उज्जैन की मासूम राजनंदिनी चली अंतिम सफर पर, परिजन-पड़ोसी मांग रहे इंसाफ

-मोहन नगर चौराहे पर शव रखकर हत्यारों को फांसी देने की गुहार लगाई, महिलाओं ने आरोपी का घर घेरा
पकड़े गये पड़ोसियाें का कहना घर में बनी पानी की होद में खेलते वक्त डूबने से हुई मौत,
-सच्चाई जानने के लिए पुलिस करायेगी डायटम टेस्ट
हरिओम राय
समाचार आज @ उज्जैन
मध्यप्रदेश के धार्मिक शहर उज्जैन की कमल कॉलोनी से दो दिन पहले गुम हुई चार साल की मासूम राजनंंदिनी गुरुवार 8 जून को चार कांधे पर अंतिम सफर की ओर चल दी है। परिजन-पड़ोसीजन इंसाफ के लिए लड़ रहे हैं। मौत का कारण अभी-भी स्पष्ट नहीं है। पुलिस हिरासत में आए संदिग्ध कह रहे हैं खेलते वक्त घर में बनी पानी की होद में डूबने से राजनंदिनी की मौत हुई है। घबराहट में उन्होंने लाश बोरी में भरकर नाले के किनारे फेंक दिया था। हर एंगल से जांच कर रही पुलिस सच्चाई जानने के लिए अब डायटम टेस्ट करायेगी, जिससे मौत का कारण पानी में डूबना है या कुछ और वह सामने आ जायेगा।
गुरुवार सुबह 8 जून को डॉक्टरों की पैनल से पीएम होने के बाद राजनंदिनी का शव उसके परिजनोंं को सौंप दिया गया। परिजन व पड़ोसी इस घटना से बेहद आक्रोशित थे। उनका कहना था कि पड़ोस के घर में ही अगर हादसे में राजनंदिनी की जान गई थी तो घरवालों ने यह बात छिपाई क्यों और लाश बोरे में बंद कर दूर नाले में क्यों फेंकी। इनका आरोप है कि राजनंंदिनी हत्या की गई है और हत्यारों को फांसी सजा दिलाई जाये और उनका घर तोड़ा जाये। इसी मांग को लेकर परिजन और पड़ोसियों ने शव के साथ मोहन नगर चौराहे पर चक्काजाम कर आगर रोड रोक दिया। पुलिस ने समझा बुझाकर चक्काजाम खुलवाया। दोपहर करीब 12 बजे के आसपास कमल कालोनी स्थित घर से राजनंदिनी का अंतिम सफर प्रारंभ हुआ जिसमें सैकड़ों की संख्या में आसपास के लोग शामिल हुए।
महिलाओं ने आरोपियों का घर घेरा
घटना से आक्रोशित क्षेत्र की महिलाओं ने राजनंदिनी की शवयात्रा निकलने के बाद आरोपी परिवार का घर घेर लिया। आक्रोशित महिलाओं का कहना है कि आरोपी परिवार ने हत्या की है। हादसे में उसकी मौत नहीं हुई है। ऐसे में आरोपियों को फांसी दी जाये और उनका घर तोड़ा जाये। आक्रोशित महिलाओं ने नारेबाजी की और लंबे समय तक पुलिस से बहस भी की।
कौन है संदिग्ध परिवार, क्या है इनका कहना
राजनंदिनी के घर से एक मकान दूर स्थित इस मकान में चार सदस्यीय परिवार रहता है। जिसमें पति-पत्नी, पुत्र और एक 19 साल की लड़की भी है।राजनंदिनी और उसकी बड़ी बहन अकसर परिवार की लड़की के साथ ही खेलते-खाते थे। परिवार के सदस्यों का कहना है कि घटना के दिन राजनंदिनी खेलते वक्त उनके घर आई होगी और जाने कब पानी की होद में गिर गई। जब राजनंदिनी की तलाश शुरू हुई तो उन्होंने अपनी पानी की होद में राजनंदिनी की लाश देखी। इस कारण उन लोगों के होश उड़ गए और घबराहट में उन्होंने राजनंदिनी की लाश को एक बोरी में बंद किया और अगले दिन सुबह उस लड़की का भाई गणेश टेकरी निवासी अपने एक मित्र की मदद से बोरी को जूना सोमवारिया क्षेत्र में नाले के किनारे छोड़ आया। लाश मिलने के बाद पुलिस ने जब आसपास के सीसीटीवी कैमरों में किसी को बोरा ले जाते हुए तलाश किया पड़ोस का युवक ट्रे्स हो गया। इस आधार पर पुलिस ने पूरे परिवार को थाने बुलााया तो हकीकत सामने आई।
डायटम टेस्ट से होगी पुष्टी, साक्ष्य छिपाने की कार्रवाई तो होगी ही
पुलिस को घटना की स्पष्ट वजह पीएम के दौरान किए जाने वालेे डायटम टेस्ट पता चल सकेगी। इस जांच से स्पष्ट हो जाएगा कि बालिका की मौत पानी में डूबने से हुई या उसे मारकर फैंका गया था। बालिका का पीएम तीन डाक्टर्स की पैनल ने किया और पीएम की रिपोर्ट पर ही प्रकरण और हिरासत में लिए गए संदिग्धों पर कार्रवाई तय होगी।
तंत्र-मंत्र के कारण पड़ोसी पर शक
लापता राजनंदनी के नहीं मिलने पर पुलिस को सबसे पहले अपहरण करने का शक हुआ था। राजनंदिनी के पिता केटरिंग वाले के काम करते हैं। मां दोनों पैरों से विकलांग है। आर्थिक स्थिति भी काफी कमजोर है, इस कारण अपहरण की संभावना की पुष्टी नहीं होने पर बुधवार को ही पुलिस ने क्षेत्र के हर नाले, घरों की होद, छतों पर रखी पानी की टंकियां खंगाल डाली थी। शाम तक अंदेशा होने लगा था कि बालिका के साथ कुछ अनर्थ हुआ है। मामले में सीसी टीवी फॅूटेज के आधार पर पकड़ाए पड़ोसी परिवार के तंत्र क्रिया करने की आशंका जानकर हत्या की वजह तंत्र क्रिया माना जा रहा था। इसी आधार पर तीनों को पकड़ा तो पूरी कहानी सामने आ गई। तीनों के बयानों की पुष्टी पांच डाक्टर्स की पैनल द्वारा पोस्ट मार्टम करने के बाद हो पाएगी। इसी आधार पर आगे की कार्रवाई तय है।
डायटम टेस्ट से सच आयेगा सामने
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि राजनंंदिनी के पानी की टंकी में डूबने से हुई मौत का सच जानने के लिए डायटम टेस्ट कराया जा रहा है। हम आपको बता दें कि शरीर में जब ब्लड सर्कुलेशन बंद हो जाता है और मौत हो जाती है तो इस प्रक्रिया में मृतक के शरीर में डायटम पाया जाता है। लेकिन यदि किसी की हत्या कर शव को पानी में फेंका जाए तो उसके अंदर डायटम नहीं पाया जाता है। इससे यह स्पष्ट हो जायेगा कि राजनंदिनी की मौत डूबने से हुई है या फिर हत्या के बाद उसे डुबोकर नई कहानी गढ़ी जा रही है। इसी टेस्ट के आधार पर पड़ोसी परिवार पर कार्रवाई होगी। अगर उनकी कहानी झूठी साबित होती है तो सभी हत्या के मामले में आरोपी बनेगी और अगर वे सच बोल रहे हैं तो भी साक्ष्य छिपाने का आरोपी बनना तो तय ही है।