बांग्लादेशी मिले मथुरा में-90 को पकड़ा, उज्जैन में चला अभियान बेनतीजा
बांग्लादेशी श्रमिकों के वेश में देशभर में फैले हैं, गुजरात-उत्तरप्रदेश में हो चुकी है बड़ी कार्रवाई

उत्तरप्रदेश के मथुरा में शनिवार 17 मई 2025 को पुलिस ने LIU (Local Intelligence Unit) टीम के सहयोग से 90 बांग्लादेशी नागिरकों को पकड़ा है। यह सभी ईंट भट्टे पर मजदूरी कर रहे थे। टीम ने अचानक छापामारा और इन्हें पकड़ लिया। पुलिस और LIU टीम ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ छापेमारी की। पुलिस को 90 बांग्लादेशी मिले। जिनको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। यह नौहझील थाना क्षेत्र का मामला है।
पिछले दिनों केंद्र सरकार के निर्देश पर पूरे देश में बांग्लादेशी नागरिकों और विदेशी नागरिकों के खिलाफ अभियान चल रहा था। मथुरा में नौहझील थाना इलाके में संचालित ईंट भट्टा पर अवैध रूप से भारत में आए बांग्लादेशी मजदूर काम करने की सूचना मिली थी। LIU की टीम बताए गए ईंट भट्टा पर पुलिस शनिवार को पहुंची। जहां बंगलादेशी मजदूर काम करते हुए मिले। इनमें 35 पुरुष, 27 महिला और 28 बच्चे हैं।
4 महीने पहले पहुंचे थे मथुरा, देश में चोरी-छिपे ली एंट्री
दो ईंट भट्टा से पकड़े गए 90 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ कर पुलिस थाना ले आई। जहां उन्होंने पूछताछ में बताया कि वह 4 महीने पहले मथुरा आए थे। इससे पहले वह पड़ोसी राज्य में काम कर रहे थे। यह लोग अवैध रूप से बॉर्डर पार कर भारत आए। जहां से इनको ठेकेदारों के जरिए ईंट भट्टा पर मजदूरी करने के लिए पहुंचा दिया गया। पकड़े गए लोगों के बारे में IB, मिल्ट्री इंटेलिजेंस सहित अन्य एजेंसी को सूचना दे दी गई है उनकी टीम भी पूछताछ कर रही हैं। इनके खिलाफ विभिन्न धारा में मुकद्दमा दर्ज किया जा रहा है।
उज्जैन में भी चला था अभियान, नतीजा नहीं आया
केंद्र सरकार के निर्देश पर पूरे देश में विदेशी नागरिकों के खिलाफ सर्च अभियान चला था। गुजरात और उत्तरप्रदेश में बड़ी संख्या में सामने भी आये थे। उज्जैन में भी पुलिस ने कार्रवाई की थी और उद्योगों में काम कर रहे श्रमिकों की पड़ताल की थी। खासकर बेकरी पर काम करने वाले श्रमिकों की शिनाख्ति का विशेष अभियान चलाया था। दो बेकरी पर दबिश भी दी गई थी। लेकिन नतीजा क्या रहा, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। हालांकि इन बेकरियों पर पुलिस और डीएसबी की संयुक्त टीम को पश्चिम बंगाल के रहवासी जरूर मिले थे। इस गंभीर मुद्दे को अब ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। सराफा बाजार के कारीगरों में भी संभावना जताई गई थी।