अध्यात्म

मंगलनाथ मंदिर को भात पूजा से एक साल में 5 करोड़ की कमाई

मंगलनाथ मंदिर उज्जैन में तमाम पूजा कराने देशभर से आते है दर्शनार्थी

उज्जैन के श्री मंगलनाथ मंदिर को पिछले वित्तीय वर्ष के एक साल में भात पूजन से 5 करोड़ रुपए की आय हुई है। मंगलनाथ मंदिर के प्रशासक के के पाठक द्वारा यह बताया गया कि मंदिर पर होने वाली बात पूजन तथा अन्य पूजनों के लिए काटी जाने वाली शासकीय रसदों तथा मंदिर पर स्थापित भेंट पेटी से 1 अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025 तक कुल 5 करोड़ 8 लाख 63 रुपए की आय मंदिर समिति को प्राप्त हुई है।

सुबह 7 बजे से शुरू हो जाती हैं विभिन्न पूजाएं

मंगलनाथ मंदिर पर भात पूजन करवाने का कार्य प्रात: कालीनआरती के बाद 7 बजे से प्रारंभ होकर दोपहर पश्चात 3.30 बजे तक जितनी शासकीय रसीदें कटती उन यजमानों की भात पूजन विद्ववान पंडितों/आचार्यगणों के द्वारा संपन्न करवाई जाती है। मंदिर के प्रशासक द्वारा यह भी बताया गया कि मंगलनाथ मंदिर पर आने वाले श्रद्धालुओं को शीघ्र एवं सुलभ तरीके से दर्शन की व्यवस्थाएं की गई हैं।

देश विदेश के दर्शनार्थी आते हैं मंदिर पर

मंगलनाथ मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक केके पाठक ने बताया कि शिप्रातट स्थित भगवान श्री मंगलनाथ जी के मंदिर पर प्रदेश ही नहीं अपितु अन्य प्रदेशों के साथ ही साथ देश-विदेश से भी भक्तगण दर्शन पूजन हेतु आते हैं।

मांगलिक दोष के पूजन विशेष स्थान

मंगलनाथ मंदिर पर मांगलिक युवक-युवतियों के मंगल दोष निवारण के लिए भात पूजन का बड़ा महत्व है। भात पूजन करवाने से मांगलिक दोष की निवृत्ति हो जाती है। यहां पर दर्शनार्थियों के अतिरिक्त भात पूजन एवं अन्य पूजनों के लिए भी यजमान आते हैं। जिन यजमानों को मांगलिक दोष होता है उसके निवारण हेतु मंगलनाथ मंदिर पर आकर भात पूजन करवाई जाती है।

यह पूजन होती हैं मंगलनाथ मंदिर पर

मंगलनाथ मंदिर उज्जैन पर भात पूजन के अतिरिक्त अन्य पूजन जैसे- काल सर्प दोष, कुंभ विवाह, अर्क विवाह, श्रापित दोष, चांडाल दोष इत्यादि के निवारण हेतु पूजन किया जाता है। मंदिर के पंडित और आचार्यगणों द्वारा विधान के साथ पूजन करवाई जाती है।

-हरिओम राय

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