मध्यप्रदेश

Spiritual City : उज्जैन बनने जा रही मध्यप्रदेश का पहली स्पिरिचुअल सिटी

Spiritual City : उज्जैन अब वेलनेस और स्पिरिचुअल सेंटर के रूप में विश्वस्तरीय पहचान बनायेगा

Spiritual City : उज्जैन शहर मध्यप्रदेश का पहला स्पिरिचुअल सिटी Spiritual City बनने जा रहा है। शहर में पहली बार स्पिरिचुअल और वेलनेस Wellness समिट का आयोजन करने का निर्णय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट मीटिंग में मंगलवार 3 जून 2025 को लिया गया। मध्यप्रदेश के पचमढ़ी में कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई थी।

बैठक में तय किया गया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की गरिमामय उपस्थिति में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा 5 जून 2025 को उज्जैन में स्पिरिचुअल एंड वेलनेस समिट का आयोजन किया जायेगा। इस समिट का उद्देश्य मध्यप्रदेश को वैश्विक वेलनेस हब के रूप में स्थापित करना तथा उज्जैन को वेलनेस सेक्टर की प्रमुख केंद्रस्थली के रूप में अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाना है। इस आयोजन के माध्यम से योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा, जनजागरूकता, आध्यात्मिकता तथा वेलनेस आधारित उद्योगों में निवेश और सहयोग को प्रोत्साहित करने पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा। साथ ही, लगभग 300 ऐसे प्रतिभागी भी आएंगे जो शहर में अपने-अपने केंद्र स्थापित करने के लिए मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे।

योगी बालकृष्ण, स्वामी चिन्मयानंद सहित कई नामी हस्तियां करेंगे विचार साझा

भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन अब वेलनेस और स्पिरिचुअल सेंटर के रूप में विश्वस्तरीय पहचान स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रयासों से प्रदेश की पहली स्पिरिचुअल और वेलनेस समिट 5 जून को होटल अंजुश्री में आयोजित की जा रही है। इसमें स्वामी चिन्मयानंद जी महाराज, पतंजलि ट्रस्ट से योगी बालकृष्ण, शतायु आयुर्वेद, सॉलिटेयर वेलनेस, आकार वेलनेस, आयुष ग्राम, हार्टफुलनेस और विचार मंथन जैसे संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। ये विशेषज्ञ उज्जैन में वेलनेस और अध्यात्म के माध्यम से एक नई इंडस्ट्री खड़ी करने पर विचार साझा करेंगे।

प्रदेश में पहली बार वेलनेस इंडस्ट्री को बढ़ावा देने की पहल

एमपीआईडीसी के माध्यम से इस आयोजन में उज्जैन को धार्मिक और ऐतिहासिक नगरी के साथ-साथ एक सशक्त आध्यात्मिक हब बनाने पर जोर दिया जाएगा। इस समिट में देश के प्रतिष्ठित आध्यात्मिक मार्गदर्शक, नीति निर्माता, आयुर्वेद, योग और जीवनशैली विशेषज्ञ भाग लेंगे। अब तक प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए इन्वेस्टर समिट का आयोजन होता रहा है, लेकिन यह पहली बार है जब स्पिरिचुअल और वेलनेस क्षेत्र में विकास व निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से समिट का आयोजन किया जा रहा है।

वेलनेस सेक्टर के विभिन्न विषयों पर होगी चर्चा

समिट में वेलनेस सेक्टर के विकास, नीति-निर्माण, सार्वजनिक-निजी भागीदारी, सस्टेनेबल वेलनेस इन्फ्रास्ट्रक्चर और निवेश संभावनाओं पर आधारित उच्चस्तरीय पैनल चर्चाएं होंगी। सत्र की शुरुआत “आईडयटिंग द पार्टनरशिप मॉडल” विषय पर पैनल चर्चा के साथ होगी। जिसमें विषय-विशेषज्ञ अपनी बात रखेंगे। कैसे नीतियाँ वेलनेस उद्योग को निवेश और सहयोग के लिए प्रेरित कर सकती हैं पर यह सत्र वेलनेस इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने, गुणवत्ता मानकों को बेहतर बनाने और विशेष रूप से वंचित क्षेत्रों में सेवाओं की पहुंच बढ़ाने में सहायक होगी। इसके पश्चात वेलनेस इकोसिस्टम और वर्कफोर्स डेव्लपमेंट पर पैनल चर्चा आयोजित की जाएगी, जहां विशेषज्ञ पारंपरिक औषधीय प्रणालियों के समावेश, अनुसंधान में निवेश की आवश्यकता और आधुनिक चिकित्सा के साथ तालमेल जैसे पहलुओं पर प्रकाश डालेंगे। साथ ही एक विशेष फायरसाइड चैट सत्र वेलनेस के लिए एक नई सोच विषय पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ संवाद भी प्रस्तावित है। यह समिट मध्यप्रदेश को भारत एवं विश्व के वेलनेस मानचित्र पर स्थापित करने, वेलनेस क्षेत्र में नीति, नवाचार और निवेश के त्रिसूत्रीय मार्गदर्शन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

महाकाल सवारी के 111 चित्रों को एक पेंटिंग में शामिल किया उज्जैन के बच्चे ने

Related Articles

Back to top button