मां के लिए अभद्र भाषा से अंतरात्मा व्यथित हुई

करणी सेना के आंदोलन में गाली देने वाले मामले में शिवराजसिंह ही पहली प्रतिक्रिया, सोशल मीडिया पर हुए भावुक
मुख्यमंत्री की आलोचना का अधिकार है, लेकिन…
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करणी सेना आंदोलन के दौरान उन्हें गाली देने वालों पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। CM ने अपनी मां को याद करते हुए इस मामले में सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट लिखी। उन्होंने लिखा- मां का स्वर्गवास मेरे बचपन में हो गया। उनके लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल अंतरात्मा को व्यथित कर गया। हालांकि उन्होंने गाली देने वालों को माफ भी कर दिया।
बता दें कि भोपाल में हुए करणी सेना परिवार के आंदोलन के दौरान शामिल हुए कुछ युवकों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए गंदी गालियां दी थीं। साथ ही आपत्तिजनक नारे भी लगाए थे। जिसके VIDEO सामने आने के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। साथ ही एक आरोपी ओकेंद्र सिंह राणा को हरियाणा से गिरफ्तार कर लाई थी।
करणी सेना प्रमुख ने मांगी माफी
CM के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी से ग्वालियर-चंबल बेल्ट में OBC महासभा संगठन भी नाराज है। उधर, करणी सेना परिवार के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर ने इस मामले में मुख्यमंत्री से माफी मांगी है। मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी का VIDEO सामने आने के बाद शनिवार को करणी सेना परिवार प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर ने फेसबुक लाइव आकर सार्वजनिक तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से माफी मांगी। जीवन ने कहा, हमारे आंदोलन में मैंने किसी व्यक्ति, समाज के खिलाफ आपत्तिजनक बात नहीं की, लेकिन कुछ लोगों के बयानों से गुर्जर समाज, धनगर समाज के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। मेरे किसी भाई के कृत्य की वजह से मुख्यमंत्री जी या उनके समर्थकों को ठेस पहुंची है, तो मैं उसके लिए क्षमा चाहता हूं।
- इस मामले में रविवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी चुप्पी तोड़ी और ट्विटर हैंडल पर भावुक पोस्ट लिखी…
मां का स्वर्गवास मेरे बचपन में हो गया था; गाली देने वालों को माफ किया
सीएम ने लिखा… पिछले दिनों एक आंदोलन के दौरान अभद्र भाषा का उपयोग किया गया था। मुख्यमंत्री की आलोचना का अधिकार है, लेकिन जिस मां का स्वर्गवास वर्षों पहले मेरे बचपन में ही हो गया था, उनके लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल अंतरात्मा को व्यथित कर गया।
इस मामले में क्षमा मांगी गई है। मैं भी अपनी मां से प्रार्थना करता हूं कि वह जहां भी हों, अपने इन बच्चों को क्षमा करें और मेरे मन में भी अब उनके लिए कोई गिला-शिकवा नहीं है।
आप सब अपने हैं और अपना भी कोई गलती कर दे, तो उसको अपने से अलग नहीं किया जा सकता। मैं सबसे स्नेह करता हूं। सबके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हूं और समाज के सभी वर्गों के विकास का काम किया है और आगे भी करता रहूंगा।