सिंहस्थ से पहले इंदौर-उज्जैन के लिए नया जाम-रहित वैकल्पिक मार्ग, सीधे एमआर 10 पहुंचाएगा
सिंहस्थ में भीड़ के दबाव को देखते हुए इंदौर प्रशासन कर रहा तैयारी

उज्जैन और इंदौर के बीच यात्रा करने वालों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। सिंहस्थ 2028 से पहले, इंदौर प्रशासन उज्जैन-इंदौर रोड पर लगने वाले जाम से निपटने के लिए एक नया और सुविधाजनक वैकल्पिक मार्ग तैयार कर रहा है। यह नया रास्ता उज्जैन से देवास रोड पर बोलासा गांव से शुरू होकर इंदौर के चंद्रगुप्त मौर्य चौराहा (MR-10) तक पहुंचेगा।
यह नया मार्ग लगभग 60 किलोमीटर लंबा होगा और मौजूदा उज्जैन से देवास मार्ग पर चंदेसरा के आगे बोलासा गांव से इंदौर पहुंचाएगा। इसका उद्देश्य वाहनों के दबाव को कम करना और यात्रियों को सुविधाजनक रूप से इंदौर तक पहुंचने में मदद करना है।
- कहां से कहां तक: यह मार्ग इंदौर के चंद्रगुप्त मौर्य चौराहे से शुरू होकर भांग्या-शकरखेड़ी मार्ग, जस्सा, कराडिया, बजरंग पालिया, धनखेड़ी, मुंडला हुसैन, शाहना, गुरान, जामोदी, सिमरोड और हिरली होते हुए देवास-उज्जैन रोड पर चंदेसरा के पास बोलासा गांव में मिलेगा।
- सड़क की लंबाई: इंदौर से बोलासा तक 40 किलोमीटर लंबी यह सड़क टू-लेन होगी। इसके लिए 140 करोड़ रुपए का DPR डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार हो चुका है।
- चौड़ाई और सुविधाएं: इस 30 फीट चौड़ी सड़क पर कैरिज-वे और फुटपाथ भी बनाए जाएंगे, जिससे यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
सिंहस्थ 2028 के लिए बड़ी राहत
वर्तमान में, उज्जैन-इंदौर रोड पर आम दिनों में 35 से 40 हजार वाहन चलते हैं, जो सावन के दौरान बढ़कर 70 से 80 हजार हो जाते हैं। सिंहस्थ के दौरान यह संख्या एक लाख से भी ज्यादा होने की उम्मीद है। ऐसे में, यह नया मार्ग सिंहस्थ में आने वाले श्रद्धालुओं और अन्य यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा।
मौजूदा रोड को भी किया जा रहा है सिक्स-लेन
इसके साथ ही, मौजूदा इंदौर-उज्जैन रोड को भी 650 करोड़ रुपए की लागत से सिक्स-लेन में बदला जा रहा है। इस प्रोजेक्ट का लगभग 22% काम पूरा हो चुका है और इसकी डेडलाइन जनवरी 2027 है। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह से इस नए वैकल्पिक मार्ग की स्वीकृति जल्द देने का अनुरोध किया है। यह परियोजना उज्जैन और इंदौर के बीच कनेक्टिविटी को और भी बेहतर बनाएगी।