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महाकाल मंदिर में सावन की अधूरी तैयारी, वीआईपी-प्रोटोकाल दर्शन सहित कई जरूरी व्यवस्था स्पष्ट नहीं

महाकाल मंदिर में सावन की तैयारी के प्रशासन ने बैठक की, 14 जुलाई 2025 को निकलेगी पहली सवारी

उज्जैन के विश्वप्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग श्री महाकाल मंदिर में सावन-भादौ माह में दर्शन व्यवस्था को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने 26 जून 2025 को आवश्यक मीटिंग की। जिसमें सावन-भादौ माह में महाकाल मंदिर में होने वाली दर्शन व्यवस्था, महाकाल सवारी की व्यवस्था आदि पर चर्चा हुई। लेकिन वीआईपी और प्रोटोकाल दर्शनार्थी की व्यवस्था के बारे में कोई खुलासा नहीं किया गया है। गौरतलब है कि श्री महाकाल मंदिर में वीआईपी और प्रोटोकाल दर्शनार्थियों के कारण ही आये दिन व्यवस्था बिगड़ती है। सावन में रोज वीआईपी, वीवीआईपी और प्रोटोकाल दर्शनार्थी मंदिर आते हैं। बैठक में महाकाल भगवान की सवारी में पालकी की ऊंचाई बढ़ाने, बेरिकेट्स की ऊंचाई कम करने, नंदी हाल/गर्भगृह/गर्भगृह की देहरी से दर्शन की पात्रता, दानदाताओं के दर्शन की व्यवस्था आदि पर कोई स्पष्ट निर्णय नहीं हुये।

श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर रोशन कुमार सिंह की अध्यक्षता में पुलिस कंट्रोल रूम माधव नगर के प्रथम तल के सभाकक्ष में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी के सम्बन्ध में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। कलेक्टर रोशन कुमार सिंह द्वारा सम्बन्धित अधिकारियो को निर्देश दिये कि बेरिकेटिंग की व्यवस्था बेहतर ढंग से की जाये। बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, एडीएम व मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक, एसडीएम एलएन गर्ग, ए.एस.पी. नितेश भार्गव, डिप्टी कलेक्टर एवं उप प्रशासक एस.एन. सोनी, श्रीमती सिम्मी यादव, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। बैठक के उपरांत सभी वरिष्ठ अधिकारियों एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों द्वारा सम्पूर्ण सवारी मार्ग का भ्रमण किया गया व संबंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये गये।

इस तरह रहेगी दर्शन व्यवस्था

  • सामान्य दर्शन प्रवेश व्यवस्था – सामान्य दर्शन व्यवस्था श्रावण-भादौ मास में त्रिवेणी संग्रहालय के समीप से नन्दी द्वार, श्री महाकाल महालोक, मानसरोवर भवन, फेसिलिटी सेन्टर-1, टनल मन्दिर परिसर, कार्तिक मण्डपम, गणेश मण्डपम से भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन दर्शनार्थी करेंगे। साथ ही भारत माता मन्दिर की ओर से प्रशासनिक कार्यालय के संमुख से आने वाले श्रद्धालु शंख द्वार से मानसरोवर भवन में प्रवेश कर फेसिलिटी सेन्टर-1 एवं टनल मन्दिर परिसर, कार्तिक मण्डपम, गणेश मण्डपम से दर्शन उपरांत (निर्माल्य द्वार) अथवा नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से सीधे बाहर के लिये प्रस्थान करेंगे। श्रद्धालुओं हेतु जल अर्पण की व्यवस्था श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप व कार्तिकेय मंडपम में जलपात्र के माध्यम से रहेगी।
  • शीघ्र दर्शन व्यवस्था (250/- रु.)- शीघ्र दर्शन टिकटधारी दर्शनार्थी द्वार नम्बर 04 के रास्ते विश्रामधाम रेम्प, सभा मण्डपम होते हुए गणेश मण्डपम से भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन करने के उपरांत निर्गम द्वार अथवा नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से सीधे बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे। इसी प्रकार द्वार नम्बर 01 (अवंतिका द्वार) के रास्ते प्रशासनिक कार्यालय के सम्मुख से आने वाले श्रद्धालु फेसिलिटी सेन्टर-1 टनल से कार्तिक मण्डपम, गणेश मण्डपम से दर्शन उपरांत नवीन आपातकालीन निर्गम द्वार से सीधे बाहर के लिये प्रस्थान करेंगे।
  • कावड़ यात्रियों की व्यवस्था – श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण-भादौ मास में अत्यधिक संख्या में कावड़ यात्री बाबा महाकाल को जल अर्पण करने हेतु पधारते हैं। श्रावण मास में आगन्तुक कावड़ यात्रियों के जल अर्पण की व्यवस्था कावड़ यात्रियों को अनुमति उपरांत मंगलवार से शुक्रवार गेट नंबर 04 से प्रवेश की व्यवस्था रहेगी। शनिवार, रविवार व सोमवार को आने वाले कावड़ यात्रियों को सामान्य दर्शनार्थियों की तरह निर्धारित मार्ग से प्रवेश रहेगा।

सावन-भादौ माह में मंदिर के पट सुबह 2.30 बजे से खुलेंगे

सावन प्रारंभ होते ही 11 जुलाई से 18 अगस्त तक मंदिर के प्रात:कालीन पट खुलने का समय प्रात: 03.00 बजे होगा। प्रत्येक सोमवार को भस्म आरती का समय प्रात: 2.30 बजे होगा। भस्म आरती प्रतिदिन प्रात: 3 से 5 बजे तक और प्रत्येक सोमवार को 2.30 से 4.30 बजे तक होगी। इसी तरह 19 अगस्त से पट खुलने का समय पूर्ववत होगा। श्रावण-भादौ मास में भस्म आरती में कार्तिकेय मण्डपम की अन्तिम तीन पंक्तियों से श्रद्धालुओं के लिये चलित भस्म आरती दर्शन की व्यवस्था रहेगी।

भगवान महाकालेश्वर की सावन में 4 और भादौ में निकलेगी 2 सवारी

सावन-भादौ मास में भगवान श्री महाकाल की सवारियां निकाली जायेंगी। सावन मास की प्रथम सवारी 14 जुलाई को निकाली जायेगी। भादौ मास में भगवान महाकाल की अन्तिम राजसी (शाही) सवारी 18 अगस्त को निकाली जायेगी। श्रावण मास में चार सवारियॉं एवं भादौ मास में दो सवारियॉं निकलेगी। श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में प्रथम सवारी सोमवार 14 जुलाई, द्वितीय सवारी सोमवार 21 जुलाई, तृतीय सवारी सोमवार 28 जुलाई, चतुर्थ सवारी सोमवार 04 अगस्त को श्रावण मास में निकाली जायेगी। इसी तरह भादौ मास में पंचम सवारी सोमवार 11 अगस्त तथा राजसी (शाही) सवारी सोमवार 18 अगस्त को निकाली जायेगी। बैठक में मंदिर प्रशासक एडीएम प्रथम कौशिक ने पॉवर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारियों की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी। सम्पूर्ण सवारी मार्ग पर सी.सी.टी.व्ही., पी.ए. सिस्टम, बेरिकेटिंग, सफाई व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था, जल की व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था व अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई। सवारी के दौरान शान्ति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये जिला प्रशासन से कार्यपालिक दण्डाधिकारियों को पाबन्द किया जायेगा।

सवारी मार्ग में कोई बदलाव नहीं, परंपरागत रहेगा

भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी श्री महाकालेश्वर मन्दिर के सभा मण्डप में विधि-विधान से पूजन-अर्चन उपरांत अपने निर्धारित समय से प्रारम्भ होकर महाकाल लोक, गुदरी चैराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी से होते हुए रामघाट शिप्रा तट पहुंचेगी। यहां सवारी का पूजन-अर्चन होने के बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चैक, खाती समाज मन्दिर, सत्यनारायण मन्दिर, ढाबा रोड, टंकी चैराहा, छत्री चैक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होती हुई श्री महाकालेश्वर मन्दिर में वापस आयेगी। राजसी (शाही) सवारी 18 अगस्त को उपरोक्त मार्ग के अतिरिक्त टंकी चैराहा से मिर्जा नईमबेग, तेलीवाड़ा चैराहा, कण्ठाल, सतीगेट, सराफा, छत्री चैक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी चैराहा होते हुए श्री महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचेगी।

हर सवारी का अलग थीम होगा, लोक कलाकार नृत्य पेश करेंगे

सावन मास के प्रत्येक सोमवार को अलग-अलग थीम पर सवारी का आयोजन किया जाएगा। सवारियों के दौरान धार्मिक स्थलों के मंदिरो के महत्व को दर्शाती हुई झाकियों का प्रदर्शन एलईडी स्क्रीन के माध्यम से कया जाएगा। साथ ही म.प्र के जनजातीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों, लोकनृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी ।

महाकाल मंदिर गेट नंबर 4- अव्यवस्थाओं का अंबार

कलेक्टर ने अफसरों के साथ किया सवारी मार्ग का दौरा, जरूरी सुधार के निर्देश

26 जून को बैठक के पहले कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने अधिकारियों के साथ संपूर्ण सवारी मार्ग का पैदल निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कई निर्देश भी अधिकारियों को दिये।

  • सवारी मार्ग में आने वाले सभी बिजली के पोल को फाइबर शीट से कवर किया जाए।
  • सवारी वाले दिन सभा मंडप में कर्मचारी अपना ड्यूटी पॉइंट ना छोड़े।
  • सवारी मार्ग में स्ट्रीट लाइट एवं प्रकाश की उचित व्यवस्था हो,
  • सवारी मार्ग में यथा आवश्यक बैरिकेटिंग की जाए, मकान के छज्जे के ऊपर अत्यधिक लोग मौजूद न हो।
  • सार्वजनिक संरचनाओं के उपर लोग ना चढ़े।
  • सवारी मार्ग में स्थित सभी कैमरे दुरुस्त किए जाएं।
  • सभी कर्मचारी सभी सवारियों में अलर्ट रह कर कार्य करें।
  • संपूर्ण सवारी मार्ग में किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न ना हो।
  • सवारी मार्ग में आने वाली खुली नालियों को कवर किया जाए।
  • नालियों की साफ सफाई का उचित ध्यान रखा जाए।
  • दुकानदारों को सवारी मार्ग पर नवनिर्माण एवं अतिक्रमण करने से रोका जाए।
  • सवारी मार्ग पर रोड रिस्टोरेशन के कार्य को रात्रि में भी कर समय सीमा में पूर्ण करें।
– हरिओम राय

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