महिला नपा अधिकारी ने करवाई थी देवर डॉक्टर की हत्या

संपत्ति विवाद में सुपारी देने का राज खुलते ही मांगी अग्रिम जमानत, नहीं मिली तो हो गईं फरार
उज्जैन। समाचार आज
महिला नगरपालिका अधिकारी की हिम्मत देखिए कि उसने अपने देवर डॉक्टर को ही सुपारी देकर मरवा दिया। और जब राज खुला तो अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी दे दी। अर्जी खारिज होने के बाद नपा अधिकारी फरार हो गई हैं। मामला माधवनगर हॉस्पिटल के डाक्टर पर जानलेवा हमले का है।
गौरतलब है कि माधवनगर हॉस्पिटल के डाक्टर मोहम्मद हुसैन निवासी आदर्श नगर नागझिरी पर 18 नवंबर की रात करीब 8 बजे भरतपुरी में अज्ञात बदमाशों ने जानलेवा हमला किया था। मामले में पुलिस ने 22 दिसंबर को खजराना इंदौर निवासी हारुन, सलमान निवासी चंदननगर व शाजापुर सलसलाई के भूरु को पकड़ा था। भूरू ने कबूला था कि ग्राम तलेन निवासी उसके भानेज अकील पिता आदिल खान को एक महिला ने डाक्टर की सुपारी थी। अकील के कहने पर ही उन्होंने डॉ. मोहम्मद पर हमला किया था। जिसके बदले में उन्हें 30 हजार रुपए मिले थे। मामले में पुलिस ने अकील की गिरफ्तारी पर तीन हजार रुपए का ईनाम घोषित किया है।
भाभी ने रची थी साजिश
पूछताछ में पुलिस के सामने जब आरोपी भूरा ने महिला का जिक्र किया तो पुलिस के कान खड़े हो गये। ऐसे में अकील के आसपास पुलिस ने निगाहें दौड़ाई तो पता चला कि अकील के पड़ोस में शुजालपुर नगरपालिका सीएमओ निगहत सुल्ताना रहती हैं। निगहत सुल्ताना पति डॉ. आरिफ, डॉ. मोहम्मद हुसैन की भाभी है। जो पति से अलग रहती हैं और इनके बीच संपत्ति विवाद भी चल रहा था। पुख्ता प्रमाण मिलने पर पुलिस ने निगहत को धारा 120 बी, 326 में आरोपी बना दिया। पता चलते ही गिरफ्तारी से बचने के लिए निगहत ने पंचम एडीजे जितेंद्र कुशवाह की कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अपील की। कोर्ट ने 12 जनवरी को सुनवाई कर जमानत निरस्त की तो वह फरार हो गई।