उज्जैन में द्वारकाधीश के द्वार रंगपंचमी पर होगा रापट रोलिया, दिखेगी वृंदावन की होली की झलक
उज्जैन में द्वारकाधीश मंदिर के बाहर टमाटर, मुल्तानी मिट्टी और फूलों से बने रापटे में खेलेंगे होली,

उज्जैन में रंगपंचमी का त्यौहार 19 मार्च 2025 को मनाया जायेगा। इस दिन द्वारकाधीश गोपाल मंदिर पर मथुरा-वृंदावन की तरह होली खेली जायेगी। मालवा की तर्ज में यहां रापट-रोलिया कार्यक्रम होगा। रापट रोलिया में टमाटर, मुल्तानी मिट्टी और फूलों से बने रापटे (मिश्रण) से उज्जैनवासी होली खेलेंगे।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में एक लोटा केसरिया जल में मनेगी रंगपंचमी
रंगपंचमी 19 मार्च को मालवी रापट रोलिया का आयोजन गोपाल मंदिर पर द्वारकाधीश भगवान श्री कृष्ण के आंगन में सुबह 9 बजे से किया जाएगा जिसमें मथुरा-वृंदावन की तरह शहरवासी होली खेलेंगे । स्वर्णिम भारत मंच के द्वारा नगर गैर का भी स्वागत किया जाएगा। यूं तो शहर में रंगपंचमी पर कई आयोजन होते पर गोपाल मंदिर होने वाले रापट रोलिया का आयोजन कई मायने में अनूठा है ।
40 साल पहले भी होता था यहां भव्य आयोजन
स्वर्णिम भारत मंच के अध्यक्ष दिनेश श्रीवास्तव का कहना हे कि पुराने लोग बताते थे कि 40 साल पहले गोपाल मंदिर होली का भव्य आयोजन होता था लेकिन धीरे धीरे लोग पुराना शहर छोडक़र नए शहर में लोगों आयोजन शुरू कर दिए जिससे भगवान श्री कृष्ण का आंगन सुना हो गया था।
मालवा के रापट रोलिया होली में दिखती है मथुरा-वृंदावन की झलक
स्वर्णिम भारत मंच के प्रयासों से एक दशक पूर्व रंगपंचमी को मालवी रापट रोलिया शुरू किया गया था । बरसो की मेहनत अब साकार होने लगी । अब गोपाल मंदिर पर नगर गैर का समापन होने और उत्साह बढ़ रहा है । शहर वासियों को मथुरा वृंदावन की तरह उज्जैन में भी होली खेलने का आनंद मिलेगा। आयोजन में सिंधिया देवस्थान ट्रस्ट गोपाल मंदिर परिवार का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। गोपाल मंदिर प्रशासक अजय धाकरे ने हर्ष जताया कि रंगपंचमी महोत्सव हम लोग स्वर्णिम भारत मंच के सहयोग से बड़ी धूम धाम से मनाते है।