अध्यात्म

कुबेरेश्वरधाम में 16 फरवरी से रुद्राक्ष महोत्सव की धूम शुरू, दो दिन पहले ही पांडाल फुल

हरिओम राय, उज्‍जैन

सीहोर के कुबेरेश्वरधाम में अंतराष्‍ट्रीय कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा के सान्निध्‍य में 16 फरवरी 2023 से विशाल रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन की धूम अभी से शुरू हो गई है। दो दिन पहले 14 फरवरी से ही कुबेरेश्‍वर धाम में लगे पांडाल फुल हो गये हैं। यहां पर श्रद्धालुओं ने डेरा जमा लिया है। कुबेरेश्वरधाम में महाकुंभ स्तर का विशाल रुद्राक्ष महोत्सव 16 से 22 फरवरी तक आयोजित किया जाना है इस के लिए कलेक्टर प्रवीण सिंह ने कानून व शांति व्यवस्था तथा अन्य व्यवस्थाओं के लिए विभिन्न अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है।

कलेक्टर सिंह ने निर्देश दिए है कि 16 फरवरी से लेकर 22 फरवरी तक समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर व कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित रुद्राक्ष महोत्सव को लेकर जिला और पुलिस प्रशासन और विठलेश सेवा समिति के द्वारा कुंभमेला स्तर की तैयारियां की गई है। कुबेरेश्वरधाम मेला स्थल पर पर्याप्त पार्किंग के लिए स्थान, वाहनों के आवागमन, बैरिकेटिंग, आने वाले श्रद्धालुओं की बैठक व्यवस्था, पेयजल, शौचालय सहित अन्य समुचित व्यवस्था की गई है। कलेक्टर ने 16 फरवरी से 22 फरवरी तक कानून व शांति व्यवस्था अन्य व्यवस्थाओं के लिए तथा संपूर्ण व्यवस्था के प्रभारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी सीहोर होगें। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को समस्त कार्यक्रम के दौरान पर्याप्त मात्रा में एम्बुलेंस मय डॉक्टर टीम व आवश्यक जीवन रक्षक औषधियों व पैरामेडिकल स्टाफ सहित उपलब्ध रखना सुनिश्चित करने को कहा है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निर्देश दिए है कि समस्त कार्यक्रम स्थल पर फायर ग्रिगेड वाहन फायर फाइटर, साफ-सफाई व्यवस्थाएं उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिए है। कुबेरेश्वरधाम जाने वाले मार्ग भटोनी जोड़, नापलाखेड़ी जोड़, कथा स्थल आदि सभी चिह्नित स्थानों एवं अन्य स्थानों पर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

जाम से बचने के लिए कुबेरेश्वर धाम से महोडिया रोड जोड़ा

कुबेरेश्वर धाम में आयोजित रुद्राक्ष महोत्सव के लिए श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। वाहनों के कारण जाम की स्थिति ना बने, इसके लिए महोडिया रोड को कुबेरेश्वर धाम से जोड़ा गया है। अब पीछे की तरफ से भी वाहनों को निकाला जा सकेगा। फोरलेन से आयोजन स्थल तक जाने के लिए 4 मार्ग बनाए गए हैं। इनमें से पैदल और वाहन मार्ग अलग-अलग रहेंगे। मुख्य द्वारा से वाहनों का प्रवेश निषेध रहेगा।पानी के लिए 16 टैंकरऔर 700 नलों की व्यवस्थापानी के लिए पांच जगहों पर व्यवस्था की गई है। इन सभी जगहों पर नल लगाए गए हैं। यहां से लोग पानी पी सकेंगे। इसके अलावा प्रशासन और नगर पालिका के सहयोग से 16 टैंकर भी रखे जाएंगे। नलों से पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इसी तरह जो जगह-जगह नल लगाए गए हैं उनकी संख्या 700 है। इस तरह से श्रद्धालुओं के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जा रही है।

कुबेरेश्वर धाम में इस बार पिछली बार की तरह जगह का अभाव नहीं होगा। इस बार पीछे की तरफ कथा स्थल बनाया गया है। वहीं पास में रुद्राक्ष स्थल भी तैयार किया गया है जहां पर 24 घंटे रुद्राक्ष मिलेंगे। इसके लिए यहां पर 10 काउंटर तैयार किए गए हैं। किसी तरह की अव्यवस्था ना हो, इसके लिए यहां पर कतार लगाने के लिए बेरिकेडिंग की गई है। 25 एकड़ के रकबे में कथा स्थल और रुद्राक्ष स्थल तैयार किया गया है। इसलिए इस बार जगह की कमी नहीं पड़ेगी।

15 भटि्टयों में बनेगा श्रद्धालुओं का भोजन

कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित रुद्राक्ष महोत्सव को लेकर प्रशासन और विठलेश सेवा समिति के द्वारा कुंभ स्तर पर तैयारियां की जा रहीं है। हजारों की संख्या में वाहनों को खड़ा करने के लिए करीब 150 एकड़ से अधिक क्षेत्र में पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा 2 अस्थाई बस स्टेशन का निर्माण भी किया जा रहा है पार्किंग व्यवस्था के लिए 150 एकड़ भूमि की व्यवस्था की गई है। मंदिर परिसर के पास में ही एक बड़ी भव्य भोजनशाला और करीब 15 भट्टियों का निर्माण किया गया।

5 किलो आटे की एक पूड़ी, 50 लोगों का भरेगी पेट

इस साल यहां श्रद्धालुओं के लिए भोजन व्यवस्था में कुछ बदलाव किया गया है। यह बदलाव लोगों के लिए नया अनुभव लेकर आएगा, क्योंकि इस बार यहां परंपरागत रूप से बनने वाली छोटी पूड़ी नहीं बनेगी, बल्कि 5 किलो आटे की एक विशाल पूड़ी बनेगी। जिसमें 50 लोग एक साथ भोजन कर सकेंगे। विशेष तौर पर हलवाई और कारीगरों को बुलाया गया है जो श्रद्धालुओं के लिए भोजन तैयार करेंगे। पंडित प्रदीप मिश्रा का कुबेरेश्वर धाम मध्यप्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में प्रसिद्ध है और यहां होने वाले रुद्राक्ष महोत्सव की देशभर के श्रद्धालुओं को बड़ी बेसब्री से प्रतीक्षा रहती है। इस साल यह रुद्राक्ष महोत्सव 16 से 22 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है।

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