उज्जैन

महाकाल मंदिर को सुरक्षित और साफ सुथरा बनाने के लिये नई पहल

महाकाल मंदिर की सफाई-सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव कर दो सेक्टर में बांटा

मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर में सफाई व सुरक्षा के बेहतर प्रबंधन के लिए बुधवार 20 नवंबर 2024 से नई व्यवस्था लागू की गई है। मंदिर परिक्षेत्र को दो सेक्टर के 19 जोन में विभाजित कर प्रभारियों की नियुक्ति की गई है। प्रत्येक प्रभारी अपने जोन में श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिए लागू की जाने वाली योजना को प्रभावी रूप से क्रियान्वयन कराएंगे।

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मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया मंदिर समिति अध्यक्ष व कलेक्टर नीरजकुमार सिंह के निर्देश पर नई व्यवस्था लागू की जा रही है। योजना के अनुसार मंदिर की सफाई व सुरक्षा व्यवस्था को ए और बी सेक्टर में बांटा गया है। सेक्टर ए में सफाई – व्यवस्था के प्रभारी ध्रुमिल नायक तथा सेक्टर बी के प्रभारी जितेंद्र चावरे होंगे। दोनों सेक्टर में सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी विष्णु कुमार चौहान, संजय सिलोदिया तथा राहुल शर्मा संयुक्त रूप से संभालेंगे। सफाई व सुरक्षा महाकाल मंदिर परिक्षेत्र प्रभारियों के अंडर में 19 जोन प्रभारी रहेंगे। जोन प्रभारियों की ड्यूटी दो शिफ्ट सुबह 6 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक तथा दोपहर 2.30 से रात 11 बजे तक रहेगी।

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अब काम की मानीटरिंग में आसानी रहेगी

प्रशासक धाकड़ ने बताया अब तक सफाई व सुरक्षा की केंद्रीयकृत व्यवस्था थी। कुछ लोगों के पास संपूर्ण व्यवस्था का जिम्मा था। इससे व्यवस्था बनाने में परेशानी आ रही थी। अब दो सेक्टर के 19 जोनल प्रभारी रहेंगे, जो अपने अपने क्षेत्र में काम कराएंगे तथा अपने जोन के लिए जिम्मेदार होंगे। अच्छा काम करने पर उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा और खराब काम पर जिम्मेदारी भी तय की जा सकेगी। इस व्यवस्था से जो लोग प्रण प्राण से जुटकर अच्छा काम कर रहे हैं उनकी पहचान भी होगी। वहीं काम नहीं कराने वालों को चिह्नित किया जा सकेगा।

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