मध्यप्रदेश

श्रीकृष्ण की शिक्षा के मुताबिक बन रही है मध्यप्रदेश की शिक्षा नीति, जिससे ज्ञान के साथ रोजगार भी मिलेगा

श्रीकृष्ण के जीवन-दर्शन को वर्तमान संदर्भों से जोड़कर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने समझाया कृष्ण तत्व

भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षाएं जीवन के हर कदम पर हमारी मार्गदर्शक  है। उनकी हर लीला में एक संदेश था। उनकी शिक्षा से प्रभावित होकर ही मध्यप्रदेश सरकार ने नई शिक्षा नीति तैयार की है, जो विद्यार्थी को ज्ञानवान तो बनायेगी ही, साथ ही उसे रोजगार से भी जोड़ेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह बात इंदौर में आयोजित एक कार्यक्रम में कही। डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने श्रीकृष्ण की शिक्षाओं से प्रेरित होकर शिक्षा नीति में ऐसे बदलाव किए हैं जो छात्रों को केवल नौकरी की ओर नहीं, बल्कि स्वरोजगार और उद्यमिता की ओर भी प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से राज्य में करोड़ों का निवेश हुआ है। इससे लाखों रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं।

रेनेसां यूनिवर्सिटी में ‘कृष्ण तत्व’ विषयक सेमिनार

इंदौर की रेनेसां यूनिवर्सिटी Renaissance University में ‘कृष्ण तत्व’ विषयक सेमिनार में संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि श्रीकृष्ण की हर लीला में एक संदेश था। इंदौर की रेनेसां यूनिवर्सिटी में बुधवार 16 मई 2025 की रात आयोजित ‘कृष्ण तत्व’ विषयक सेमिनार में विश्वविद्यालय परिसर स्थित गार्डन में हुए इस भव्य आयोजन में भगवान श्रीकृष्ण के जीवन, दर्शन और उपदेशों पर आज के संदर्भ में संवाद हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को भारतीय संस्कृति और मूल्यों से जोड़ना था।मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने विश्वविद्यालय परिसर स्थित गार्डन में हुए इस भव्य आयोजन में भगवान श्रीकृष्ण के जीवन, दर्शन और उपदेशों पर छात्रों को संबोधित करते हुए श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़ी घटनाओं को वर्तमान सामाजिक संदर्भों से जोड़कर उनकी प्रासंगिकता समझाई। कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद  शंकर लालवानी, विधायक सर्वश्री गोलू शुक्ला , रमेश मेंदोला, मनोज पटेल, कुलाधिपति स्वप्निल कोठारी, सुमित मिश्रा मौजूद थे।

जीवनभर अन्याय के विरुद्ध संघर्ष किया

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने श्रीकृष्ण के कर्मयोग, समत्व और न्याय के सिद्धांतों पर विशेष बल देते हुए कहा कि श्रीकृष्ण का संदेश है कि छोटे से छोटा काम भी महत्व रखता है। उन्होंने जीवन भर अन्याय के विरुद्ध संघर्ष किया और समानता का अधिकार सुनिश्चित किया। यही सिद्धांत हमारी शासन-नीति की प्रेरणा भी हैं।

सिंहस्थ से पहले अखाड़ों में स्थाई निर्माण शुरू करने की मांग उठाई संतों ने

विकास परियोजनाओं की जानकारी

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पार्वती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) और केन-बेतवा जैसी प्रमुख परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार हर क्षेत्र में संतुलित विकास के लिए प्रतिबद्ध है। धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने छात्रों से संवाद कर उनके विचार सुने। छात्रों को उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेकर जीवन में आगे बढ़ने की सीख दी।

श्रीकृष्ण ने यह संदेश दिया है अपनी लीलाओं में

  • मटकी फोड़ना – अत्याचारियों की रसद रोकने की रणनीति।
  • मस्तक पर मोर-पंख धारण करना- प्रकृति से प्रेम करना उनके मानवीय पक्ष को दर्शाना।
  • सुदामा से मित्रता – समानता का संदेश
  • कंस वध के बाद उग्रसेन को सिंहासन सौंपना- न्याय और निष्ठा का प्रतीक

Related Articles

Back to top button