मध्यप्रदेश

महाकाल मंदिर में एक घंटे में दो महिलाओं के गले से चेन चोरी

महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के गले से 4.5 लाख की चेन चुरा ली बदमाशों ने, सुरक्षा पर उठे सवाल

उज्जैन के श्री महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर एकबार फिर सवाल खड़े हो गये हैं। सोमवार को एक ही दिन मेें एक ही घंटे के बाद चेन स्नेचिंग की दो वारदातें हो गये। यह घटना महाराष्ट्र से दर्शन के लिए आईं दो महिला श्रद्धालुओं के साथ हुई है। बदमाश उनके गले से सोने की चेन लेकर रफूचक्कर हो गए। मंदिर प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, लेकिन बदमाशों का पता नहीं चल सका। चोरी की घटना से मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। एक ओर दावा किया जाता है कि मंदिर का चप्पा-चप्पा कैमरे की नजर में है और सुरक्षा के दायरे में है, फिर भी ऐसी घटनाएं होना और सुराग नहीं मिलना कई सवालों को जन्म दे रहा है।

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पूर्णिमा के कारण सोमवार को भीड़ थी मंदिर में

पूर्णिमा के कारण सोमवार को श्री महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक थी। पहली घटना सुबह 11 बजे महाराष्ट्र की रंजना जगदेव गाले के साथ हुई। वे शीघ्र दर्शन टिकट लेकर परिवार के साथ मंदिर पहुंची थीं। गणपति मंडपम पर बदमाश ने उनके गले से ढाई तोला की सोने की चेन और 2 ग्राम का पेंडल उड़ा लिया। उन्हें घटना की जानकारी मिली तो वे तुरंत पुलिस चौकी पहुंचीं। दूसरी घटना एक घंटे बाद मुंबई के कल्याण वेस्ट की स्वर्णलता मंत्री के साथ हुई। पालकी गेट के पास भीड़ में से किसी ने उनके गले से दो तोला वजन की सोने की चेन, जिसमें सोने के मोती और ढाई ग्राम का पेंडल लगा था, खींच लिया। दोनों चेन की कीमत लगभग साढ़े चार लाख रुपए है।

मंदिर समिति ने सीसीटीवी खंगाले लेकिन सुराग नहीं लगा

चेन स्नेचिंग की घटना के बाद दोनों ही श्रद्धालुओं ने पुलिस को सूचना दी और उसके बाद मदिर कार्यालय पहुंची। कार्यालय में मंदिर के आईटी शाखा में जाकर सीसीटीवी फुटेज देखे। इस दौरान श्रद्धालु महिला के पीछे कुछ लोग तो नजर आए लेकिन भीड़ होने से चेन काटते हुए बदमाश स्पष्ट नजर नहीं आया। श्रद्धालुओं ने आईटी शाखा में अपना नाम, पता व मोबाइल नंबर फार्म में भर दिए हैं। इस आशा के साथ की यदि बदमाश पकड़ में आए तो संबंधित श्रद्धालु को चेन मिल सके।

महाकाल मंदिर के अंदर 15 दिन पहले भी हो चुकी है वारदात

इस घटना के 15 दिन पहले 27 मई को भी मंदिर में इस तरह की घटना हो चुकी है। उस वक्त मुंबई निवासी दिलीप कुमार दुबे के गले से चेन उड़ाने का प्रयास किया गया था। लेकिन उनकी पत्नी ने घटना देख ली और बदमाश को पकडऩे का प्रयास किया तो वो हाथ छुड़ाकर मानसरोवर गेट से भाग निकला था। उस समय चेन तो बच गई थी, लेकिन पेंडल गायब हो गया था।

तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था का दावा, फिर भी हो रही वारदात

महाकाल मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस के जवान, होमगार्ड के जवान, सुरक्षा कर्मी, मंदिर के कर्मचारी मौजूद रहते हैं। इनके साथ ही सुरक्षा ओएसडी, होमगार्ड सुरक्षा प्रभारी, मंदिर की ओर से सुरक्षा प्रभारी, सुरक्षा कर्मी सुपर वाइजर की तैनाती रहती है। वहीं मंदिर के हर कोने में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, इसके बाद भी बाहरी बदमाश मंदिर के अंदर ही चेन स्नेचिंग की वारदात कर रहे हैं। भीड़ में वारदात होने के बाद श्रद्धालु को भी कंट्रोल रूम, चौकी और थाने तक पहुंचाया जाता है। ऐसे में कई श्रद्धालु तो वारदात होने के बाद शिकायत भी दर्ज नहीं कराते हैं।

-हरिओम राय

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