अब शैव अखाड़ों ने बनाया अपना अलग मंडल

महंत रामेश्वर गिरी बने अध्यक्ष, संत अवधेशपुरी का बहिष्कार वापस लिया
उज्जैन। समाचार आज
उज्जैन के संतो के बीच जारी मनमुटाव के माहौल में वैष्णव संतो के बाद अब शैव संतो ने भी अपना अलग मंडल बनाने की घोषणा कर दी है। बुधवार को बडऩगर रोड स्थित निरंजनी अखाड़े में शैव संप्रदाय, उदासीन संप्रदाय और निर्मल संप्रदाय के 10 आखड़ो के संतों की बैठक हुई। सभी ने शैव शम्भू सन्यासी मंडल के गठन की घोषणा करने के साथ ही जूना अखाड़ा के महंत रामेश्वर गिरी को अध्यक्ष बनाते हुए पूर्व में हुए कथित बहिष्कार को नकार दिया।
अटल अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी जी की अध्यक्षता में यह बैठक संपन्न हुई। बैठक में चारधाम मंदिर के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी शांति स्वरूपानंद गिरि जी सहित अन्य अखाड़ों के वरिष्ठ संतो ने शैव शंभू सन्यास मंडल बनाने पर सहमति व्यक्त की। बैठक में निर्णय लिया कि अब वैष्णव संतो के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। शैव शंभू सन्यास मंडल की बैठक में सूचना मंत्री पद पर महंत विद्या भारती जी को नियुक्त किया गया। बैठक में शामिल संतो का सन्त सत्कार समिति, विश्व हिंदू परिषद एवं गोस्वामी समाज, दबंग हिंदू सेना सहित अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा पुष्पमाला पहनाकर सम्मान किया गया।
बैठक में पंचायती निरंजनी अखाड़ा की ओर से महामंडलेश्वर शांति स्वरूपानंद गिरि महाराज, पंचायती आनंद अखाड़ा के धनराज गिरी महाराज, जूना अखाड़ा के रामेश्वर गिरी और पुरुषोत्तम पुरी महाराज, आव्हान अखाड़ा से थाना पति सेवानन्द गिरी जी, अग्नि अखाड़ा से कृष्णानंद ब्रह्मचारी, शंभू पंचायती अटल अखाड़ा की ओर से सचिव प्रेम गिरी जी, पंचायती अखाडा नया उदासीन की ओर से मुखिया मंहत भगत राम महाराज, बड़ा उदासीन अखाडे से मुखिया मंहत, महानिर्वाणी आखडे से महंत मुकुंदपुरी महाराज, अवधेशपुरी महाराज, निर्मल आखडे से महंत त्रिलोचन सिंह सहित महन्त देवगिरी महाराज, गुप्त गिरी महाराज, कृष्णा गिरी, देवपुरी महाराज, सोहम आश्रम के स्वामी प्रणवानंद महाराज, दंडी आश्रम के महंत चैतन्य ब्रह्मचारी, सिद्धा आश्रम के स्वामी प्रणवानंद महाराज, रामेश्वरानंद महाराज, चारधाम के स्वामी कमलेश महाराज, राधेश्याम आश्रम चिंतामन रोड के श्याम बाबा, मंगलनाथ के महंत पूर्व विधायक राजेंद्र भारती सहित गोस्वामी समाज के अध्यक्ष विजय गिरी गोस्वामी बैठक में मौजूद रहे।