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Nagar Puja in Ujjain: उज्‍जैन में मदिरा भोग के साथ नगर पूजा

Nagar Puja in Ujjain: महाष्टमी पर महामाया को लगा भोग, शराब की धार बहाते हुए 27 किलोमीटर लंबे पूजा मार्ग पर निकला सरकारी अमला

Nagar Puja in Ujjain:उज्‍जैन में नवरात्रि की महाअष्‍टमी पर नगर पूजा का आयोजन हुआ जिसमें कलेक्‍टर कुमार पुरुषोत्‍तम ने चौबीस खंबा मंदिर पर विराजित मां महामाया और महालया को शराब का भोग लगाकर पूजा का शुभारंभ किया।

श्री चौबीस खंबा माता मंदिर में नगर-देश की सुख, समृद्धि, रक्षा और शांति की कामना के लिए देवी को शराब की धार अर्पित की जाती है। पूजा के तहत एक हांडी में शराब भरी जाती है, जिसमें बूंद-बूंद शराब की धार निकलती है। पूजन के बाद ‎कलेक्टर शराब की हांडी लेकर पैदल चले। बाद में यह हांडी कोटवार को सौंप दी गई। यहां से अधिकारी, कर्मचारी और कोटवारों‎ का दल 27 किलोमीटर लंबी नगर ‎पूजा के लिए निकल गया। नीचे फोटो में मदिरा की हांडी लेकर कलेक्‍टर ने नगर पूजन यात्रा प्रारंभ की-

27 किमी में विराजित देवी-देवताओं की पूजन

पूजन के लिए निकला सरकारी दल शहर 27 किलोमीटर की परिधि में आने वाले प्रमुख देवी-देवता के मंदिर जैसे हरसिद्धि, भूखी माता, गढ़कालिका, नगरकोट सहित 64 देवी और भैरव मंदिरों पर पूजन करेगा। नगर पूजा के‎ दौरान शहर के देवी, भैरव मंदिर में पूड़ी, भजिए, बड़बाकल, भुने गेहूं, नींबू का भोग भी लगाया गया। श्री चौबीस खंबा मंदिर पर श्रद्धालुओं ने माता को अर्पित की गई मदिरा का प्रसाद ग्रहण किया। मान्यता है कि माता महामाया और महालया को अर्पित मदिरा का प्रसाद ग्रहण करने से सभी प्रकार की व्याधियां दूर हो जाती हैं। यहां एक पात्र में देशी मदिरा एकत्रित कर श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में वितरित की जाती है।

पूजन से प्रसन्‍न हाेते नगर के रक्षक देवी-देवता

ऐसी मान्यता है कि नगर पूजा से नगर के सभी रक्षक देवी देवता प्रसन्न होते हैं और अतृप्तों को तृप्ति मिलती है जिससे वे प्रसन्न होकर नगर की शांति एवं सुख समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। शासकीय पूजन दल में सबसे आगे ढोल और धर्म ध्वजा है। इसके पीछे तांबे के पात्र में शराब लिए कोटवार और बांस के टोकरों में बड़बाकल के रूप में भजिए, पूरी व भीगे चने आदि की प्रसाद सामग्री लिए कर्मचारी शामिल हैं। दल द्वारा प्राचीन नगर की 27 किमी लंबी परिक्रमा में स्थित 40 से अधिक देवी, भैरव व हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर बड़बाकाल का भोग अर्पित किया जाएगा। पूजन के दौरान तांबे के पात्र में भरी शराब की सतत धार से पूरे मार्ग पर गिरती रहती है। माना जाता है इस धार से अतृप्‍तों को तृप्ति होती है। नगर पूजा का समापन रात लगभग 9 बजे अंकपात स्थित हांडी फोड़ भैरव में पूजा अर्चना के साथ किया गया।

आगे जानिए कलेक्‍टर कुमार पुरुषोत्‍तम और मंदिर के पुजारी बता रहे हैं क्‍यों की जाती है सरकारी पूजन और क्‍या है इसका महत्‍व

https://youtu.be/NklszReCfO4

 

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