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lord-mahakal भगवान महाकाल हर सोमवार को अलग-अलग रूप में निकलेंगे प्रजा का हाल जानने

lord-mahakal भगवान महाकाल उज्जैन में पहले दिन श्री मनमहेश और बाद में बदलेंगे कई स्वरूप, जानिए किस दिन कौन- सौ रूप रखेंगे

lord-mahakal : भगवान महाकाल की अदभुत महिला है। विश्व प्रसिद्ध बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिणमुखी भगवान श्री महाकालेश्वर की श्रावण-भाद्रपद माह में मध्यप्रदेश के उज्जैन में निकलने वाली सवारियों के क्रम में श्रावण माह के पहले दिन ही 21 जुलाई को सोमवार आ रहा है। इस दिन भगवान महाकाल चांदी की पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे और अपने भक्तों को दर्शन देंगे। दर्शन के लिए भारी भीड़ जुटेगी।

श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर श्री मृणाल मीना ने बताया कि, भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी ठाठ-बाट से परम्परागत मार्ग से निकाली जाती है। पहली सवारी में 21 जुलाई २०२४ को पालकी में भगवान श्री महाकाल श्री मनमहेश के स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन देने के लिये नगर भ्रमण पर निकलेंगे। भगवान श्री महाकालेश्वर के श्री मनमहेश स्वरूप का विधिवत पूजन-अर्चन महाकाल मन्दिर के सभा मण्डप में होने के पश्चात भगवान श्री मनमहेश पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे।

पहली सवारी में मनमहेश फिर चंद्रमौलेश्वर विराजित होंगे पालकी मे, अन्य स्वरूप हाथी-रथ में नगर भ्रमण करेंगे

तीनों लोकों में पूजनीय बाबा श्री महाकालेश्वर जी की श्रावण-भाद्रपद माह में निकलने वाली सवारी की प्रतीक्षा सम्पूर्ण संसार करता हैं। जब श्री महाकालेश्वर भगवान अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण के लिए निकलते हैं। भक्त भी उनकी मनमोहक छवि के दर्शन कर रोमांचित हो उठते हैं। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर मृणाल मीना ने बताया कि श्रावण माह की पांच, और भाद्रपद माह की दो सवारियां मिलाकर 7 सवारियों में भगवान श्री महाकालेश्वर विविध मोहक रूपों में भक्तो का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलेगे । सवारियों के क्रम में श्रावण माह के पहले दिन ही सोमवार 22 जुलाई 2024 को श्री महाकालेश्वर भगवान जी की सवारी नगर भ्रमण पर अपने भक्तों को दर्शन देने के लिये परम्प रागत मार्ग से निकाली जावेगी। जिसमें पालकी में भगवान श्री मनमहेश के स्वरूप में विराजित रहेंगे।

  • – दूसरी सवारी 29 जुलाई 2024 को निकलेगी। इसमें पालकी में भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर के स्वरूप में और हाथी पर श्री मनमहेश के स्वरूप में विराजित होंगे।
  • -तीसरी सवारी 5 जुलाई 2024 को निकाली जायेगी। इस दौरान पालकी में भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर के स्वरूप में रहेंगे, हाथी पर श्री मनमहेश के स्वरूप में और गरूड़ रथ पर शिवतांडव के स्वरूप में विराजित होंगे।
  • -चौथी सवारी 12 जुलाई 2024 को निकाली जायेगी, जिसमें पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव और नन्दी रथ पर उमा-महेश के स्वरूप में विराजित होंगे।
  • -पांचवी सवारी 19 अगस्त 2024 को निकलेगी। इस दौरान पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश और डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद सम्मिलित रहेगा।
  • – छठी सवारी 26 अगस्त 2024 को निकलेगी। इस दौरान पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश और डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद के साथ श्री घटाटोप मुखोटा सम्मिलित रहेगा।
  • -सातवीं व शाही सवारी 2 सितम्बर 2024 को निकलेगी। इस दौरान पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिवतांडव, नन्दी रथ पर उमा-महेश और डोल रथ पर होल्कर स्टेट के मुखारविंद ,श्री घटाटोप मुखोटा व श्री सप्तधान मुखारविंद सम्मिलित रहेगा।

सवारी मन्दिर से शाम 4 बजे निकलेगी, द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल देगा गार्ड ऑफ ऑनर

मन्दिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजमान भगवान श्री मनमहेश को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी जायेगी। भगवान श्री महाकालेश्वर की पालकी मन्दिर से निकलने के बाद महाकाल रोड, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाड़ी से होती हुई रामघाट पहुंचेगी। जहां शिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया जायेगा। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मन्दिर, सत्यनारायण मन्दिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्रीचौक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचेगी।

मध्यप्रदेश शासन के मंत्री तुलसी सिलावट करेंगे पूजन

मध्यप्रदेश शासन की ओर से केबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट दोपहर 2.30 बजे उज्जैन पहुंचेंगे और श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन तथा पालकी का पूजन करेंगे। इसके बाद वे रामघाट पर भी पालकी पूजन करेंगे। 2 चलित रथ के माध्यम से बाबा महाकाल की सवारी का लाइव प्रसारण किया जाएगा। इस चलित रथ की विशेषता यह है कि, इसमें लाइव बॉक्स रहेगा, जिससे लाइव प्रसारण निर्बाध रूप से होगा।

धार से आया आदिवासी दल भगोरिया नृत्य करेगा

मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की मंशानुरूप जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के माध्यम से भगवान श्री महाकालेश्वर जी की सवारी में जनजातीय कलाकारों का दल भी सहभागिता करेगा। 22 जुलाई को धार के भील जनजातीय भगोरिया नृत्य के सदस्यों का दल सवारी में प्रस्तुति के लिए सम्मिलित होगा। वहीं चलित रथ के माध्यम से बाबा महाकाल की सवारी का लाइव प्रसारण किया जाएगा। इस चलित रथ की विशेषता यह है कि, इसमें लाइव बॉक्स रहेगा, जिससे लाइव प्रसारण निर्बाध रूप से होगा।

दूसरे शहरों से आने वाले बड़े वाहन डायवर्ट रहेंगे

1. बडऩगर, रतलाम, नागदा, मंदसौर एवं नीमच जाने वाले बड़े वाहन एवं बसें शांति पैलेस चौराहे से डायवर्ट रहेंगे।
2. देवास गेट बस स्टैंड से भारी वाहन एवं बसें हरिफाटक टी एवं हरिफाटक चौराहे तरफ नहीं जा सकेंगे।
3. इंदौर, देवास एवं भोपाल की ओर से आने वाले दर्शनार्थी लालगेट से होते हुए हरिफाटक चौराहा पर पार्किंग में वाहन पार्क कर सकेंगे। उसके बाद दर्शन के लिए हरिफाटक ब्रिज से होते हुए इंटरपिटीशन चौराहा, महाकाल लोक गेट तक पैदल जा सकेंगे।

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