दोस्ती निभाने के लिए थाम ली बंदूक

राजू द्रोणावत हत्याकांड : खुल रही है परत-दर-परत
उज्जैन के फ्रीगंज मेंं 4 मई 2023 को राजू द्रोणावत की हत्या में चार बदमाशों शामिल के शामिल होने की जानकारी सामने आई हैं। साजिश बाबू भारद्वाज ने रची थी और उससे जेल में हुई दोस्ती निभाने के लिए तीन साथियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया
घासमंडी निवासी राजू द्रोणावत की ४ मई की दोपहर मुंगी तिराहे पर बाइक सवार दो बदमाशों गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना बाबू भारद्वाज द्वारा करवाना सामने आया था। पता चला गोली जीवाजीगंज क्षेत्र स्थित मोतीनगर निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू गुर्जर ने राजू को गोली मारी, जबकि बाइक हरिनगर का धर्मेंद्र पंवार चला रहा था। यह भी मालूम पड़ा कि घटना स्थल पर यशवंत सिसोदिया मौजूद था, उसी ने राजू की सूचना दी थी। पुलिस को चारों आरोपियों के घटना में लिप्त होने की लगभग पुष्टि हो गई। याद रहे आरोपियों को पकडऩे के लिए एसपी सचिन शर्मा ने एसआईटी गठित कर रखी है। वहीं डीआईजी अनिलसिंह कुशवाह ने २० हजार का ईनाम घोषित किया है।
जेल में मिले, दोस्ती हुई, फिर धोखे का लिया बदला
पुलिस रिकार्डनुसार जितेंद्र गुर्जर पर पांच और धर्मेंद्र पर चार केस दर्ज है। दोनों पर कत्ल का पहला प्रकरण है। सूत्रों की माने तो दोनों की जेल में बाबू से दोस्ती हुई थी। उम्रकैद की सजा काट रहे बाबू ने अपहरण में साथी रहे राजू, लव व सुधीर द्वारा जमानत के बाद धोखा देने की बताते हुए उन्हें निपटाने का कहा था। हालांकि पैरोल पर छूटने के बाद बाबू किशन पर जानलेवा हमला कर फरार हो गया, लेकिन दोनों उसके संपर्क में बने रहे, जिसके चलते बाबू ने राजू को निपटाने की योजना बनाई और जीतू व धर्मेद्र ने उस पर अमल किया।