करना।
माताजी का कहना है कि वो पिछले कई बरसों से नियमित दर्शनार्थी हैं। उम्र का तकाजा है और ज्यादा पैदल चल नहीं पाती। मंगलवार को सुबह करीब साढे़ आठ से नौ बजे के बीच वो भगवान श्री महाकाल को जल अर्पित कर महाकाल परिसर से गेट नंबर पांच की ओर जा रही थीं, तभी उनकी सांसे फूल गई। वो सीढि़यों के पास सुस्ताने के लिए बैठ गई्र। इसी बीच कुछ कर्मचारी वहां पहुंचे और उन्हें वहां बैठने से मना किया। उन्होंने कुछ देर सुस्ताने का कहा तो कर्मचारी उनका लोटा और सामान जिसमेें पूजन सामग्री रहती है, वो छीनकर ले गये और हिदायत दे गये कि ये सामान कंट्रोल से आकर ले जाना। बुजुर्ग इससे घबरा गई और रोज आने वाले दर्शनार्थियों से मदद की गुहार लगाने लगी। क्योंकि उन्हें नहीं मालुम था कि कंट्रोल रूम कहां है और वहां से सामान कैसे लायें। साथी दर्शनार्थियों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर जारी किया है साथ ही मंदिर प्रशासन से अपील की है कि उनका सामान लौटा दिया जाये। यहां हम भी भगवान भोलेनाथ से अपील कर रहे हैं कि हे प्रभु कर्मचारियों को सदबुद्धि दो, आपके दरबार में बुजुर्ग-असहाय और सभी भक्तों के मान-सम्मान की रक्षा तो होनी ही चाहिए।