कोरोना की पााबंदी फिर लागू हो सकती हैं आज से

दोपहर 3:30 बजे कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
समाचार आज
भारत में एक बार फिर कोरोना का खतरा मंडराने लगा है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार भी अलर्ट हो गई है। कोविड को लेकर देश में आज से, यानी गुरुवार 22 दिसंबर से ही पाबंदी शुरू होने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुरुवार दोपहर 3:30 बजे कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे।
इसके अलावा दिल्ली, UP, कर्नाटक, महाराष्ट्र, MP, छत्तीसगढ़ में भी इमरजेंसी मीटिंग होगी। इस बीच अच्छी खबर यह है कि कोरोना के इलाज में काम आने वाली पैरासिटामॉल, एमोक्सीसिलिन और रेबेपैराजोल जैसी दवाओं के दाम कम होंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मीडिया को कहा है कि हम लापरवाह नहीं हो सकते, तत्काल एक्शन लेना होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक चीन की हालत तो बेहद खराब है। साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि पिछली बार भी हमने बाकी देशों के मुकाबले कोविड को बेहतर तरीके से हैंडल किया था। हमारे पास अनुभव है इसलिए इस बार भी अच्छे से हैंडल कर लेंगे। उन्होंने कहा कि चीन में श्मशानों पर भीड़ है। दूसरी लहर में भी भारत की स्थिति इतनी खराब नहीं हुई थी, जितनी चीन की अब हो गई है। वहां जिस वायरस ने कहर बरपाया है, वो और ज्यादा खतरनाक हो रहा है।
इसके पहले बुधवार रात को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने सीनियर अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बैठक की। जिनमें उन्होंने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि देश में लॉकडाउन की स्थिति नहीं होगी, क्योंकि यहां के 95% लोगों को टीका लग चुका है। डॉ. अनिल गोयल ने कहा कि भारतीयों की इम्यूनिटी चीन के लोगों से ज्यादा मजबूत है। भारत में T-3 का ध्यान रखने की जरूरत है यानी टेस्टिंग, ट्रीटिंग और ट्रेसिंग।
चीन में दवा, अस्पताल, श्मशान सभी दूर लंबी कतारें
चीन में कोरोना से लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं। लोग दवा कंपनियों की फैक्ट्रियों के बाहर लाइनें लगाकर खड़े हैं। जुहाई शहर का एक वीडियाे सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इसमें लोग बुखार और दर्द जैसी मामूली दवाईयां खरीदने के लंबी कतारों में खड़े हुए देखे जा सकते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के सभी मेडिकल स्टोर से ब्रुफेन और बुखार की कई और दवाईयों की कमी हो गई है। जिसके कारण अब लोग फैक्ट्री तक पहुंचने लगे हैं। वहीं भारत ने कोरोना के इलाज में काम आने वाली पैरासीटामॉल, एमोक्सीसिलिन और रेबेपैराजोल जैसी दवाओं की कीमतों को कम किया जाएगा।
कोरोना का खतरा पूरी दुनिया में
- कोरोना का खतरा अब केवल चीन तक सीमित नहीं है। बल्कि वर्ल्डोमीटर के मुताबिक पिछले 24 घंटे में पूरी दुनिया में कोरोना के 586,296 नए मामले सामने आए हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) का कहना है कि कोरोना के वैश्विक अंत की घोषणा करना फिलहाल जल्दबाजी होगी। यानी कोरोना अब भी ग्लोबल इमरजेंसी बना रहेगा। WHO ने ये बात चीन में लॉकडाउन हटने के बाद बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए कही है।
- कोरोना वर्ल्ड स्पीडोमीटर के आंकड़ों का मानें तो अमेरिका में बीते 24 घंटे में 326, फ्रांस में 127, ब्राजील में 197, साउथ कोरिया में 59, जापान में 296, रूस में 59 मौतें दर्ज की गई हैं. ये आंकड़ा आठ बजे तक का है।
अमेरिका, फ्रांस, ब्राजील, साउथ कोरिया और जापान में ज्यादा मौतें हो रही हैं. ऐसा लग रहा है कि चीन से बढ़कर वायरस यूरोप के कई देशों तक पहुंच गया है। - अब जापान, दक्षिण कोरिया और फ्रांस में कोरोना का खतरा बढ़ रहा है। Worldometers.info के डेटा के मुताबिक, इन देशों में मरीजों की संख्या 10 लाख 65 हजार, 4 लाख 61 हजार और 3 लाख 58 हजार है।
- एक हफ्ते में दुनिया में कोरोना के 34 लाख 84 हजार मामले सामने आए हैं। 9 हजार 928 लोगों की मौत हुई है। भारत में 7 दिन में 1,081 मामले सामने आए हैं।
- चीन में 7 दिन में 15 हजार 548 केस और 7 मौतें रिपोर्ट की गई हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स को आशंका है कि सही आंकड़ा छुपाया जा रहा है। मरीजों की संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है।
- फ्रांस में हालात बिगड़े, एक दिन में 57 हजार मामले मिलेाा 16 दिसंबर को यहां 57,849 मामले सामने आए थे। सरकार लोगों से मास्क लगाने की अपील कर रही है। लोगों को बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी जा रही है। इधर, साउथ कोरिया में 20 दिसंबर को 87,759 मामले सामने आए थे। 56 लोगों की मौत हुई थी।
- अमेरिका में नया खतरा- अमेरिका में भी एक बार फिर कोविड केस बढ़ने लगे हैं। बुधवार को कुल संक्रमितों का आंकड़ा 10 करोड़ के पार हो गया। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की एक स्पेशल रिपोर्ट के मुताबिक, बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन के लिए सबसे बड़ी फिक्र बुजुर्गों का वैक्सीनेशन है।