Can’t protest with dead body : हरियाणा में शव के साथ प्रदर्शन नहीं कर सकते
Can't protest with dead body : शीतकालीन सत्र में कबूतरबाजी पर शिकंजा, राज्यगीत को मंजूरी

Can’t protest with dead body : हरियाणा विधानसभा में 15 दिसंबर से शीतकालीन सत्र शुरु हो गया है। पहले ही दिन राज्यगीत को मंजूरी मिल गई। बेरोजगार को धोखे से विदेशों में पहुंचाने वाले कबूतरबाजो पर शिकंजा कसा गया, साथ ही शवों को लेकर सड़क पर विरोध प्रदर्शन करने वालों पर अंकुश लगाया गया है। विपक्ष के मामूली हंगामें के साथ ही इस बार विशेष ध्यान सुरक्षा व्यवस्था पर दिया गया है। क्योंकि दो दिन पहले ही संसद की सुरक्षा में सेंध लगी थी, उसका असर हरियाणा विधानसभा में दिखाई दिया और सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया।
शीतकालीन सत्र 3 दिन चलेगा। इसके लिए हरियाणा विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। विधानसभा परिसर में पब्लिक गैलरी में कैमरे लगाए गए हैं। दर्शकों पर पूरी नजर रखी जा रही है और हर गतिविधि की रिकार्डिंग भी की जा रही है। कार्यवाही देखने के लिए आने वाले लोगों को तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था से गुजरना पड़ा। इसके अलावा दर्शक दीर्घा के पास 4 सुरक्षा प्रहरियों को नियुक्त किया गया था ताकि कोई दर्शक दीर्घा से सदन में नहीं आ सके। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और विधानसभा उपाध्यक्ष के अलावा किसी भी मंत्री या विधायक के साथ उनके सुरक्षा कर्मचारी विधान भवन में प्रवेश नहीं करेंगे। विधान भवन में पंजाब के साथ साझा सभी 7 रास्ते भी बंद किए जा रहे हैं।
हरियाणा के राज्यगीत को अनुमति
हरियाणा में विधानसभा के इस तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र में प्रदेश के अपने राज्यगीत को मंजूरी मिल गई। इसके अलावा हुक्का परोसने, कबूतरबाजी पर शिकंजा कसने के विधेयक पारित किये गये हैं। विधानसभा सत्र के दौरान कुल 60 तारांकित प्रश्न सत्र की कार्यवाही का हिस्सा बनेंगे। वहीं, 156 अतारांकित प्रश्न पूछे गए हैं। 49 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव व एक अल्पअवधि प्रस्ताव की सूचना प्राप्त हुई है। तीन दिवसीय सत्र के दौरान सरकार को चार बिल मंजूर करना है; इनमें होटल-रेस्टोरेंट में हुक्का बार परोसने वालों पर कड़ी कार्रवाई, मृत शरीर सम्मान विधेयक 2023, कबूतरबाजी पर शिकंजा और निजी विश्वविद्यालय से संबंधित बिल शामिल हैं।
इन प्रमुख चार बिलों पर सरकार की नजर
अब हम आपको बताना चाहेंगे कि ये चार बिल क्या हैं और मंजूर होना क्यों जरुरी हैं। राज्य में जिस तरह होटल, बार में हुक्का परोसा जा रहा है वो युवा पीढ़ी के स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा है क्योंकि इसकी आड़ में नशा भी परोसा जा रहा है। इसलिए सरकार ने इस पर अंकुश लगाते हुए आरोपियों पर एक लाख से लेकर दस लाख रुपए तक का जुर्माना, गैरजमानती धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करने का प्रावधान किया है। गांव व चौपालों में पारंपरिक हुक्के को इसमें छूट दी गई है। दूसरा बिल है मृत शरीर सम्मान विधेयक 2023, इसके तहत इसके तहत शव के साथ प्रदर्शन करने वालों पर जुर्माना लगाने और कानूनी कार्रवाई का प्रावधान रखा जाएगा। इसी तरह कबूतरबाजी यानी प्रदेश के बेरोजगारों को बिना किसी कागजात के चोरी-छिपे बहलाफुसलाकर नौकरी दिलाने का झांसा देकर विदेश ले जाने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी सरकार की है। इसके लिए पंजाब व चंडीगढ़ की तर्ज पर हरियाणा सरकार रजिस्ट्रेशन एवं रेगुलेशन आफ द ट्रैवेल एजेंसी एक्ट बिल तैयार कर चुकी है। इसके तहत हर ट्रैवल एजेंसी को लाइसेंस लेना पड़ेगा और रजिस्ट्रेशन भी कराना होगा। शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार निजी विश्वविद्यालय विधेयक भी ला रही है। इसके तहत छात्रों को आरक्षण के तहत दाखिले व फीस में छूट नहीं देने पर सरकार शिकंजा कस सकेगी। नियमों के उल्लंघन पर दस लाख रुपए से लेकर एक करोड़ रुपए तक जुर्माना होगा।
तनाव को दूर करने आर्ट ऑफ लिविंग का होगा सेशन
सेशन के दौरान कई मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता एक दूसरे के विरोध में आ जाते हैं, इस दौरान विधायकों और नेताओं को कई बार मानसिक तनाव जैसी स्थिति बन जाती है। यह देखते हुए पहली बार हरियाणा विधानसभा सचिवालय ने सत्र के तनाव को दूर करने का स्पेशल प्लान बनाया है। इस प्लान के तहत विधायकों का मानसिक तनाव दूर किया जाएगा। इसके लिए सेशन के लास्ट डे को चूज किया गया है। विधानसभा सचिवालय की ओर से 19 दिसंबर यानी मंगलवार को स्ट्रेस मैनेजमेंट और हैप्पीनेस सेशन बुलाया गया है। यह सेशन सुबह 7 बजे से 9 बजे तक दो घंटे आयोजित किया जाएगा। विधानसभा सचिवालय के सचिव की ओर से जारी लेटर में लिखा है कि स्पीकर की ओर से स्ट्रेस मैनेजमेंट और हैप्पीनेस सेशन बुलाने को कहा गया है। इस सेशन में आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा विधायकों को तनाव दूर करने की ट्रिक बताई जाएगी। यह सेशन हरियाणा निवास सेक्टर – 3, चंडीगढ़ में आयोजित किया जाएगा। सेशन के बाद यहां विधायकों के लिए हेल्दी ब्रेक फास्ट का भी प्रबंध किया गया है।
इसलिए लिया गया फैसला
आजकल हर दूसरा व्यक्ति तनाव से पीड़ित हैं। लोग छोटी-छोटी बातों के बारे में इतना सोचते हैं कि अन्य जरूरी बातों पर उनका ध्यान ही नहीं जाता है। तनाव की वजह से आप किसी भी कार्य में दक्ष नहीं बन सकते। बढ़ा हुआ तनाव हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक हानिकारक होता है। अगर, वक्त रहते इस स्ट्रेस और चिंता को कम न किया जाए तो इसका बुरा असर हमारी ऑफिशियल लाइफ के साथ पर्सनल लाइफ पर भी पड़ता है।