एफ.एम.102.5 मेगाहर्ट्ज़ पर गूंजेगा “यह आकाशवाणी का उज्जैन केन्द्र है”
आकाशवाणी के चयनित उद्घोषकों का प्रशिक्षण शुरू; पहले दिन आकाशवाणी की परंपरा और कार्यप्रणाली की जानकारी दी

उज्जैन. आकाशवाणी उज्जैन के चयनित उद्घोषकों को प्रशिक्षण शुरू हो गया। विक्रम विश्वविद्यालय की सतत शिक्षा अध्ययनशाला परिसर के पत्रकारिता एवम जनसंचार अध्ययनशाला में रेडियो प्रसारण की कार्यप्रणाली और आकाशवाणी की परंपरा की जानकारी दी।
प्रशिक्षकों ने बताया कि आकाशवाणी समाज को दिशा देने और श्रोताओं तक विश्वसनीय जानकारी पहुंचाने का सशक्त साधन है। रेडियो कार्यक्रम लोगो के जीवन से जुड़ते हैं और उद्घोषक की आवाज़ श्रोताओं के मन में विश्वास और अपनत्व पैदा करती है। उद्घोषक केवल सूचनाएं नहीं पढ़ता बल्कि कार्यक्रम की आत्मा को स्वर देता है।
अलग-अलग सत्रों में दी जानकारी
प्रशिक्षण के पहले दिन युव वाणी, ग्राम सभा और महिला सभा उद्घोषकों के लिए अलग-अलग सत्र आयोजित किए गए।
प्रत्येक सत्र में उद्घोषणा की शुरुआत से लेकर कार्यक्रम के समापन तक की सम्पूर्ण प्रक्रिया विस्तार से बताई गई। उदाहरणस्वरूप यह समझाया गया कि कार्यक्रम आरंभ करते समय उद्घोषक की आवाज़ में उत्साह और आत्मीयता झलकनी चाहिए.वहीं समापन के समय गरिमा और संतुलन आवश्यक है।
प्रशिक्षण में यह भी बताया गया कि अलग-अलग कार्यक्रमों में भाषा की शैली कैसे बदलती है—ग्राम सभा में सहज और ग्रामीण परिवेश से जुड़ी भाषा, महिला सभा में संवेदनशील और प्रेरक भाषा तथा युवा वाणी में ऊर्जा से भरी आधुनिक भाषा का प्रयोग विशेष महत्व रखता है।
अनुभवी उद्घोषकों की मौजूदगी
इंदौर के संजीव मालवीय, भोपाल केंद्र से पुरुषोत्तम और उज्जैन की प्रभारी श्रीमती अनामिका चक्रवर्ती ने अपने अनुभव साझा किए। इन वरिष्ठ उद्घोषकों ने उद्घोषण की बारीकियों, प्रसारण अनुशासन और श्रोताओं से जुडऩे के तरीकों पर विशेष प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि उद्घोषक को केवल शब्द नहीं बोलने चाहिए बल्कि उन शब्दों में भावनाएं और संवेदनशीलता झलकनी चाहिए।
एफ.एम. 102.5 मेगाहर्ट्ज़ पर सुनाई देगी उज्जैन की आवाज़
प्रशिक्षणार्थियों को बताया कि आकाशवाणी उज्जैन से प्रसारित सभी कार्यक्रम एफ.एम. 102.5 मेगाहर्ट्ज़ पर सुने जा सकेंगे। एफ.एम. पर सुनाई देने वाले इन कार्यक्रमों में ग्राम सभा, महिला सभा और युव वाणी जैसे विशेष कार्यक्रम शामिल होंगे।
कार्यक्रम अधिकारी ने दी संपूर्ण जानकारी
पूरे प्रशिक्षण सत्र के संचालन और आकाशवाणी की दिशा के बारे में विस्तृत जानकारी भोपाल आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिकारी राजेश भट्ट ने दी। उन्होंने प्रतिभागियों को समझाया कि आकाशवाणी किस प्रकार जनमानस से संवाद स्थापित करती है और उद्घोषक इस प्रक्रिया की धुरी होते हैं।
ग्राम सभा, महिला सभा और युव वाणी इन तीनों कार्यक्रमों की प्रकृति अलग-अलग है, इसलिए उद्घोषकों को अपनी शैली और शब्द चयन पर विशेष ध्यान देना होगा।