मध्यप्रदेश

गरीब की हाय महंगी पड़ी और कुर्सी छिन गई मैडम की

अपराधियों के जाल में फंसे चाय वाले से 4 लाख रुपए मांगने की आरोप में सीएसपी पल्लवी पीएचक्यू ट्रांसफर

राहुल मालवीय

समाचार आज। उज्जैन

कुछ शातिर अपराधियों के जाल में फंसे चाय की दुकान पर काम करने वाले एक गरीब बच्चे की हाय कोतवाली सीएसपी पल्लवी शुक्ला को महंगी पड़ गई। मामले में गृह मंत्रालय ने रविवार को उनका ट्रांसफर पीएचक्यू मुख्यालय में कर दिया है।

करोड़पति शतिर अपराधियों के जाल में उलझ कर बुरी तरह फंसे एक युवक की मदद करने के बजाय सीएसपी ने उससे 5 लाख रुपए की डिमांड की। ऑनलाईन धोखाधड़ी के मामले में सेटलमेंट के एवज में 5 लाख रुपए मांगे जाने के आरोपों के बाद गृह विभाग ने कोतवाली सीएसपी पल्लवी शुक्ला को उज्जैन से हटा दिया है। सीएसपी पल्लवी शुक्ला को भोपाल पुलिस मुख्यालय में अटैच कर दिया गया है।
गौरतलब है कि शिवशक्ति नगर में किराए के मकान में रहने वाला राहुल मालवीय तेलीवाड़ा चौराहे पर एक चाय की दुकान में कर्मचारी है। दो महीने पहले इंदौर में रहने वाले सौरभ ने उससे संपर्क किया। राहुल से कहा गया कि तुम्हे फेसबुक पर वीडियो अपलोड करने की नौकरी दी जाएगी, इसके एवज में 15 हजार रुपए प्रतिमाह मिलेंगे। धोखेबाजों ने राहुल को नौकरी दिलाने का लालच देकर अलग-अलग बैंको में उसके 4 खाते खुलवाए, इनके आईडी पासवर्ड और खातों में रजिस्टर्ड नंबरों वाली सिम भी अपने पास रख ली। राहुल द्वारा खुलवाए गए बैंक खातों में करोड़ो रूपयों का ट्रांजेक्शन हुआ, लेकिन कई दिनों तक राहुल को इसकी भनक नहीं लगी।

कुछ दिन पहले राहुल को इसकी जानकारी लगी, उसने अपने खाते में आए रुपयों में से 23 लाख पए निकालकर कानीपुरा की पद्मावति एवेन्यू कॉलोनी में मकान खरीद लिया। सौरभ और उसके साथी धोखेबाजों को जब पता चला कि राहुल ने बैंक खाते से रुपए निकालकर मकान खरीद लिया है तो इंदौर से 4 लोग उज्जैन पहुंचे, राहुल को बंधक बनाया और उसके द्वारा खरीदे गए मकान की रजिस्ट्री इंदौर निवासी भोला नामक युवक के नाम करवा दी।

अपने साथ हुए घटनाक्रम की जानकारी राहुल ने अपने दोस्त वरुण डाबी को दी। वरुण ने मुंहबोली बहन के पति सुनील बैरागी निवासी बहादुरगंज से उसे मिलवाया। सुनील बैरागी ने खुद को सब इंस्पेक्टर बताया और केस सुलझाने के एवज में 5 लाख रुपए मांगे। सुनील बैरागी फरियादी राहुल को कोतवाली सीएसपी से भी मिलवाने ले गया था। राहुल मालवीय और उसकी मां द्वारा कलेक्टर, एसपी को शिकायत करने के बाद रुपए मांगे जाने के मामले में कोतवाली थाने में और अपहरण कर मकान जबरन अपने नाम करवाने के मामले में माधवनगर थाने में केस दर्ज किया गया।

राहुल को बंधक बनाकर उसके मकान की रजिस्ट्री करवा दी

मालवीय की शिकायत पर माधवनगर पुलिस ने इंदौर निवासी सौरभ उर्फ संदीप यादव, सत्यप्रकाश, मांगीलाल और भोला बडग़ोत्या के खिलाफ केस दर्ज किया था। इस मामले में मांगीलाल और भोला बडग़ोत्या को हिरासत में ले लिया गया है। मुख्य आरोपी संदीप उर्फ सौरभ और उसका साथी सत्यप्रकाश फरार है। पुलिस ने वरूण डाबी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि सुनील बैरागी परिवार सहित भूमिगत हो गया है। सुनील नागदा का रहने वाला है और फिलहाल उज्जैन में बहादुरगंज में रहता था।

एक आरक्षक भी हो चुका है अटैच

राहुल की मां जयश्री ने 5 फरवरी को कलेक्टर आशीष सिंह को एक शिकायती आवेदन दिया था। इस आवेदन में राहुल की मां ने सीधे सीएसपी कोतवाली पर 5 लाख रुपए मांगे जाने का आरोप लगाया है। इस आवेदन में यह भी उल्लेख है कि सीएसपी ने मामले में निपटारा करने के लिए रुपयों की मांग की थी और उसे केस में फंसाने की धमकी भी दी थी। सीएसपी कोतवाली पल्लवी शुक्ला का इस घटनाक्रम में नाम जुडऩे के बाद एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने एएसपी आकाश भूरिया को जांच सौंपी है। जांच में निष्पक्षता बनी रहे इसी वजह से कोतवाली सीएसपी को उज्जैन से हटाकर पुलिस मुख्यालय भोपाल अटैच कर दिया गया है। इस प्रकरण में संदिग्ध भूमिका निभाने वाले माधवनगर थाने के एक आरक्षक केशव को भी एसपी लाइन अटैच कर चुके है।

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