महाशिवरात्रि तक नहीं हो पायेगा महाकाल मंदिर विकास

कलेक्टर ने अफसरों की छुट्टियां निरस्त की, अप्रैल-मई तक टल सकता है प्रोजेक्ट का लोकार्पण
समाचार आज। उज्जैन
महाकालेश्वर मंदिर में 350 करोड़ रूपए की लागत से ज्यादा के विकासकार्यो का लोकार्पण शिवरात्री तक नहीं हो सकेगा। मंदिर के विकास कार्यो का लोकार्पण अब अप्रैल के अंत या मई महीने की शुरूआत में होगा। रूद्रसागर का काम पूरा करने के लिए भी कलेक्टर ने एक महीने का अतिरिक्त समय दे दिया है, साथ ही हिदायत भी दी है कि इस अवधि तक रूद्रसागर पूरी तरह से सीवरेज से मुक्त हो जाना चाहिए।
महाकालेश्वर विकास योजना के प्रथम चरण के काम शिवरात्री से पहले पूरा करने का टारगेट तय किया गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ही इस बात के संकेत दिए थे कि शिवरात्री पर्व पर विकासकार्यो का लोकार्पण किया जा सकता है। तय समयावधि तक सारे काम पूरे हो पाना मुश्किल है। गुरूवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने विकास परियोजना के कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर ने रूद्र सागर में सीवर का पानी मिलने से रोकने के लिये किये जा रहे कार्यों में ढिलाई के लिये टाटा के इंजीनियरों के प्रति नाराजगी व्यक्त की तथा निर्देश दिये कि वर्किंग प्लान बनाते हुए 15 मार्च तक रूद्र सागर में सीवर का पानी मिलने से रोकने का कार्य पूर्ण करें। कलेक्टर ने कहा कि हर बार नई टाईम लाइन देने की बजाय सभी कार्य समय पर पूर्ण होना चाहिये। कलेक्टर ने सभी कार्य 15 मार्च तक पूर्ण करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने उक्त निर्माण कार्य से जुड़े सभी इंजीनियर एवं अधिकारियों की छुट्टियां निरस्त करने के निर्देश दिये हैं। बैठक में नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, एडीएम संतोष टैगोर, स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक, एसडीएम संजीव साहू, महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ सहित स्मार्ट सिटी एवं टाटा के इंजीनियर्स मौजूद थे।
बैठक में जानकारी दी गई कि महाकाल कॉरिडोर में म्युरल फिनिशिंग का कार्य 31 मार्च तक पूर्ण हो जायेगा। इसी तरह बेगमबाग क्षेत्र का कार्य भी 31 मार्च तक पूर्ण किया जायेगा। कलेक्टर ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के लिये एक-एक दिन महत्वपूर्ण है, इसलिये प्रतिदिन मॉनीटरिंग करते हुए कार्य को प्राथमिकता से पूर्ण किया जाये। उन्होंने चारधाम से त्रिवेणी संग्रहालय मार्ग का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश देते हुए कहा कि छोटी-छोटी समस्याओं के कारण प्रोजेक्ट को डिले नहीं किया जाये। रोड की खुदाई के बाद जनता की परेशानियों को देखते हुए निर्माण कार्य भी शीघ्र पूर्ण करना चाहिये। बैठक में जानकारी दी गई कि शिखर दर्शन एवं लाइट एण्ड साउण्ड के टेण्डर शीघ्र जारी किये जायेंगे। कलेक्टर ने वीआईपी मूवमेंट प्लान, महन्त निवास, वीरभद्र अखाड़े का प्लान तथा 11 मकान हटाने के बाद मुक्त हुई जमीन के विकास की योजना बनाकर प्रस्तुत करने को कहा है। उन्होंने महाशिवरात्रि के पूर्व बेगमबाग वाली रोड को मोटरेबल करने के निर्देश दिये हैं।