धर्मयोद्धा का उज्जैन में प्रीमियर, देखिये खिलजी सल्तनत के अत्याचारों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई
धर्मयोद्धा, हिंदू योद्धाओं के अदम्य साहस और त्याग की कहानी

फिल्म धर्मयोद्धा का 23 नवम्बर 2024 को उज्जैन के भारत माता मंदिर परिसर में प्रीमियर किया गया। रीवा में बनी ऐतिहासिक फिल्म धर्म योद्धा फिल्म के लेखक सूरज नारायण, फिल्म के प्रमुख अभिनेता उत्तम कुमार और सामाजिक समरसता मंच प्रचार विभाग उज्जैन के अनेक महत्वपूर्ण हस्तियां इस मौके पर मौजूद थे।
फिल्म धर्मयोद्धा की कहानी हिंदू योद्धाओं के अदम्य साहस और त्याग पर आधारित है, जिन्होंने खिलजी सल्तनत के अत्याचारों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी।
धर्मयोद्धा में अलाउद्दीन खिलजी के दौर की यातनाओं को दर्शाया
फिल्म धर्मयोद्धा में बताया गया है कि जब अलाउद्दीन खिलजी ने अधिकांश हिंदू राजाओं को परास्त कर दिया था और हिन्दू धर्म पर संकट मंडरा रहा था, उस समय राय सिंह चौहान, देवल देवी और खुसरो शाह नामक तीन वीर योद्धाओं ने अपनी वीरता और सूझबूझ से खिलजी सल्तनत का अंत कर दिया। यह फिल्म दर्शाती है कि किस तरह हिंदुओं ने अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए अनगिनत यातनाएं सही और अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। धर्मयोद्धा का संदेश स्पष्ट है कि हिंदू धर्म के लिए लड़े गए युद्ध किसी जातिगत विभाजन से परे थे। सभी हिंदू एक हैं और उन्होंने एकजुट होकर अपने धर्म की रक्षा की।
धर्मयोद्धा में इन्होंने निभाई मुख्य भूमिका
मुख्य भूमिका में यजुष नारायण, उत्तम कुमार, दिया मिश्र, शिव मोहन, अमर द्विवेदी, प्रसून मिश्रा, बादल सोनी, भूमिका निगम, संध्या सिंह, राजन शुक्ला जैसे कलाकारों ने अपनी बेहतरीन अदाकारी से इन ऐतिहासिक किरदारों को जीवंत किया है। फिल्म का संगीत त्रिवेद रचित ने दिया है, जो फिल्म के हर भाव को उभारता है। गीतकार योगेंद्र मिश्र, अमित खुसरो और वाजि़द अली शाह ने अपने गीतों से फिल्म को एक ऐतिहासिक और भावनात्मक आयाम दिया है। फिल्म का निर्देशन और निर्माण विजय कुमार मिश्र ने किया है, जबकि इसकी पटकथा सूरज नारायण द्वारा लिखी गई है। कैमरा में विकास पांडे एडिटिंग संयम बैस आगम मिश्रा ने किया है।
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रीवा के ऐतिहासिक स्थलों पर हुई है फिल्म की शूटिंग
फिल्म की शूटिंग रीवा के ऐतिहासिक स्थलों क्योटी वेंकट भवन आदि जगह पर की गई है, जो फिल्म को प्रामाणिकता का स्पर्श देते हैं और दर्शकों को उस कालखंड की वास्तविकता में ले जाते हैं। धर्मयोद्धा न केवल ऐतिहासिक घटनाओं को पुनर्जीवित करती है, बल्कि यह फिल्म भारतीय संस्कृति, धर्म और साहस की कहानी भी बयां करती है, जो आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। इस फिल्म के सफल होने पर विंध्य कम बजट में सार्थक फिल्म बनाने के लिये एक संभावना के रूप में स्थापित हो जाएगा।
हरिओम राय @ उज्जैन