fir-against-nia-team : NIA टीम पर FIR, अफसरों पर हमला किया
fir-against-nia-team : NIA टीम पर TMC नेता की पत्नी से मारपीट-बदतमीजी का आरोप

fir-against-nia-team : NIA अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज कराने का मामला सामने आया है। महिला का आरोप है कि NIA की टीम ने जांच के बहाने जबरन उनके घर में घुसने की कोशिश की। महिला ने अधिकारियों पर मारपीट, बदतमीजी और घर में तोड़फोड़ का आरोप लगाया है। NIA अधिकारियों के खिलाफ भूपतिनगर पुलिस थाने में IPC की धारा 325, 34, 354, 354(बी), 427, 448, 509 के तहत शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
प. बंगाल में घटित यह पूरा मामला शुक्रवार 5 अप्रैल की देर रात का है। NIA की टीम कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर भूपतिनगर में 2022 में हुए बम धमाके की जांच करने पहुंची थी। तृणमूल कांग्रेस के नेता बलाई चरण मैती और मनोब्रत जना केस के दो मुख्य साजिशकर्ता हैं। NIA की टीम जब आरोपियों को गिरफ्तार कर ले जाने लगी, तो लोग लाठी-डंडे लेकर उनके सामने अड़ गए। लोगों ने अधिकारियों की गाड़ी पर पथराव किया। हमले में एक अफसर को चोटें भी आईं। हालांकि, NIA टीम आरोपियों को अपने साथ कोलकाता ले गई। जांच एजेंसी के अधिकारियों ने हमले के खिलाफ भूपतिनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने इस मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।
NIA टीम रात में जाएंगर तो महिलाएं चुप कैसे रह सकती हैं- ममता बनर्जी
NIA की टीम पर हमले को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार 6 अप्रैल को कहा कि हमला NIA पर नहीं, बल्कि महिलाओं पर हुआ है। NIA अफसरों ने रात में रेड क्यों की? क्या उनके पास पुलिस की परमिशन थी? महिलाओं ने वैसा ही बर्ताव किया, जैसा रात में किसी भी अनजान व्यक्ति के आने पर किया जाता। दक्षिण दिनाजपुर में ममता ने कहा कि NIA लोकसभा इलेक्शन से ठीक पहले दिसंबर 2022 के मामले में लोगों को क्यों गिरफ्तार कर रही है? क्या भाजपा को लगता है कि वे हर बूथ एजेंट को गिरफ्तार कर लेंगे। NIA की मदद लेकर भाजपा गंदी राजनीति कर रही है।
बम ब्लास्ट की घटना में पूछताछ के लिए गई थी टीम
भूपतिनगर में 3 दिसंबर 2022 को एक घर में बम ब्लास्ट हुआ था, जिसमें घर की छत उड़ गई थी। हादसे में तीन लोगों की जान गई थी। पिछले महीने NIA ने इस मामले में पूछताछ के लिए तृणमूल कांग्रेस के आठ नेताओं को समन भेजकर 28 मार्च को न्यू टाउन में NIA ऑफिस बुलाया था। वहीं, TMC ने इस ब्लास्ट के लिए भाजपा को दोषी ठहराया था। TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा था भाजपा ने TMC नेताओं की एक लिस्ट NIA को दी है। इसके आधार पर NIA इन नेताओं को गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है।
इसके पहले संदेशखाली में ED टीम पर भी हो चुका है हमला
किसी सरकारी जांच एजेंसी पर हमले की पश्चिम बंगाल में यह पहली घटना नहीं है। पश्चिम बंगाल के साउथ 24 परगना जिले में 5 जनवरी को ED और CRPF की टीम TMC नेता के घर रेड करने पहुंची थी। इस दौरान भीड़ ने जानलेवा हमला कर दिया। करीब 200 लोगों ने जांच एजेंसी के दो वाहनों में तोड़फोड़ की। इसमें कुछ अफसरों के सिर में चोट आई थीं। ED ने बताया था कि भीड़ ने अधिकारियों के मोबाइल फोन, लैपटॉप, नकदी और बटुए छीन लिए।
हमले के केस में TMC नेता शाहजहां शेख गिरफ्तार हुआ था
पूर्व TMC नेता शाहजहां शेख को 29 फरवरी को बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शेख की गिरफ्तारी ED पर हमले के केस में हुई थी। बंगाल पुलिस ने कहा था कि शेख ED अफसरों पर हुए हमले के मुख्य आरोपियों में शामिल था। हमले के बाद शेख 55 दिन तक फरार था। गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट ने 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था। इसके बाद कोलकाता पुलिस ने जांच क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) को सौंप दी। शाहजहां शेख अब भी CBI की हिरासत में है।