मध्यप्रदेश

बुर्का पहन महिला ने किया महाकाल दर्शन

सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा तो बोली जिन्न का आदेश है

महाकालेश्वर मंदिर में सुबह एक महिला अपनी मां व रिश्तेदार के साथ बुर्का पहनकर महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने पहुंची। दर्शनों के बाद लौटते समय लोगों ने आपत्ति ली तो महाकाल पुलिस उसे थाने ले गई जहां महिला ने पुलिस अफसरों से कहा कि मुझे जिन्न ने आदेश दिया था इस कारण बुर्का पहनकर मंदिर में गई थी। पुलिस द्वारा महिला का आधार कार्ड आदि से तस्दीक की जा रही है।

महिला के रिश्तेदार किशन पिता डालचंद निवासी भीलवाड़ा ने बताया कि वह लक्ष्मी और उसकी मां के साथ बस से सुबह 5 बजे उज्जैन पहुंचे थे। लक्ष्मी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उसे ऊपरी हवा का चक्कर है। लक्ष्मी को जिन्न ने आदेश दिया कि बुर्का पहनकर महाकाल भगवान के दर्शन करो तो हवा का चक्कर दूर हो जायेगा।

इस कारण उसकी मां को लेकर उज्जैन आये। यहां बुर्का पहनकर भगवान के दर्शन किये जिसके बाद पुलिस थाने ले आई।वर्तमान में महाकालेश्वर मंदिर में सामान्य दर्शनार्थियों को बड़ा गणेश के सामने घाटी से गेट नंबर 1 से प्रवेश दिया जा रहा है। गेट के सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि जब महिला बुर्का पहनकर प्रवेश कर रही थी तो उसे रोका और निरीक्षक को सूचना दी।

प्रवेश गेट पर खड़े निरीक्षक वीर बहादुर सिंह ने महिला को आगे आने की अनुमति दी और गेट पर रोक लिया तभी सिक्युरिटी कंपनी का सुपरवाइजर अजय बैरागी आया और कहा कि साब से बात हो गई है जाने दो तो महिला को जाने की अनुमति दी।

लक्ष्मी, उसकी मां व रिश्तेदार किशन को गेट नंबर 1 पर तैनात महिला कर्मचारी रमा तिवारी ने रोका। बुरखा पहने लक्ष्मी से कहा कि चैंजिंग रूम में जाकर साड़ी पहन लो, बुरखे में मंदिर नहीं जा सकतीं, लेकिन सुपरवाइजर अजय बैरागी और गेट निरीक्षक वीर बहादुर सिंह के बीच बात होने के बाद रमा तिवारी उसे कार्तिकेय मंडपम तक ले गईं। भगवान के दर्शनों के बाद उसे बुरखा उतारने को कहा।

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