नगर निगम विशेष सम्मेलन में हंगामा: पार्षद के आरोपों से गरमाई सियासत, 7 प्रस्ताव पास

उज्जैन। उज्जैन नगर निगम का विशेष सम्मेलन सोमवार को 7 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर सहमति के साथ संपन्न हुआ। लेकिन सम्मेलन की समाप्ति के बाद एक नया विवाद खड़ा हो गया, जिसने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी। भाजपा पार्षद नीलम कालरा ने कांग्रेस पार्षदों पर ‘वंदे मातरम’ और ‘जन गण मन’ का अपमान करने का आरोप लगाया, जिसके बाद सदन का माहौल गर्मा गया।
सदन में राष्ट्रगीत पर बवाल
यह विवाद तब शुरू हुआ जब विशेष सम्मेलन खत्म होने पर राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान का गायन हुआ। नीलम कालरा ने तुरंत मीडिया को बुलाकर आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ पार्षदों ने गायन में हिस्सा नहीं लिया और ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्री महाकाल’ भी नहीं बोला।
हालांकि, कुछ ही देर बाद एक नाटकीय मोड़ आया। नीलम कालरा निगम अध्यक्ष की आसंदी के पास जाकर रोने लगीं और कहा कि मीडिया ने उनसे बयान लिया है, जिसे रुकवाया जाए। तब तक यह खबर जंगल में आग की तरह फैल चुकी थी।
इस पर पलटवार करते हुए नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने कहा कि कांग्रेस 200 साल से वंदे मातरम का सम्मान कर रही है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कुछ पार्षदों ने चूक की हो, लेकिन इस तरह का आरोप लगाना अनुचित है।
विशेष सम्मेलन में विकास के इन प्रस्तावों पर लगी मुहर
निगम अध्यक्ष कलावती यादव की अध्यक्षता में हुए इस विशेष सम्मेलन में विकास से जुड़े 7 प्रस्तावों पर गहन चर्चा हुई और उन्हें सर्वसम्मति से मंजूरी दी गई।
- शौचालय का कायाकल्प: दूधतलाई सुदामा मार्केट के पीछे स्थित पुराने सुलभ शौचालय को तोड़कर नया और बेहतर बनाने का प्रस्ताव पास हुआ।
- कर्मचारियों का हित: सरकारी कर्मचारियों की मृत्यु पर मिलने वाली अनुग्रह राशि और आउटसोर्स कर्मचारियों व उनके परिवारों को बीमा का लाभ देने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। अपर आयुक्त संतोष टैगोर ने इस योजना के लिए नोडल अधिकारी बनाने की बात कही।
- गोपाल मंदिर का कॉम्प्लेक्स: गोपाल मंदिर और रीगल टॉकीज की जमीन पर एक बहुमंजिला कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाने का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ। इसमें 96 वाहनों की पार्किंग और 35 दुकानें होंगी। इस चौराहे पर श्री कृष्ण, बांसुरी और मोरपंख की आकृति भी बनाई जाएगी।
- दो महत्वपूर्ण मार्गों का चौड़ीकरण:
- गदा पुलिया से लालपुल ब्रिज तक: ₹22.26 करोड़ की लागत से इस मार्ग का चौड़ीकरण होगा। पार्षद शिवेंद्र तिवारी ने बताया कि यह रास्ता महाकाल लोक जाने का एक अहम मार्ग होगा और इसे बनने में लगभग डेढ़ साल लगेंगे।
- गाड़ी अड्डा चौराहे से बड़ी पुलिया तक: इस मार्ग के चौड़ीकरण के लिए भी दर स्वीकृति पर विचार-विमर्श हुआ और इसे मंजूर कर लिया गया।
जब सदन में लगे ठहाके
विशेष सम्मेलन के दौरान एक और दिलचस्प वाकया हुआ। भाजपा पार्षद योगेश्वरी राठौर एक प्रस्ताव का समर्थन करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की जगह गलती से शिवराज सिंह चौहान का नाम ले बैठीं। यह सुनते ही पूरे सदन में जोरदार ठहाके गूंज उठे। अपनी भूल का अहसास होने पर उन्होंने तुरंत अपनी बात सुधारी और निगम सभापति कलावती यादव के पास जाकर माफी मांगी।