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father-son-day-in-ujjain : उज्जैन में पिता-पुत्र दिवस : संक्रांति पर पुत्र शनिदेव के घर रथ लेकर पहुंचे पिता सूर्यदेव

father-son-day-in-ujjain : नवग्रह शनि मंदिर पर मकर सक्रांति से शुरू अखंड राम चरित मानस का पाठ 22 जनवरी तक चलेगा

father-son-day-in-ujjain : उज्जैन में इस वर्ष पिता-पुत्र दिवस का संदेश लिए सूर्य देव की सवारी निकली जिसे कंधो पर बटुक ब्राह्मण जो शनि के रूप थे राम नाम की गूंज के साथ निकली।सर्व प्रथम 101 बटुक ब्राह्मण ने शनि नव ग्रह मंदिर परिसर में सूर्य नमस्कार कर सूर्य देव का स्वागत किया। जय श्री राम के उदघोष के साथ सूर्य मंदिर में आयोजक अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक योग गुरु कृष्णा मिश्रा ने विधिवत सूर्य देव का पूजन कर सूर्य देव को पालकी में बिठा बटुक ब्राह्मण के साथ रैली राम जय जय श्री राम के जयकारे ढोल ताशे फूलो की तोप से शुरुआत की। सूर्य देव की सवारी त्रिवेणी घाट पहुंची जहा कृष्णा गुरुजी के सानिध्य में आदित्य हृदय स्त्रोत, राम रक्षा स्त्रोत का पाठ किया एवं सवारी मकर राशि शनि भू गर्भ में स्थापित कर पूजन शनि सूर्य के मंत्रो के साथ किया।

पिता-पुत्र के मधुर संबंधों का संदेश देती है सूर्यदेव की सवारी

उसके पश्चात 2024 के 24 पिता पाद पूजन किया गया  आयोजक कृष्णा गुरुजी ने बताया सूर्य देव की सवारी पिता पुत्र के संबंधों में मधुरता बनी रहे इसका संदेश देती है। सूर्य पिता शनि पुत्र के घर मकर राशि में पारस्परिक शत्रुता होते हुए भी एक दूसरे के घर आना जाना बंद नहीं करते यही संदेश को पिता पुत्र दिवस के रूप में मना कर संदेश देते है। समाज को की जिस प्रकार मकर सक्रांति पर्व पर सूर्य का गुड़ शनि का तिल मिला तिल लड्डू के माध्यम से मीठा मीठा बोलने का आवाहन करते आ रहे है पर आज समाज में बोली के साथ रिश्तो में भी मधुरता बनी रहे यह संदेश सूर्य देव की सवारी  देती है।

सूर्य से गहरा संबंध है भगवान श्रीराम का

कृष्णा गुरुजी ने कहा श्री राम का सूर्य भगवान से गहरा रिश्ता है सूर्य की 12 कलाएं श्री राम भगवान के पास  ही थी जो सूर्यवंशी थे। जिनका मंदिर अयोध्या मे वर्षो के तप के बाद पूर्ण हुआ प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी सूर्य जब मकर राशि में ही होगे अंतः यह सूर्य देव की सवारी राम मय है। 101 ब्राह्मण अखंड राम चरित मानस का पाठ सवारी के समाप्ति के बाद शुरू की जिसका संकल्प आचार्या सोम गुरु ने कृष्णा गुरुजी से लिया। जिसकी पूर्ण आहुति अयोध्या राम मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा के बाद पूर्ण होगी।

पुत्र के साथ ज्यादा से ज्यादा संबंध बिताने का संदेश

कृष्णा गुरुजी ने कहा मकर सक्रांति पर मेरा आग्रह है सभी पिता पुत्र से ज्यादा से ज्यादा समय साथ बिताए एवम पिता पुत्र दिवस की मधुरता के साथ मकर सक्रांति पर्व बनाए। शनि नवग्रह मंदिर के प्रधान पंडित शैलेंद्र त्रिवेदी प्रशांत एवं पूरी शनि नव ग्रह समिति मौजूद थी शासन के सहयोग के लिए कृष्णा गुरुजी ने साधुवाद दिया। कार्यक्रम में मुख्य मंत्री के बड़े भाई नारायण यादव, अभय यादव ने कृष्णा गुरुजी से जन्म दिन का आशिर्वाद किया।

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