प्रदेश अध्यक्ष डीपी धाकड़ की झाबुआ से ललकार-हमारे अधिकार लौटाओ नहीं तो भोपाल आते हैं…

चुनाव स्थगित, लेकिन पंचायत जनप्रतिनिधियों के अधिकार अफसरों को सौंपे, ग्रामीण जनप्रतिनिधियों में आक्रोश
झाबुआ। समाचार आज
प्रदेश सरकार ने पंचायत चुनाव पर तो रोक लगा कर आचार संहिता भी खत्म कर दी लेकिन पंच-सरपंच, जनपद एवं जिला पंचायत सदस्यों आदि का उनके पूर्व की तरह अधिकार नहीं लौटाये हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को चार्ज दे दिए गए है। इसके खिलाफ पूरे प्रदेश में पंचायत प्रतिनिधि एकजुट होकर तगड़ा विरोध कर रहे हैं। विरोध का बिगुल 10 जनवरी को झाबुआ में बजा। जहां रतलाम जिला पंचायत उपाध्यक्ष व मप्र कांग्रेस पंचायत प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डीपी धाकड़ ने सरकार को खुलेआम चेतावनी दी है।
10 जनवरी को जिला पंचायत पर एकत्रित को जिले के पंचायत जनप्रतिनिधियों ने विरोध प्रदर्शन किया जिसका नेतृत्व करते हुए डीपी धाकड़ ने प्रदेश सरकार को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा कि या तो सरकार मप्र में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव करवाएं या फिर सभी पंच-सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्यों को उनके अधिकार लौटाएं, नहीं तो आज केवल आंदोलन किया जा रहा है। मांग पूरी नहीं होने पर प्रदेश की राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री का घेराव करने से भी प्रदेशभर के पंचायत प्रतिनिधि नहीं चूकेंगे।
कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता साबिर फिटवेल ने बताया कि विरोध प्रदर्शन में सभा को संबोधित करते हुए पेटलावद विधायक वालसिंह मेड़ा ने कहा कि मप्र सरकार पंचायत जनप्रतिनिधियों के साथ छलावा कर रहीं है। उनके द्वारा एक ओर जहां पंचायत चुनाव में अड़ंगा लड़ाते हुए इस पर रोक लगा दी है तो दूसरी ओर जनप्रतिनिधियों के अधिकार छीनकर उनके संपूर्ण वित्तीय अधिकार प्रशासनिक अधिकारियों को दे दिये हैं। यह दोहरी नीति जनप्रतिनिधि सहन नहीं करेंगे।
जिला पंचायत अध्यक्ष शांति राजेश डामोर, जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष रूपसिंह डामोर, जनपद पंचायत झाबुआ अध्यक्ष शंकरसिंह भूरिया, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष झाबुआ कान्हा गुंडिया, जनपद सदस्य मथियास भूरिया आदि ने सभा को संबोधित करते हुए मप्र सरकार के खिलाफ अपना पुरजोर आक्रोश व्यक्त किया। सभा का संचालन जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष हेमचंद डामोर ने किया। बाद में यहां से अपने अधिकारों के संबंध में नारेबाजी करते हुए सैकड़ों की संख्या में उपस्थित समस्त जनप्रतिनिधि कलेक्टोरेट पहुंचे। जहां नारेबाजी के बीच ही सभी ने मिलकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम एलएन गर्ग को दिया। ज्ञापन का वाचन एवं संबोधन मप्र पंचायत प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डीपी धाकड़ ने किया।