
उज्जैन। श्रावण मास के पावन अवसर पर, श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति ने पैदल चलकर उज्जैन आ रहे कावड़ यात्रियों के लिए एक विशेष पहल की है। इंदौर रोड पर त्रिवेणी शनि मंदिर के पास एक अस्थाई अन्नक्षेत्र स्थापित किया गया है, जहाँ प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक कावड़ यात्रियों को निःशुल्क भोजन कराया जा रहा है। यह व्यवस्था श्री महाकाल मंदिर अन्नक्षेत्र द्वारा संचालित की जा रही है।
महाकाल के भोग के बाद कावड़ यात्रियों को भोजन
मंदिर समिति द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, यह भोजन श्री महाकाल मंदिर के अपने अन्नक्षेत्र में तैयार किया जाता है। भगवान महाकाल को भोग लगाने के बाद, तैयार भोजन को विशेष वाहनों के जरिए इंदौर-उज्जैन मार्ग स्थित मधुश्री होटल के पास स्थापित इस अस्थायी स्टॉल तक पहुँचाया जाता है। कावड़ यात्रियों को सूखी सब्जी, पूरी और एक मीठा व्यंजन परोसा जा रहा है। इसके साथ ही, सोमवार को व्रत रखने वाले शिव भक्तों के लिए फलाहारी खिचड़ी और चिप्स की भी व्यवस्था की गई है।
बरसों पुरानी है अन्नक्षेत्र की परंपरा
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति वर्ष 2004 से लगातार निःशुल्क अन्नक्षेत्र का संचालन कर रही है, जिसके तहत महाकालेश्वर भगवान के दर्शन करने आने वाले सभी भक्तों को निःशुल्क भोजन प्रसादी उपलब्ध कराई जाती है। मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों के लिए अन्नक्षेत्र के भोजन हेतु कूपन श्री महाकालेश्वर मंदिर के निर्गम द्वार और श्री महाकाल महालोक में सप्तऋषि प्रतिमा के पास स्थित काउंटरों से प्राप्त किए जा सकते हैं। कूपन मिलने के बाद श्रद्धालु त्रिवेणी संग्रहालय द्वार पर पार्किंग के पास स्थित अन्नक्षेत्र में भोजन ग्रहण कर सकते हैं।
दान से चलता है पुण्य का यह कार्य
श्री महाकालेश्वर मंदिर की सभी व्यवस्थाएं श्रद्धालुओं के दान के माध्यम से ही संचालित होती हैं। निःशुल्क अन्नक्षेत्र में भी दानदाता अपने प्रियजनों के जन्मदिन, पुण्यतिथि या विवाह वर्षगाँठ जैसे विशेष अवसरों पर एक समय के भोजन प्रसाद के लिए 25 हजार रुपये की राशि दान कर सकते हैं। यदि कोई पूरे दिन (सुबह और शाम दोनों समय) के भोजन प्रसादी की व्यवस्था करना चाहता है, तो उसे मंदिर कोष में 51 हजार रुपये जमा करने होते हैं। इसके अलावा, श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित चिंतामण जवासिया स्थित श्री महाकालेश्वर गौशाला, श्री महाकालेश्वर वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान और मंदिर चिकित्सा इकाई जैसे अन्य प्रकल्पों में भी अपनी श्रद्धा अनुसार दान कर सकते हैं।
पहले सोमवार को 10 हजार से अधिक ने किया फलाहार
मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि श्रावण मास के प्रथम सोमवार, 14 जुलाई 2025 को अन्नक्षेत्र में विशेष फलाहार का वितरण किया गया। इसमें लगभग 10 क्विंटल साबूदाने की खिचड़ी, आमटी, चिप्स और साबूदाने की खीर तैयार की गई थी। श्रावण के पहले सोमवार को 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं और कावड़ यात्रियों ने इस फलाहार का प्रसाद ग्रहण किया, जो मंदिर समिति के इस सेवा भाव का एक बड़ा प्रमाण है।