इंदौरी बदमाशों ने की थी महाकाल के भक्तों से लूट, उज्जैन पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और धरदबोचा

समाचार आज
उज्जैन के इंदौर गेट स्थित कलश होटल में अज्ञात बदमाशों ने रविवारसुबह चाकू और बंदूक की दम पर महाकाल के दर्शन को आए यात्रियों से लूटपाट की थी। बदमाशों ने लाखों रुपए के सोने के जेवर को लूटने की घटना को अंजाम दिया था। घटना में सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद से पुलिस फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही थी। मामले में क्राइम ब्रांच ने मंगलवार सुबह तीनों आरोपी को गिरफ्तार किया है। तीनों ने पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश की तो पुलिस ने भी इन्हेें दौड़ा-दौड़ा पीटा और काबू में ले लिया। तीनों इंदौरी बदमाश हैं।
उज्जैन में रविवार को इंदौर गेट स्थित कलश होटल में सुबह करीब 4 बजे तीन बदमाशों ने बंदूक और चाकू की दम पर महाकाल मंदिर में दर्शन करने आए दिल्ली और विदिशा के भक्तों के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया था। बदमाशों ने श्रद्धालुओं के कमरे का दरवाजा खुलवाया था। दरवाजा खोलते ही बदमाशों ने हथियार अड़ाकर दोनों परिवार से सोने की अंगूठी, दो चेन और करीब 19 हजार रुपए की लूट कर ली थी। सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम सीसीटीवी फुटेज के साथ ही साइबर टीम की मदद से बदमाशों की तलाश में जुटी थी। इस बीच मंगलवार को पुलिस को सुचना मिली कि धरमबडला के समीप लाल कलर की कार को कुछ लोग धक्का देकर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस टीम पहुंची तो तीनों ने भागने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने ने पीछा कर इंदौर निवासी तीनों आरोपी तौफीक, आरिफ और अहसान को पकड़ा लिया। तीनों ने भक्तों से लूटा हुआ माल एक अन्य को दिया है। पुलिस जल्द ही माल को बरामद कर उक्त युवक को भी आरोपी बनाएगी।
सीसीटीवी से हुई पहचान
एसएसपी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि कलश होटल लूट काण्ड में उपयोग की गई लाल कलर की कार के बारे में जानकारी हाथ लगी थी। जिस पर से कार्रवाई कर तीनों आरोपीयो को पकड़ लिया है। जिला अस्पताल में मेडिकल करवाकर आगे की पूछताछ करेंगे। आरोपी की होटल वाले से मिलीभगत है या नहीं इस बात का खुलासा नहीं हुआ है। घटना पर से थाना महाकाल में 131/2023 धारा 392 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।