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मोहर्रम जुलूस में हंगामा: घोड़ा गलत रूट पर जाने से पुलिस का लाठीचार्ज, 16 पर FIR

मोहर्रम जुलूस में लोगों ने बैरिकेड्स गिरा दिए, दो पुलिसकर्मी घायल


उज्जैन: रविवार तड़के उज्जैन में मोहर्रम जुलूस moharram procession के दौरान बेगम बाग का घोड़ा गलत रूट पर जाने को लेकर हंगामा हो गया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस घटना में दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और पुलिस ने इरफान लाला समेत 16 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। यह घटना रविवार अल सुबह करीब साढ़े तीन बजे की है। जानकारी के अनुसार, मोहर्रम के जुलूस में शामिल बेगम बाग के घोड़े को कुछ लोग तय रूट से हटाकर गलत दिशा में ले जाने की कोशिश कर रहे थे। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया।

पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि कुछ लोग घोड़े को तय मार्ग खजूर वाली मस्जिद से निकास चौराहा की ओर ले जाने की बजाय अब अब्दाल पुरा की ओर ले जा रहे थे इसके लिए उन्होंने बैरिकेट्स भी हटा दिए। घोड़े को ले जा रहे लोगों ने बैरिकेड्स गिरा दिए, तो पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। बैरिकेड्स गिरने से दो पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। एसपी शर्मा ने यह भी बताया कि मोहर्रम के जुलूस से पहले मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों के साथ दो बार बैठक की गई थी। इन बैठकों में सभी को निर्धारित रूट पर चलने की हिदायत दी गई थी, ताकि व्यवस्था बनी रहे। यह रूट सबकी सहमति से तय किया गया था। एसपी शर्मा ने कहा कि आयोजक के खिलाफ गलत दिशा में जाना, लोक सेवक के आदेश का पालन नहीं करने, लोक सेवक का काम रोकना सहित चार धाराएं 191,192, 132 और 128 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने जब हल्का बल प्रयोग किया तो आयोजक वहां पर अपना घोड़ा ताजिया छोड़कर भाग गए।

मोहर्रम जुलूस: 650 पुलिसकर्मी और ड्रोन से निगरानी, ‘या हुसैन’ की सदाओं से गूंजा शहर

रविवार को शहर में मोहर्रम का जुलूस पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ निकला, जिसमें ‘या हुसैन’ की सदाएं पूरे शहर में गूंज उठीं। इस भव्य जुलूस की सुरक्षा व्यवस्था के लिए 650 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे, और ड्रोन कैमरों से भी लगातार निगरानी की गई। यह जुलूस गीता कॉलोनी स्थित बड़े साब के इमामबाड़े से शुरू हुआ और विभिन्न प्रमुख मार्गों से होकर गुजरा। जुलूस का मार्ग निकास चौराहा, नई सड़क, फव्वारा चौक, दौलतगंज, तोपखाना, लोहे का पुल, गुदरी चौराहा, पटनी बाजार, गोपाल मंदिर और कमरी मार्ग होते हुए वापस इमामबाड़े पर समाप्त हुआ। सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के बीच, पुलिस ने सुनिश्चित किया कि जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो, हालांकि बेगम बाग घोड़े वाली घटना को छोड़कर अधिकांशतः शांति बनी रही।

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