महाकाल क्षेत्र में अभी-भी अंग्रेजी का बोलबाला

सीएम के आदेश का चार माह बाद भी होटल मालिकों ने नहीं लगाए हिन्दी साइन बोर्ड
समाचार आज। उज्जैन
श्री महाकालेश्वर मंदिर क्षेत्र के चारों ओर लगे साइन बोर्ड में अभी-भी अंग्रेजी का ही बोलवाला है। जबकि चार महीने पहले 2 अप्रेल गुड़ी पड़वा पर्व पर उज्जैन आए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने महाकाल मंदिर क्षेत्र के सभी बोर्ड हिन्दी में लगाने के निर्देश दिए थे।
2 अप्रैल को आयोजित गौरव दिवस के कार्यक्रम में श्री चौहान ने रामघाट पर आम लोगो को सबोंधित करते हुए शहर की होटलों के नाम अंग्रेजी में लिखे होने पर चिंता जाहिर करते हुए उज्जैन कलेक्टर को जल्द ही सभी होटलों के नाम हिन्दी में करने के आदेश दिए थे। चार महीने बीत जाने के बाद भी अधिकतर होटल के नाम अब तक ही हिन्दी में नहीं किए गए है। मुख्यमंत्री श्री चौहान जब सर्किट हाउस से शिप्रा नदी के रामघाट पर पहुंचे थे तब उन्होंने भरे मंच से कहा था कि मैं अभी शिप्रा नदी की और आ रहा था इस दौरान कई नई-नई होटलों का निर्माण हो चुका है। शहर की अधिकतर होटल के नाम इंग्लिश में लिखे है। इनको जल्द ही हिन्दी में लिखना होगा। इस दौरान सीएम ने उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह को आदेश दिया था की जल्द ही होटल मालिकों की बैठक बुलाई जाए जिसके बाद कलेक्टर ने होटल मालिकों बैठक कर सामंजस्य बैठाया और जल्द ही सभी ने भरोसा दिलाया की शहर की होटल के हिन्दी नाम के साईन बोर्ड भी होटल पर लगेंगे । मंच से सीएम ने अधिकारियों को कहा था की बड़ी संख्या में श्रद्धालू उज्जैन पहुंचते है, इंग्लिश में नाम लिखे होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। सभी होटल पर जल्द ही हिन्दी में भी नाम लिखे होना चाहिए।
महाकाल मंदिर के पास ही 400 से अधिक होटल
महाकाल मंदिर में हजारो श्रद्धालु रोजाना दर्शन के लिए पहुंचते है। यहां आने वाले श्रद्धालु भस्म आरती के दर्शन हेतु रात अलग अलग होटलों में रुकते है। बीते एक दशक में मंदिर के सामने होटलों की बाढ़ से आ गई है। यहां देखते ही देखते एक के बाद एक सैकड़ो होटलों का निर्माण हो चूका है। कई होटल तो थ्री स्टार कैटेगरी की है। इनमें अधिकतर के नाम इंग्लिश में लिखे है।