मध्यप्रदेश

Spiritual and Wellness Summit 2025 में 1950 करोड़ रुपए निवेश प्रस्ताव

Spiritual and Wellness Summit 2025 को मिला मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का प्रोत्साहन

Spiritual and Wellness Summit 2025 : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत को योगआयुर्वेद और आध्यात्मिकता के माध्यम से वैश्विक वेलनेस हब के रूप में प्रस्तुत करने की जो पहल की हैउनके Heal in India और  Lifestyle for Environment (LiFE)  जैसे संकल्पनात्मक विचार आज वैश्विक स्तर पर भारत की सॉफ्ट पावर को स्थापित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में हम ‘विकसित भारत’ की परिकल्पना को साकार करने हेतु मध्यप्रदेश को समग्र जीवनशैली और वेलनेस नवाचार का केंद्र बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

हॉस्पिटैलिटी, स्वास्थ्य एवं आध्यात्मिकता से जुड़े 300 से अधिक प्रतिनिधि शामिल

गुरुवार 05 जून 2025 को उज्जैन, महाकाल की पावन नगरी में आयोजित स्पिरिचुअल एंड वेलनेस समिट वेलनेस, हॉस्पिटैलिटी, स्वास्थ्य एवं आध्यात्मिकता से जुड़े 300 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए है। समिट में आध्यात्मिक योग गुरु, हेल्थ, वेलनेस टूरिज्म प्रोवाइडर्स, निवेशक, हॉस्पिटैलिटी, आयुष मंत्रालय एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, समूहों एवं नीति-निर्माताओं की सक्रिय सहभागिता रही। इस कार्यक्रम में 2 पैनल डिस्कशन सत्र आयोजित किए गए, जिसमें वेलनेस इन्फ्रास्ट्रक्चर, सिंहस्थ एवं मेडिकल टूरिज्म आधारित वेलनेस सेंटर्स पर परिचर्चा की गई। साथ ही वेलनेस सेक्टर में रोजग़ार और क्षमता निर्माण को बल देने पर विचार विमर्श किया गया। मुख्य सत्र वेलनेस विज़निंग सेशन में प्रदेश की वेलनेस सेक्टर हेतु रोडमैप प्रस्तुत किया गया, जिसमें आध्यात्म, वेलनेस ज़ोन डिवेलपमेंट, स्किलिंग, साझा की गई।

निवेश के साथ ही एमओयू पर भी हस्ताक्षर

लीजऱ होटल्स के मुकुंद प्रसाद, शतायु आयुर्वेद योग रिट्रीट के मृत्युंजय स्वामी और भंडारी ग्रुप के विनोद भंडारी ने मध्यप्रदेश में निवेश हेतु दृष्टिकोण प्रस्तुत किए और मध्यप्रदेश को वेलनेस निवेश का उपयुक्त गंतव्य बताया। परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश के स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने आध्यात्मिक संबोधन दिया और प्रदेश मे अपना केंद्र स्थापित करने हेतु राज्य सरकार को आशय पत्र (एलओआई) प्रदान किया। कार्यक्रम में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च अहमदाबाद एवं मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौता के तहत नाइपर नॉलेज पार्टनर के रूप में उज्जैन मेडिकल डिवाइस पार्क को तकनीकी और शैक्षणिक रूप से सशक्त बनाएगा एवं मेडिकल डिवाइस पार्क टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एवं प्रमाणीकरण हब के रूप में विकसित हो सकेगा ।

वन-टू-वन बैठकें भी चलीं

इस समिट के माध्यम से 13 प्रमुख वन-टू-वन बैठकें आयोजित हुईं, जिनमें लीजऱ होटल्स, शथायु आयुर्वेद योग रिट्रीट, संथिगिरी आश्रम, ईरा कैंप्स, सीएचएल हॉस्पिटल, रॉयल ऑर्चिड, संथिगिरी आश्रम, मेफेयर ट्रैवल्स / कांसुलेट -नीदरलैंड्स, भंडारी ग्रुप, जिंदल ग्रुप आदि शामिल हुए। इन बैठकों में निवेश की प्राथमिकताएँ, ज़मीनी आवश्यकताएँ और समर्थन नीतियों पर गहन संवाद हुआ। कुल निवेश अभिरुचि लगभग 1950 करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए।

समिट में प्रमुख निवेश प्रस्ताव

समिट में भंडारी ग्रुप से 984 करोड़, अमलतास गुप से 400 करोड़, सीएचएल हॉस्पीटल ग्रुप से 200 करोड़, लेटेन्ट डेवकॉन और लाभम ग्रुप से 100-100 करोड़, शथायु आयुर्वेद से 75 करोड़, रॉयल ऑर्किड होटल से 50 करोड़, शांतिगिरी आश्रम और सनसेट डेजर्ट कैंप से 10-10 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इसके अलावा एरा हॉस्पीटेलिटी, लीजर होटल्स ग्रुप, ट्रेवलपैक, मेफेयर ट्रेवल्स, जिंदल नेचुरोकेयर इंस्टिट्यूट आदि ने भी निवेश हेतु रूचि दिखायी।

यह संवाद नहीं परिवर्तनकारी पहल-सीएम यादव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह समिट केवल संवाद नहीं, बल्कि एक परिवर्तनकारी पहल रही, जहाँ नीति, निवेश, आध्यात्मिकता और समाज कल्याण का संगम हुआ। मध्यप्रदेश ने आज यह स्पष्ट किया कि वह भारत के वेलनेस मिशन का नेतृत्व करने को तत्पर है। एक ऐसा राज्य जो आध्यात्मिक शक्ति के साथ आर्थिक दृष्टि से भी वेलनेस सेक्टर का ग्लोबल इंजन बन सकता है। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकसित भारत की ओर अग्रसर है, और मध्यप्रदेश वेलनेस, हॉस्पिटैलिटी और आध्यात्मिक पर्यटन के क्षेत्र में एक भरोसेमंद, तेज़ी से उभरता हुआ और निवेश के लिए आदर्श राज्य बनकर सामने आया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज की समिट में मैंने सभी वेलनेस एवं हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र के प्रतिभागियों से प्रदेश में भागीदारी का आग्रह किया है। उन्हें आश्वस्त किया गया कि मध्यप्रदेश स्पष्ट नीति, सक्षम प्रशासन और मजबूत नेतृत्व के साथ हर निवेशक को स्थायित्व और सफलता की गारंटी देता है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सभी को आमंत्रित करते हुए कहा कि वे मध्यप्रदेश आएं, उज्जैन से शुरुआत करें, और भारत को विश्वगुरु बनाने की यात्रा में हमारे भागीदार बनें।

समिट के दौरान वेलनेस क्षेत्र के निवेशकों से सीएम की वन टू वन चर्चा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में स्पिरिचुअल और वेलनेस समिट के दौरान वेलनेस क्षेत्र के निवेशकों से वन टू वन चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों को मध्य प्रदेश में निवेश के लिए खुले दिल से आमंत्रित किया और राज्य की अनुकूल निवेश नीतियों पर प्रकाश डाला। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेशकों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। सभी निवेशकों ने मध्यप्रदेश की निवेश अनुकून और प्रगतिशील नीतियों की सराहना की और प्रदेश में निवेश के लिए संकल्प लिया।

Spiritual City : उज्जैन बनने जा रही मध्यप्रदेश का पहली स्पिरिचुअल सिटी

इन उद्योगपतियों व प्रमुख हस्तियों से सीएम ने की चर्चा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव से अरबिंदो हॉस्पिटल ग्रुप के चेयरमैन डॉ. विनोद भंडारी, लीजर होटल्स ग्रुप के डायरेक्टर मुकुंद प्रसाद, शतायु आयुर्वेद के सीईओ और एमडी डॉ. मृत्युंजय स्वामी, मेफ़ेयर ट्रैवल्स के एमडी शरद थडानी, लाभम गुप के डायरेक्टर युगांश सोनी, शांतिगिरी आश्रम के जोनल हेड स्वामी चितासुधन ज्ञान तपस्वी, रॉयल ऑर्किड होटल के डायरेक्टर सुदीप रॉय, एरा हॉस्पिटैलिटी के संस्थापक शिवंदर सिंह, सीएचएल हॉस्पिटल ग्रुप के डायरेक्टर राजुल भार्गव, लेटेन्ट डेवकॉन के डायरेक्टर देवांग कपाडिया, जिंदल नेचरक्योर इंस्टीट्यूट के चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर सुधीर एम.वी., ट्रैवलपैक के चेयरमैन श्री अशोक पटेल, हार्टफुलनेस इंटरफेथ प्रोग्राम्स एंड इवेंट के डायरेक्टर त्रिलोचन चावला और सनसेट डेजर्ट कैंप के सीईओ और एमडी हितेश्वर सिंह सिसौदिया ने भेंट की।

– हरिओम राय

Related Articles

Back to top button