Shriram aarti in urdu :उर्दू में श्रीराम की आरती, बनारस की मुस्लिम महिलाओं की अदभुत श्रद्धा
Shriram aarti in urdu : दीपावली पर महिलाओं ने उर्दू रचयित श्रीराम-हनुमान की आरती गाकर अमन-शांति की दुआ की

Shriram aarti in urdu : बनारस में दीपावली के दिन 12 नवंबर को मुस्लिम महिलाओं का अनूठा आयोजन हुआ। रविवार को मुस्लिम महिला फाउंडेशन ने उर्दू में लिखी भगवान श्री राम की आरती की। सैकड़ों महिलाओं ने भव्य राम दरबार सजाकर सामूहिक रूप से भगवान श्रीराम और हनुमान जी की आरती उतारी। उर्दू आरती की प्रतिया छपवाकर मुस्लिम देशों को चिट्ठी भेजकर विश्वशांति का संदेश दिया। मुस्लिम देशों की लाखों महिलाओं से अमन और तरक्की के लिए श्रीराम को अपनाने की अपील की।
मुस्लिम महिला फाउंडेशन एवं विशाल भारत संस्थान का आयोजन
बनारस के लमही में यह कार्यक्रम मुस्लिम महिला फाउंडेशन एवं विशाल भारत संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। सैकड़ों महिलाएं कार्यक्रम में मौजूद थीं। सुभाष भवन में आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं ने सामूहिक रूप से भगवान श्रीराम एवं जगत जननी माता जानकी समेत समूचे राम दरबार को सजाकर महाआरती उतारी। हर महिला के हाथ में फूलों से सजी थाल, सजावटी दीपक जुबान पर नाजनीन अंसारी द्वारा उर्दू में लिखित आरती थी। मंच पर उर्दू में श्रीराम लिखकर सजावट की और दीप जलाए।
नाजनीन अंसारी द्वारा उर्दू में लिखित श्रीराम आरती
तिलावत करते हैं, हर खास ओ आम रोजाना हम जिनका, लेते हैं नाम।
रहम करने वाले हैं, वो हैं करीम, अपने श्री राम।
जय श्री राम, जय श्री राम।।
मर्यादा पुरूषोत्तम हैं, हैं धर्म की जान- हिन्द की अवाम समझे, इनको ही हिन्द की शान।
जय श्री राम, जय श्री राम ।।
जर्रे-जर्रे में जिनका, लिखा है नाम- रहते हैं वो, हर दिल में हमारे श्री राम।
जय श्री राम, जय श्री राम।।
मुल्की-गैर मुल्की जिनका, खोजते हैं धाम- जान ले हर कोई, अयोध्या के हैं श्री राम।
जय श्री राम, जय श्री राम।।
अयोध्या है हमारे जियारत गाह का नाम-रहते हैं वहाँ मालिक-ए-कायनात श्री राम
जय श्री राम, जय श्री राम।।
आओ मिलकर हम सब करें उनको सलाम- तकलीफ और गरीबी, दूर करते श्री राम।
जय श्री राम, जय श्री राम।।
जो लेता है, उनका सौ बार नाम- रहम करते हैं उस पर, हमारे श्री राम।
जय श्री राम, जय श्री राम।।
श्रीराम पूर्वज हैं हमारे
मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाज़नीन अंसारी के मुताबिक प्रभु श्रीराम हमारे पूर्वज हैं। हमारा धर्म अलग हो सकता है लेकिन पूर्वज नहीं। आज के हालात में राम नाम को हर जगह फैलाने की आवश्यकता है क्योंकि जो राम से दूर हैं, वही हिंसा के लिए मजबूर हैं। आयोजन में विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० राजीव श्रीवास्तव, मोदी पर पीएचडी डॉ नजमा परवीन, डॉ अर्चना भारतवंशी, रजिया सुल्ताना, शबाना बेगम, शमा अफरोज, रेशमा कुरैशी, रजिया, जलिया बेगम, नगीना बेगम, रबीना, शमशुननिशा, सोनम, डॉ० मृदुला जायसवाल, आभा भारतवंशी, इली, खुशी, उजाला, दक्षिता, सरोज, गीता, किशुना, किरन, उर्मिला आदि महिलाएं शामिल रहीं।
रामराज्य की दुनिया में ला सकती है शांति
नाज़नीन अंसारी के मुताबिक फिलिस्तीन और इजरायल आपस में खून बहा रहे हैं, दोनों को भगवान राम के रास्ते पर चलने की जरूरत है, तभी शांति आ सकती है। मैं मुस्लिम देशों को चिट्ठी लिख रही हूँ कि वे अपने देश में श्रीराम की प्रतिमा लगाये और उनके त्याग को अपने देश का आदर्श बनाये। रामराज्य ही दुनियां को शांति की ओर ले जा सकता है। हम शांति और एकता की स्थापना के लिए हर वक्त प्रयास करते रहेंगे। हम भारतीय हैं, इस नाते भारतीय संस्कृति हमारी है।
हमे नाज है महिलाओें की भक्ति पर-महंत बालकदास महाराज
बनारस के पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास महाराज ने कहा कि हमें नाज है कि 2006 में संकट मोचन बम ब्लास्ट के बाद मुस्लिम महिलाएं लगातार प्रभु श्रीराम की आरती कर शांति, एकता और सद्भभावना का संदेश देती आ रही हैं। कई बार आतंकियों और कट्टरपंथियों ने आरती बन्द करने की धमकी दी है, लेकिन मुस्लिम महिलाएं न कभी रुकी और न धमकियों से डरीं। यह महिलाएं शांति दूत हैं।