उज्जैन में फ्रीगंज ब्रिज के समानांतर एक और ब्रिज बनने का रास्ता साफ, जानिए कैसा होगा नया ब्रिज

92 करोड़ की लागत से चामुंडा माता चौराहे से महापौर बंगले तक बनेगा, 368 मीटर होगी कुल लंबाई
समाचार आज @ उज्जैन
लंबी बाधाओं के बावजूद आखिरकार फ्रीगंज ब्रिज के समानांतर ब्रिज (free gunj over bridge) बनाने का रास्ता साफ हो गया है। आठ साल बाद अब फ्रीगंज के पुराने ब्रिज के समानांतर नया ब्रिज बन सकेगा। इसका निर्माण करीब 92.76 करोड़ रुपए से होगा। इस ब्रिज की प्रशासकीय स्वीकृति विभाग ने जारी कर दी है और अब जल्द ही इसके टेंडर लगेंगे और ब्रिज बनने का काम शुरू हो जाएगा।
फ्रीगंज ब्रिज के समानांतर ब्रिज बनने का रास्ता साफ हो गया है यह ब्रिज बनने में शासन का 92 करोड़ रुपए से अधिक खर्च होगा। अब जल्द ही इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी लोक निर्माण विभाग सेतु निगम ने इस ब्रिज को बनाने के लिए 92 करोड़ 76 लाख रुपए का एस्टीमेट भेजा है इस ब्रिज की कुल लंबाई 368.5 मीटर होगी यह ब्रिज चामुंडा माता चौराहे से प्रारंभ होकर महापौर बंगले के सामने तक बनेगा इसमें दोनों और पहुंच मार्ग की 100 मीटर की सडक़ भी बनाई जाएगी । इस ब्रिज की जद में महापौर बंगले के सामने कि कुछ बिल्डिंग भी आ रही है। फ्रीगंज का समानांतर ब्रिज बनने से शहर को एक नया 15 वा नया ब्रिज मिलेगा वही इस ब्रिज के बनने से पुराने ओवर ब्रिज का यातायात का लोड भी कम होगा। सेतु निगम को भी इस ब्रिज की प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी गई है अब जल्द ही इस ब्रिज के निर्माण के रास्ते खुल जाएंगे।
सिंहस्थ 2016 के पहले मिली थी स्वीकृति
फ्रीगंज ब्रिज के समानांतरण ब्रिज सिंहस्थ-2016 में स्वीकृत हुआ था लेकिन मास्टर प्लान के तहत माधव क्लब रोड की बजाए इंदिरा गांधी चौराहा यानी महापौर बंगले से चामुंडा माता चौराहा तक बनाए जाने की आपत्ति को लेकर मामला कोर्ट में पहुंचने और फिर समयावधि नहीं हो पाने की वजह से नहीं बन पाया। हालांकि विधायक व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव के लगातार प्रयासों के चलते ब्रिज की स्वीकृति मिल गई। इसका पत्र लोक निर्माण विभाग सेतु निगम को भी मिल गया है। इसमें फ्रीगंज के समानांतर ब्रिज का निर्माण 92 करोड़ 76 लाख से होगा। इसमें पीडब्ल्यूडी व सेतु निगम सहित ब्रिज के समीप संचालित सभी कार्यालय व पीएचई व बिजली की लाइन तथा मुआवजा आदि शामिल हैं। प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद अब जल्द ही इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी।

नए ब्रिज के संबंध में खास बातें (New free gunj over bridge)
- 1- मास्टर प्लान में माधव क्लब रोड, प्रस्ताव चामुंडा माता चौराहा का।
- 2- 2015-16 में मंथन पारमार्थिक संस्था की याचिका पर कोर्ट से स्टे।
- 3- स्टे विकेट हुआ तो सिंहस्थ में समयावधि कम होने से निर्माण नहीं।
- 4- सेतु निगम से एमपीआरडीसी को दिया प्रोजेक्ट फिर सेतु को वापस।
- 5- नए प्रस्ताव के तहत पुराने ब्रिज को ही चौड़ा करने की प्लानिंग बनी।
- 6- पुराने ब्रिज के समानांतर नए ब्रिज के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिली।
- 7- पीडब्ल्यूडी के नए एसओआर के तहत नया एस्टीमेट बनाया।
- 8- प्रशासकीय स्वीकृति नहीं मिली, अटका रहा फ्रीगंज ब्रिज।
ऐसे बढ़ती गई लागत
2015-16 में पहला एस्टीमेट- 22 करोड़
2017-18 में दूसरा एस्टीमेट- 88.78 करोड़
नए एसओआर से एस्टीमेट- 92.76 करोड़
निजी जमीन- 4444 प्रति वर्ग मीटर, 5383.70 लाख रुपए मुआवजा