compressor : कंप्रेशर से युवक के शरीर में हवा भरी, दोस्तोें की मजाक भारी पड़ी
compressor : नसे फटने से चली गई जान, पुलिस मान रही है हत्या का मामला

compressor कंप्रेशर से वाहनों में हवा भरी जाती है लेकिन कुछ लोगों ने कंप्रेशर की हवा मजाक-मजाक में एक युवक में भर दी। दोस्तों की यह मजाक युवक के लिये जानलेवा साबित हुई। शरीर के अंदर की नसें फटने से उसकी मौत हो गई। अब पुलिस इस मामले को हत्या का मानकर दोस्तों को हत्या के मामले में जेल भेज रही है।
मध्यप्रदेश के इंदौर में यह घटना हई है। इंदौर के आजाद नगर इलाके में यह घटना हुई है। एक युवक के 5 दोस्तों ने उसके शरीर में कम्प्रेसर से हवा भर दी, जिससे नसें फटने से उसकी मौत हो गई। रविवार 13 अप्रैल 2025 की सुबह यह घटना हुई है। इसके बाद ई-रिक्शा से युवक को गंभीर अवस्था में एमवाय अस्पताल छोड़कर साथी फरार हो गये। सुबह जब युवक को एमवाय अस्पताल लाया गया तो उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था। डॉक्टरों के पूछने पर साथ आये व्यक्ति ने कंप्रेशर से शरीर में मलद्वार से मजाक मजाक में हवा भरने की बात बताई और फोन पर बात करते हुए अस्पताल से बाहर चला गया। फिर लौटकर नहीं आया। कुछ देर बाद डॉक्टरों ने मोतीराम को मृत घोषित कर दिया, जिसके बाद संयोगितागंज पुलिस को सूचना दी गई।
दाल मिल में काम करता था मृतक
पुलिस ने आसपास के थानों में जानकारी देकर युवक के बारे में जानकारी जुटाई। तो पता चला कि मृत युवक का नाम मोतीराम उम्र 30 वर्ष निवासी तीन ईमली पालदा इंदौर है। मोतीराम जगन्नाथ दाल मिल में काम करता था। पुलिस ने मिल के मैनेजर से पूछताछ की तो उसने बताया कि सुबह उसने अन्य मजदूरों के साथ मिलकर मजाक में मोतीराम के साथ इस तरह का कृत्य किया। संयोगितागंज टीआई विजय सिसोदिया के मुताबिक फैक्ट्री में सीसीटीवी लगे हैं, लेकिन जहां घटना हुई वहां ग्रीन नेट लगा है, इसलिए वहां का घटनाक्रम कैद नहीं हुआ। पुलिस ने फैक्ट्री का डीवीआर जब्त किया है। आरोपियों की पहचान जुटाकर तलाश की जा रही है। फिलहाल मैनेजर धीरज लोवंशी से पूछताछ चल रही है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
सुबह भाई को फोन कर बताया मोतीराम ने
मृतक मोतीराम के भाई शेरू ने पुलिस बताया कि घटना के दिन सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर उसकी मोतीराम से आखिरी बार बात हुई थी। भाई ने कहा था कि वह थोड़ी देर में आ रहा है। इसके बाद 7 बजकर 45 मिनट पर उसे किसी का कॉल आया कि भाई का एक्सीडेंट हो गया है। वह एमवाय अस्पताल में है। जब यहां पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी।
परिवार खरगोन निवासी, इंदौर में करते थे मजदूरी
मृतक मोतीराम जमरे काफी समय से दाल मिल काम कर रहा था। उसका परिवार खरगोन में रहता है। दाल मिल के मालिक ने बताया, उसने मैनेजर को 4 माह पहले ही काम पर रखा था। वह पहले बस कंडक्टर था। वही चौक से मजदूर लेकर आता था। रात में भी वही मजदूर लेकर आया। मजदूर को अस्पताल में छोड़कर आने वाला मैनेजर ही था। जितने साथी थे वो दिहाड़ी मजदूर है तो पुलिस उनकी डिटेल खुद निकाल रही है।