कालिदास समारोह की शुरुआत वागर्चन से
मां गढ़क़ालिका मंदिर में 500 विद्यार्थियों ने श्यामलादण्डकम् का पाठ किया

कालिदास समारोह, 2024 की औपचारिक शुरुआत 10 नवंबर से हो गई। उज्जैन में माँ गढक़ालिका की आराधना के साथ 66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह का शुभारंभ किया गया।
कालिदास संस्कृत अकादमी के बेनरतले 10 नवंबर को विद्यालय, गुरुकुल एवं अन्य संस्थाओं के छात्र-छात्राओं ने महाकवि कालिदास की आराध्या देवी मां गढक़ालिका मंदिर के प्रांगण में सामुहिक श्यामलादण्डकम् का पाठ किया। पूर्वरंग कार्यक्रम के तहत करीब 121 छात्राओं ने भी सस्वर पाठ किया। माता गढक़ालिका का पूजन-आराधना के बाद कालिदास समारोह का शुभारंभ माना जाता है।
कालिदास रचित श्यामला दंडकम स्तोत्र का पाठ किया
कालिदास संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. गोविन्द गन्धे ने बताया की प्रतिवर्ष की परम्परा के अनुसार इस वर्ष भी वागर्चन का कार्यक्रम हुआ। इस वर्ष इस कार्यक्रम की विशेषता यह रही की इसमें विद्यालयीन छात्र-छात्राओं की सहभागिता रही। डॉ. गोविंद गंधे ने बताया इस बार नवाचार यह किया है कि विद्यालय की 121 कन्याओं के साथ ही करीब 500 स्कूली विद्यार्थी व गुरुकुल के बटुकों ने पहली बार मां गढक़ालिका माता मंदिर पर महाकवि कालिदास रचित श्यामला दंडकम स्तोत्र का पाठ किया। श्यामला दंडकम स्त्रोत महाकवि कालिदास की रचना है। इसलिए इसका पाठ मां गढक़ालिका के समक्ष किया जाता है।
इनकी संस्थानों ने की सहभागिता
श्री महाकालेश्वर शोध एवं वैदिक प्रशिक्षण संस्थान,महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान, शासकीय विजयाराजे उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दशहरा मैदान, शासकीय आदर्श संस्कृत विद्यालय मोहन नगर, भारतीय गुरुकुल के विद्यार्थियों सहित संस्कृत के विद्वान, गणमान्य नागरिक एवं संत सुन्दरदास संस्थान के सभी पदाधिकारी एवं समाजसेवी उपस्थित थे।
कार्यक्रम में यह रहे मौजूद
डॉ. अपर्ण भारद्वाज, कुलगुरू विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, डॉ. बालकृष्ण शर्मा, पूर्व कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, डॉ. तुलसीदास परौहा पाणिनि संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय, उज्जैन, प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा, सचिव कालिदास समिति विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, डॉ. सर्वेश्वर शर्मा, डॉ. महेन्द्र पण्ड्या, डॉ. पियुष त्रिपाठी, डॉ. विष्णुप्रसाद मीणा, डॉ सन्तोष पण्ड्या, डॉ. योगेश्वरी फिरोजिया, श्री अजय मेहता, श्रीमती पदमजा रघुवंशी, श्री मुकेशचन्द्र भाला, डॉ. रमेश शुक्ला, श्री धर्मेंद्र गुप्ता – (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष -अखिल भारतीय खंडेलवाल वैश्य महासभा), श्री मुकेश मेठी (राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री- अखिल भारतीय खंडेलवाल वैश्य महासभा) मोहन खंडेलवाल ‘मुकुल‘, सचिव -, संत सुंदरदास सेवा संस्थान, श्री दीपक बडेरा सह सचिव संत सुंदर दास सेवा संस्थान उज्जैन व श्री महेशजी तिवारी विश्व हिंदू परिषद उज्जैन आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मोहन खण्डेलवाल ने किया एवं आभार कार्यक्रम प्रभारी अनिल बारोड़ ने व्यक्त किया।
उप राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगेंगे 1500 पुलिसकर्मी
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के उज्जैन आगमन पर उनकी सुरक्षा में 1500 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। भोपाल से 1000 पुलिस जवानों का बल उज्जैन आएगा। रविवार को भोपाल से पुलिस जवानों का बल उज्जैन पहुंच गया है। उप राष्ट्रपति धनखड़ 12 नवंबर को आएंगे। दोपहर 3.30 बजे उप राष्ट्रपति धनखड़ अभा कालिदास समारोह के शुभारंभ समारोह में शिरकत करेंगे। इसके बाद शाम 4.20 बजे इंदौर के लिए रवाना होंगे। उनके महाकाल मंदिर जाने का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। उनकी सुरक्षा को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा तैयारी की जा रही है। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया सुरक्षा के लिए 1000 पुलिस जवानों का बल भोपाल से आएगा। भोपाल से 1000 जवानों का बल रविवार को उज्जैन आ गया है। इसके अलावा स्थानीय पुलिस के 500 अधिकारी और जवान भी सुरक्षा में तैनात रहेंगे। अलग-अलग स्थानों पर पुलिस की ड्यूटी लगाई जा रही है। रविवार से उप राष्ट्रपति के आगमन के मद्देनजर रिहर्सल भी शुरू हो गई। इसके पहले सितंबर 2024 में उज्जैन आईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सुरक्षा में भी 1500 पुलिस जवानों को तैनात किया था। इतना ही बल अब उप राष्ट्रपति धनखड़ की सुरक्षा में भी लगाया जा रहा है।
अखिल भारतीय कालिदास समारोह की रूपरेखा
- 12 नवम्बर- शाम 4 बजे समारोह का शुभारंभ। शाम 7 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम।
- 13 नवम्बर- सुबह 10 बजे महाकवि कालिदास के साहित्य में पंच महाभूत विमर्श पर आधारित राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का प्रथम सत्र। दोपहर 2 बजे विक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्गत राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी। शाम 5 बजे पंडित सूर्यनारायण व्यास व्याख्यान माला। इसके बाद शाम 07 बजे शास्त्र धर्मी शैली और पारंपरिक शैली से अनुप्रेरित नृत्य नाटिका का प्रस्तुतिकरण।
- 14 नवम्बर – सुबह 10 बजे राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का द्वितीय सत्र। दोपहर 2 बजे विक्रम विश्वविद्यालय के अंतर्गत संगोष्ठी का द्वितीय सत्र । शाम 5 बजे व्याख्यानमाला कुटुंब व्यवस्था का आयोजन। शाम 7 बजे हिन्दी नाटक वसन्त सेना का प्रस्तुतिकरण।
- 15 नवम्बर – सुबह 10 बजे राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का तृतीय सत्र। दोपहर 2 बजे विकम विश्वविद्यालय के अंतर्गत संगोष्ठी का तृतीय सत्र। शाम 5 बजे व्याख्यान माला कालिदास का पर्यावरण चिंतन। शाम 7 बजे लोक गायन और नाटक अभिज्ञान शाकुन्तलम् की प्रस्तुति।
- 16 नवम्बर- सुबह 10 बजे संस्कृत कवि समवाय का आयोजन। दोपहर 2 बजे अन्तर्विश्वविद्यालय संस्कृत वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन। शाम 7 बजे लोक नृत्य की प्रस्तुति।
- 17 नवम्बर – सुबह 10 बजे अन्तर महाविद्यालयीन कालिदास काव्य पाठ। दोपहर 02 बजे अन्तर महाविद्यालयीन हिन्दी वाद-विवाद प्रतियोगिता। शाम 07 बजे शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति।
- 18 नवम्बर – शाम साढ़े 4 बजे समारोह का समापन कार्यक्रम । शाम 07 बजे शास्त्रीय शैली में वादन का आयोजन।
हरिओम राय @ उज्जैन
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