
उज्जैन। विभिन्न शोधों के आधार पर स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ रोचक और महत्वपूर्ण जानकारियाँ शहर के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. विजय गर्ग ने साझा की हैं, ताकि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो सकें।
स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ खास बातें
- पैदल चलना है फायदेमंद: दुनिया की मशहूर मेडिकल पत्रिका ‘लैंसेट’ के अनुसार, 61 अध्ययनों में 2 लाख 25 हज़ार लोगों पर किए गए शोध से यह निष्कर्ष निकला है कि यदि आप रोज़ 2,000 से 4,000 कदम पैदल चलते हैं, तो दिल का दौरा, ब्लड शुगर, डिप्रेशन, लकवा, ब्लड प्रेशर और डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारियों के जोखिम को 35% तक कम कर सकते हैं। अगर आप रोज़ 7,000 कदम चलते हैं, तो यह जोखिम 47% तक कम हो सकता है। 7,000 से ज़्यादा कदम चलने पर लाभ में बहुत ज़्यादा बढ़ोतरी नहीं होती।
- माथे पर ज़्यादा झुर्रियां, ज़्यादा दिल की बीमारी: यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी के सम्मेलन में हुए शोध के अनुसार, जिन लोगों के माथे पर झुर्रियां ज़्यादा होती हैं, उन्हें दिल की बीमारियों का खतरा भी उतना ही ज़्यादा होता है।
- कम बाल, ज़्यादा खतरा: यह भी पाया गया है कि जिन लोगों के सिर पर बाल कम होते हैं, उनमें दिल की बीमारी का खतरा अधिक होता है।
- सही ब्लड प्रेशर का फायदा: डॉ. गर्ग के अनुसार, अगर 33 साल की उम्र में आपका ब्लड प्रेशर 120/80 है, तो आप ब्लड प्रेशर से होने वाली बीमारियों से 35% तक बच सकते हैं।
- ईसीजी से पता चलता है दिल की स्थिति: शोधकर्ता डॉ. वेलन ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने के बाद पहले 7 घंटों के भीतर निकाला गया ईसीजी बिना एंजियोग्राफी के यह बता सकता है कि दिल की कितनी धमनियों में रुकावट है और दिल का दौरा कितना खतरनाक था।
- बिना ऑपरेशन के बदले जा रहे हैं दिल के वाल्व: अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के जर्नल के निष्कर्ष के मुताबिक, अब बिना ऑपरेशन के भी दिल की वाल्व से जुड़ी बीमारियों में वाल्व को ‘बलून’ की मदद से बदला जा रहा है।
- कार्डियक एमआरआई से संपूर्ण जानकारी: दिल की जन्मजात बीमारियाँ, हृदय की मांसपेशियों की बीमारियाँ और दिल के दौरे के बाद हुए खतरे का पता कार्डियक एमआरआई से पूरी तरह लगाया जा सकता है।
- कैल्शियम अनुपात से जाँच: दिल की बीमारी की जाँच करने या यह पता लगाने का एक आसान तरीका है कि किसी बीमार व्यक्ति को दवा की ज़रूरत है या नहीं, हृदय धमनियों में कैल्शियम का अनुपात जाँच करना। यह जाँच बिना किसी नुकसान के कम समय में हो जाती है।