महाकाल मंदिर में डेढ़ माह तक चलेंगे सांस्कृतिक आयोजन, श्रावण-भादौ में उज्जैन जिले के अफसरों की छुट्टियां कैंसिल
महाकाल में श्रावण महोत्सव के अलावा महाकाल लोक में रोज देशभर के ख्यात कलाकार देंगे प्रस्तुति

उज्जैन, मध्य प्रदेश: श्रावण मास में बाबा महाकाल के भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है! इस बार महाकाल मंदिर में न केवल श्रावण महोत्सव धूम मचाएगा, बल्कि महाकाल लोक में भी रोजाना देश भर के प्रख्यात कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। इसके साथ ही, श्रावण और भादौ मास में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए, उज्जैन जिले के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
डेढ़ माह चलेगा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भव्य आयोजन
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा श्रावण महोत्सव 2025 के तहत पहली बार डेढ़ महीने तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। ये भव्य कार्यक्रम 13 जुलाई 2025 से 16 अगस्त 2025 तक महाकाल लोक स्थित सप्त ऋषि प्रतिमा के पास आयोजित होंगे। मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि शनिवार और सोमवार को छोड़कर, शेष सभी दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ऐसा पहली बार हो रहा है कि श्रावण मास और भादौ के दो सप्ताह तक लगातार प्रस्तुतियां होंगी, जिसमें देशभर के अपनी-अपनी विद्याओं में पारंगत कलाकार प्रस्तुति देंगे। सप्त ऋषि प्रतिमाओं के पास मंच बनकर तैयार हो चुका है और अब 13 जुलाई 2025 से इसकी शुरुआत होगी। ये कार्यक्रम शाम 6 बजे से करीब एक घंटे तक चलेंगे और इस दौरान तीन प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी। इसके अतिरिक्त, प्रतिवर्षानुसार प्रत्येक शनिवार को महाकाल मंदिर समिति और त्रिवेणी संग्रहालय में भी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी।
श्रावण महोत्सव: ये कलाकार देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुति
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा श्रावण महोत्सव 2025 के लिए चयनित कलाकारों की सूची जारी कर दी गई है। यह भव्य कार्यक्रम 12 जुलाई से 17 अगस्त 2025 तक त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम का समय प्रतिदिन शाम सात बजे से रहेगा। इस महोत्सव में देशभर के ख्याति प्राप्त कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे, जिससे धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी उज्जैन में कला का अनूठा संगम देखने को मिलेगा।
प्रस्तुति देने वाले प्रमुख कलाकार:
- 12 जुलाई: शास्त्रीय गायन (ध्रुपद) – श्री चिन्तन उपाध्याय, वड़ोदरा; तालवाद्य कचहरी – पं. विष्णु नारायण भातखंडे कला संस्थान, उज्जैन (डॉ. सतीश गोधरवाल); समूह कथक – कार्तिक कला अकादमी, इंदौर (निदेशिका सुश्री सुचित्रा हरमलकर)।
- 19 जुलाई: बांसुरी वादन – ऋषिकेश मजूमदार, मुंबई; शास्त्रीय गायन – गौतम काले, इंदौर (विशेष आमंत्रित); समूह कथक – शिक्षा डांस अकादमी, ग्वालियर (निदेशिका सुश्री शिखा सोनी)।
- 26 जुलाई: शास्त्रीय गायन (ध्रुपद) – डॉ. जयंत खोत, लखनऊ; हवाईन गिटार – डॉ. सुनील पागनी, ग्वालियर; ओडिसी नृत्य – पद्मश्री सुश्री गीता मलिक, नई दिल्ली।
- 2 अगस्त: सरोद वादन – विवेक नवरे, खैरागढ़; सत्रीया नृत्य – सुश्री उषा रानी वैश्य एवं जाधव बोरा, गुवाहाटी; एकल कथक – सुश्री उर्वशी कुशवाहा, उज्जैन।
- 9 अगस्त: शास्त्रीय गायन – सुश्री अद्रीजा बासु, कोलकाता; सितार वादन – शुभाकर हजारिका, गुवाहाटी; कुचिपुड़ी नृत्य – पद्मश्री गुरु जयराम राव व समूह, नई दिल्ली।
- 17 अगस्त: शास्त्रीय गायन – मंदार वालुस्कर, उज्जैन; बांसुरी वादन – सुरेन्द्र स्वर्णकार, उज्जैन; कथक नृत्य – सुश्री रेणुका देशपांडे, उज्जैन।
श्रावण-भादौ में उज्जैन जिला अधिकारियों की छुट्टियां रद्द
श्रावण और भादौ माह में श्री महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और भगवान की निकलने वाली सवारी की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए उज्जैन कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने अधिकारियों-कर्मचारियों की छुट्टी पर रोक लगा दी है। यह रोक 11 जुलाई से 20 अगस्त तक प्रभावी रहेगी। कलेक्टर ने पूर्व से स्वीकृत सभी प्रकार के अवकाश भी तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिए हैं। कलेक्टर ने बताया कि शनिवार और रविवार सहित अन्य सरकारी अवकाश के दिनों में भी सभी अधिकारियों को जिला मुख्यालय पर रहने के आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अत्यंत विशेष परिस्थितियों में ही किसी अधिकारी का अवकाश स्वीकृत किया जाएगा। यह फैसला लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है, ताकि महाकाल में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रहें।