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बाबा सिद्धीकी के जिस आरोपी को उज्जैन में तलाश रही थी पुलिस वो नेपाल बार्डर से पकड़ाया

बाबा सिद्धीकी मर्डर के आरोपी शिवकुमार ने कबूला उसे लारेंस के भाई अनमोल ने दी थी 10 लाख की सुपारी

बाबा सिद्धीकी की हत्या के जिस आरोपी शिवकुमार उर्फ शिवा की तलाश मध्यप्रदेश के उज्जैन और औंकारेश्वर जैसे धार्मिक स्थलों पर मुंबई एटीएस कर रही थी। वह 10 नवंबर को 2024 को नेपाल की वार्डर से पकड़ा गया है। शिवा नेपाल भागने की तैयारी में था, लेकिन उसे नेपाल बॉर्डर से 19 किमी पहले नानपारा में यूपी STF और मुंबई क्राइम ब्रांच ने पकड़ लिया है। उसकी मदद करने वाले 4 लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्त में लिया है। 12 अक्टूबर की रात NCP अजित गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की बांद्रा में उनके बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर हत्या कर दी गई थी। बाबा सिद्दीकी कांग्रेस के टिकट पर 3 बार बांद्रा से विधायक बने थे। फरवरी में कांग्रेस छोड़कर अजित पवार के साथ जुड़े थे।

तीन दिन उज्जैन में तलाश की थी पुलिस ने शिवकुमार की

बाबा सिद्धीकी की हत्या मुख्य आरोपी और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर शिव कुमार उर्फ शिवा ने मुंबई में 12 अक्टूबर 2024 को की थी। हत्या में अन्य आरोपी भी शामिल थे। शिवा हत्या के बाद से ही फरार था। घटना के बाद पुलिस को अपडेट मिला था कि शिवा मध्यप्रदेश में है और उज्जैन आया है। शिवा की तलाश में मुंबई एटीएस और उत्तरप्रदेश पुलिस तीन दिन उज्जैन में ही रही थी और महाकाल मंदिर क्षेत्र व शहर के प्रमुख इलाकों में सघन चैकिंग अभियान चलाया गया था। इसके बाद शिवा की तलाश औंकारेश्वर में भी की गई थी।

नेपाल भागने की सूचना मिली पुलिस को

बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में पुलिस शिवा के दो साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। मुख्य आरोपी शिवा के बारे में 10 नवंबर को पुलिस को सूचना मिली की वो नेपाल भागने की फिराक में है। पुलिस ने शिवा को उत्तरप्रदेश के बहराइच जिले के नानपारा से शिवा को गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथ गिरफ्तार अन्य आरोपियों में अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव, और अखिलेंद्र प्रताप सिंह शामिल हैं। इनमें अनुराग कश्यप घटना के बाद मौके से पकड़े गये धर्मराज कश्यप का भाई है। सभी बहराइच के गंडारा गांव के निवासी हैं और ये लोग शिव कुमार उर्फ शिवा की फरारी काटने मेें मदद कर रहे थे। यही लोग उसे नेपाल भागने में भी मदद कर रहे थे।

हत्या के बाद उज्जैन आया ही नहीं शिवा

शिव कुमार ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए उसे 10 लाख रुपए देने का वादा किया गया था। हत्या के बाद शिव कुमार मुंबई से फरार होकर झांसी, लखनऊ होते हुए बहराइच पहुंचा और नेपाल भागने की प्लानिंग कर रहा था। इस दौरान वो कभी उज्जैन या मध्यप्रदेश आया ही नहीं। वह लॉरेंस गैंग के लिए स्क्रैप डीलर शुभम लोनकर के जरिए काम करता था।

हत्या के लिये 10 लाख की सुपारी

शिव कुमार ने पूछताछ में बताया, वह और धर्मराज कश्यप एक ही गांव के निवासी हैं और पूना में स्क्रैप का काम करते थे। मेरी और शुभम लोनकर की दुकान अगल-बगल थी। शुभम लोनकर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करता है। उसने मेरी बात स्नैप चैट के जरिए लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई से कई बार कराई है। अनमोल ने मुझसे कहा था कि बाबा सि‌द्दीकी की हत्या के बदले 10 लाख रुपए मिलेंगे। हर महीने भी कुछ न कुछ मिलता ही रहेगा।

वारदात के लिए हथियार, सिम और मोबाइल भी दिये

शिव कुमार ने पूछताछ में बताया, हत्या के लिए असलहा, कारतूस, सिम व मोबाइल फोन शुभम लोनकर और मोहम्मद यासीन अख्तर ने दिया था। हत्या के बाद आपस में बात करने के लिए तीनों शूटरों को नए सिम व मोबाइल फोन दिए गए थे। पिछले कई दिनों से हम लोग मुंबई में बाबा सिद्‌दीकी की रेकी कर रहे थे। 12 अक्टूबर की रात सही मौका मिलने पर हम लोगों ने बाबा सिद्‌दीकी की हत्या कर दी। उस दिन त्योहार होने के कारण भीड़भाड़ भी थी। जिसके कारण दो लोग मौके पर पकड़ लिए गए थे और मैं फरार हो गया।’ ‘मैंने फोन रास्ते में फेंक दिया था और मुंबई से पुणे चला गया। वहां से झांसी और लखनऊ के रास्ते बहराइच पहुंचा। बीच-बीच में मैं अपने साथियों व हैंडलर्स से किसी का भी फोन मांग कर बात करता रहा। अनुराग कश्यप से मैंने ट्रेन से एक यात्री से फोन मांग कर बात की थी। उसने कहा था अखिलेंद्र, ज्ञान प्रकाश और आकाश ने मिलकर तुम्हें नेपाल में छिपाने की व्यवस्था कर ली है, इसीलिए मैं बहराइच आया और अपने साथियों के साथ मिलकर नेपाल भागने की फिराक में था।’

बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिये प्लान बी भी था

मुंबई क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को एक और शूटर को अरेस्ट किया था। बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को एक और शूटर को गिरफ्तार किया था। इस आरोपी शूटर का नाम गौरव विलास अपुने (23) है। गौरव विलास बाबा सिद्दीकी की हत्या के प्लान B का हिस्सा था। क्राइम ब्रांच ने बताया कि सिद्दीकी की हत्या के मास्टर माइंड शुभम लोनकर ने 28 जुलाई को आरोपी गौरव को एक और आरोपी रूपेश मोहोल के साथ फायरिंग की प्रैक्टिस करने झारखंड भेजा था। उन्हें हथियार भी दिए गए थे। दोनों आरोपी 29 जुलाई को पुणे लौट आए थे। लौटने के बाद उन्होंने शुभम से कॉन्टैक्ट किया था। क्राइम ब्रांच फायरिंग प्रैक्टिस की सटीक जगह का पता लगा रही है।

आरोपियों को 25 लाख रुपए, दुबई ट्रिप का वादा

शुक्रवार को पुलिस ने बताया था कि मर्डर को अंजाम देने के लिए गिरफ्तार 18 आरोपियों में से 4 आरोपियों को​​​​ 25 लाख रुपए कैश, कार, फ्लैट और दुबई ट्रिप समेत कई इनाम देने का वादा किया गया था। साजिश में शामिल रामफूलचंद कनौजिया (43) ने रूपेश मोहोल (22), शिवम कुहड़ (20), करण साल्वे (19) और गौरव अपुने (23) को ये इनाम देने का वादा किया था।

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