महाशिवरात्रि पर विद्यार्थियों की मदद से शिप्रा तट पर जगमगाएंगे 11 लाख दीपक
समाचार आज। उज्जैन
1 मार्च को महाशिवरात्री के पर्व पर उज्जैन शहर में मनाए जाने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम में शिप्रा तट पर 11 लाख से ज्यादा दीपक जलाने के लिए लगभग 12 हजार वालिएंटर्स की जरूरत होगी। इस काम में स्कूल और कॉलेज में पढऩे वाले विद्यार्थियों की मदद ली जाएगी। हर 100 वलिएंटर्स पर एक सुपरवाईजर की नियुक्त होगी। सभी वालिएंटर्स को नगर निगम द्वारा आई कार्ड जारी किए जाएंगे, इसके अलावा इन्हें 1 दिन पहले तैनाती की जगह की मौके पर बुलाकर जानकारी दी जाएगी।
कलेक्टर आशीष सिंह ने गुरुवार को बृहस्पति भवन में दीपोत्सव की तैयारियों के सम्बन्ध में उज्जैन के शासकीय और अशासकीय कॉलेज के संचालकों और प्राचार्यों के साथ बैठक की। कलेक्टर ने बताया कि वॉलेंटियर्स एक दिन पहले निर्धारित स्थल पर जाकर देख लें कि कहां पर कितने दिए जलाये जाना है। 10वी एवं 12वी कक्षा में अध्ययनरत विद्यालयों के बच्चों से भी दीए लगाने में सहयोग लिया जायेगा। वालिएंटर बनने वाले विद्यार्थियों के नाम और मोबाइल नम्बर संचालकों द्वारा उपलब्ध करवाये जाएंगे। बैठक में इंजीनियरिंग कॉलेज से लगभग 200 विद्यार्थी, पॉलीटेक्निक कॉलेज से लगभग 500 विद्यार्थी और आईटीआई से लगभग 300 विद्यार्थियों को दीपोत्सव में वॉलेंटियर बनाये जाने की सूचना दी गई। कलेक्टर ने कहा कि इसके अलावा एनएसएस और एनसीसी के कैडेट्स भी बतौर वॉलेंटियर शामिल किये जायेंगे। कलेक्टर ने कहा कि अगले दो दिन के अन्दर वॉलेंटियर्स के नाम आयुक्त नगर पालिक निगम को उपलब्ध करवाये जायें, ताकि वॉलेंटियर्स को आई-कार्ड इश्यू किये जा सकें।
कलेक्टर ने कहा कि दीपोत्सव में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को जिला प्रशासन की ओर से प्रमाण-पत्र दिये जायेंगे। बैठक में ननि आयुक्त अंशुल गुप्ता, विक्रम विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ.प्रशांत पौराणिक तथा विभिन्न महाविद्यालयों के संचालक व प्राचार्य मौजूद थे।