मध्यप्रदेश

मुंहबोली मां-बेटी ने एक ही दिन अपने-अपने घर जान दी, कारण तलाशने में उलझी पुलिस

समाचार आज। उज्‍जैन

उज्जैन में कानीपुरा के पास एमपी नगर और नानाखेड़ा के नजदीक महाकाल वाणिज्य केंद्र में रहने वाली दो महिलाओं ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या के दोनों ही मामले अलग-अलग स्थानों के भले ही है लेकिन इनमे आपसी कनेक्शन है। दोनों ही महिलाएं मुंहबोली मां-बेटी थी। पुलिस को अब तक इनकी आत्महत्या की वजह का पता नहीं चल सका है।

मां ने जहर पहले खाया

उज्जैन नानाखेड़ा क्षेत्र महाकाल वाणिज्य केंद्र मैं रहने वाली महिला ममता पति मुकेश नागर उम्र 42 वर्ष ने शनिवार की दोपहर सल्फास खाकर जान देने की कोशिश की। घर में महिला की हालत बिगड़ी तो परिजन उसे बिड़ला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां शनिवार की शाम ममता नागर ने दम तोड़ दिया। ममता नागर महाकाल वाणिज्य केंद्र में अपने पति और बेटे शुभम नागर के साथ रहती थी। उनके पति मुकेश नागर वकील है, बेटा शुभम भी एक निजी कंपनी के लिए नागदा में नौकरी करता है।

शाम को बेटी ने भी जहर खाया

आत्महत्या का दूसरा घटनाक्रम कानीपुरा रोड की कॉलोनी एमपी नगर का है। इस कॉलोनी में रहने वाली महिला लक्ष्मी पति भूपेंद्र सिंह उम्र 26 वर्ष ने भी शनिवार की शाम जहर खा लिया था। इस महिला की हालत बिगड़ी तो पति उसे पहले जिला अस्पताल फिर एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। इलाज के दौरान देर रात लक्ष्मी ने दम तोड़ दिया। इनमें से एक मामले की जांच नानाखेड़ा पुलिस कर रही थी, दूसरे मामले में चिमनगंज मंडी पुलिस ने जांच शुरू की। रविवार की सुबह लक्ष्मी और ममता नागर दोनों के शवों के साथ में जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम हुए।

इंदिरा नगर में पास-पास रहते थे

जांचकर्ता पुलिस अधिकारियों को पता चला कि जिन्हें वे दो अलग-अलग मामले मान रहे थे वे आपस में जुड़े हुए घटनाक्रम है। ममता नागर और लक्ष्मी राजपूत का परिवार कुछ सालों पहले तक इंदिरा नगर में पास-पास रहते थे। लक्ष्मी के पति भूपेंद्र सिंह राजपूत इलेक्ट्रिशियन हे जो कि लाइट फिटिंग का कार्य करते है। लक्ष्मी राजपूत की एक 9 साल की बेटी है। इंदिरा नगर में निवास करने के दौरान लक्ष्मी ने ममता नागर के बेटे शुभम को राखी बांधकर अपना भाई बनाया था।

आखिर क्‍यों मां-बेटी ने मौत को गले लगाया

ममता नागर और लक्ष्मी के बीच मां-बेटी जैसा प्यार था। आखिर ऐसा क्या हुआ कि दोनों ने एक साथ एक ही दिन आत्महत्या करने का इरादा किया, इस सवाल का जवाब तलाशने में पुलिस के अधिकारी भी जुटे हुए है। दोनों परिवार फिलहाल गमजदा है इसलिए परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज नहीं हो सके है।

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