काशी विश्वनाथ मंदिर में महाकालेश्वर जैसी होगी दर्शन व्यवस्था

वाराणसी से आए दल ने महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं को समझा
समाचार आज। उज्जैन
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए दर्शन व्यवस्था में बदलाव जल्दी ही नजर आयेगा। यह बदलाव उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में किये गये बदलाव की तरह ही हो सकते हैं।

उत्तरप्रदेश के वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर से आये एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था व अन्य बदलावों का अध्ययन किया। शाम को सर्किट हाउस पर बैठक में विस्तार से व्यवस्थाओं को समझा।
19 जुलाई बुधवार को उत्तरप्रदेश वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पदाधिकारियों ने उज्जैन पहुंचकर श्री महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल के दर्शन कर मंदिर की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। प्रशासक संदीप कुमार सोनी व समिति सदस्य राजेंद्र शर्मा ने डेलीगेट में शामिल श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय, संभागायुक्त कौशल राज शर्मा, काशी विश्वनाथ मंदिर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा, ट्रस्टी प्रो. ब्रज भूषण ओझा, डिप्टी कलेक्टर शंभू शरण, जनसम्पर्क अधिकारी पीयूष तिवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति की ओर से उत्तरीय वस्त्र, प्रसाद भगवान का चित्र प्रदान कर सम्मान किया। इस दौरान मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, निज सहायक प्रशांत त्रिपाठी मौजूद थे। डेलीगेट के सदस्यों ने नवनिर्मित श्री महाकाल महालोक का भ्रमण कर मंदिर में चल रहे निर्माण कार्यों को भी देखा। देर शाम को सभी सदस्यों ने मंदिर प्रशासन के अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में बैठक भी की है।
महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के पदाधिकारियों श्री महाकाल महालोक स्थित कंट्रोल रूम में बैठक कर मंदिर की सभी व्यवस्थाओं भस्मार्ती दर्शन , शीघ्र दर्शन, सामान्य दर्शन व उज्जैनवासियों के लिए प्रारंभ हुए नए अवंतिका द्वार के संबंध में जानकरी दी। मंदिर की अनादिकाल से चली आ रही पूजा-पद्धति, उत्सव, परम्पराओं, प्राचीन परम्पराओं, प्रबन्धन, उपासना पद्धति संबंध में अवगत कराया। इसके अलावा मंदिर के विभिन्न प्रकल्पो में गौशाला, निशुल्क अन्नक्षेत्र, वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान के सम्बन्ध में भी विस्तार से बताया।