रतलाम देश का पहला शहर हो गया है जहां “संवेदनशील गवाहों का केंद्र” शुरू हो गया है
रतलाम देश का पहला शहर हो गया है जहां जिला न्यायालय परिसर सहित जिले में चार जगह ” संवेदनशील गवाहों का केंद्र “शुरू हो गया है जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को हाई कोर्ट के दिशा निर्देश मिले थे जिसके तहत रतलाम ,जावरा, आलोट तथा सैलाना के न्यायालय परिसर में उन गंभीर मामलों में जिनमें अवयस्क गवाह गवाही के लिए आते हैं उनके लिए अभी तक नियमानुसार यह व्यवस्था होती थी कि न्यायाधीश की उपस्थिति में अभियुक्त तथा गवाह का आमना सामना होता था, अवयस्क गवाह अपराधी को सामने देख कर डर जाता था तथा तथा सही वस्तु स्थिति से न्यायालय अवगत नहीं हो पाता थे
जिसके चलते सुप्रीम कोर्ट ने यह नई व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए थे जिसके तहत रतलाम जिले में यह योजना प्रारंभ हुई है अपने हाल ही में आने वाले अवयस्क गवाह संवेदनशील गवाहों के केंद्र में कैमरों के माध्यम से गवाही देंगे तथा वे आरोपी के आमने सामने खड़े नहीं रहेंगे जिससे उचित न्याय हो सकेगा । न्यायालय परिसर में इस योजना का शुभारंभ जिला सत्र न्यायाधीश राजेश कुमार गुप्ता ने बार एसोसिएशन अध्यक्ष अभय शर्मा की उपस्थिति में किया श्री गुप्ता ने बताया कि आगामी 12 मार्च को वृहद लोक अदालत लगाई जा रही है जिसमें विभिन्न सरकारी विभागों के प्रकरण जिनमें समझौता हो सकता है उन प्रकरणों का निराकरण किया जावेगा इसके लिए पूरी तैयारियां कर ली गई है नागरिकों को वृहद लोक अदालत से अवगत करवाने के लिए ऑटो रिक्शा पर लगे लाउडस्पीकर के माध्यम से भी जानकारी दी जा रही है।