महाकाल मंदिर के बाहर बच्चों के लिए नहीं काम

तिलक लगाते या भीख मांगते दिखे तो ले जायेंगे अधिकारी
चाइल्ड फ्रेंडली बन रहा है महाकाल परिसर- मन्दिर के बाहर से 12 बच्चों को सुधार गृह भेजा
Child friendly mahakal mandir
समाचार आज । उज्जैन
उज्जैन का श्री महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र अब चाइल्ड फ्रेंडली यानी बच्चों के अनुरुप बनाने की तैयारी में प्रशासन जुट गया है। यहां भीख मांगने या फिर काम करने वाले बच्चों को प्रशासनिक टीम रेस्क्यू कर सुधार गृह भेज रही है, जहां से इनके रहने, खाने-पीने और पढ़ाई आदि के इंतजाम किये जायेंगे।
पिछले दिनों दिल्ली से उज्जैन पहुंची राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की टीम ने अपनी एक रिपोर्ट तैयार की थी जिसमें श्री महाकालेश्वर मंदिर के बाहर बच्चे कई तरह के कामों में लगे पाये गये थे। ये बच्चे चंदन टीका लगाने के बहाने पैसे मांग रहे थे, होटल-लॉजों में काम कर रहे थे या फिर भिक्षावृत्ति जैसे घिनौने कामों में लगे थे। टीम की रिपोर्ट के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने चाइल्ड केयर हेल्पलाइन व महिला बाल विकास अधिकारियों के साथ समाजसेवियों को जोडक़र एक टीम तैयार की है। जो रोज महाकालेश्वर मंदिर में घूमकर तरह-तरह के कामों में लगे बच्चों को अपने साथ बाल सुधार गृह ले जाते है और उनके स्कूल में प्रवेश से लेकर हर जरूरत की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। शनिवार तक टीम 12 बच्चों को रेस्क्यू कर चुकी है। यह अभियान 2९ दिसंबर तक चलेगा। यह अभियान राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग देशभर में चला रही, जिसमें देशभर के 51 चयनित तीर्थ स्थलों के बाहर यह अभियान चलाया जा रहा है और इस तरह के कामों में लगे बच्चों को पढाई-लिखाई की ओर मोड़ा जा रहा है।