मध्यप्रदेश

Buy these on Dhanteras: धनतेरस पर यह पांच वस्तुएं जरूर खरीदें

Buy these on Dhanteras: इस बार धनतेरस को खास बना रहा हस्त नक्षत्र और विषकुंभ योग, यम के निमित्त दीप दान का दिन

Buy these on Dhanteras: उज्जैन के पारंपरिक ज्योतिर्विद पं चंदन श्यामनारायण व्यास बताते हैं धन तेरस का पर्व सम्पूर्ण भारत में कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी 10 नवंबर शुक्रवार 2023 को मनायी जाएगी। त्रयोदशी तिथि शुक्रवार को दोपहर 12.37 के बाद प्रारंभ होगी। हस्त नक्षत्र और विषकुंभ योग इस दिन को और भी खास बना रहा है। धनतेरस पर खरीदारी का विशेष महत्व है। धनतेरस के दिन खरीदारी करना शुभ होता है। इस दिन खरीदारी करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

-अपनी सामर्थ अनुसार वस्तुओ को खरीदना चाहिए। पांच वस्तुएं जैसे खड़ा नमक, गुड़, खड़ा धना, कुमकुम, हल्दी को घर में अवश्य लाए। यह सारी सौभाग्य प्रदायक वस्तुएं है, शास्त्र में इनका बड़ा महत्व है।
– धनतेरस के दिन सोना-चांदी के अलावा बर्तन, वाहन और कुबेर यंत्र, गोमती चक्र, देव प्रतिमा खरीदना शुभ होता है।
– झाड़ू खरीदना भी शुभ होता है।

लाल देसी गाय का पूजन जरूर करें

धनतेरस के दिन देसी लाल गाय का पूजन करने का विशेष महत्व है, क्यूंकि हमारे शास्त्र में एक मात्र गाय ही एसी जीव है जिसका मूत्र और गोबर दोनों ही पूजा में उपयोगी और पूजित है।

समुद्र मंथन में प्राकट्य हुआ था भगवान धन्वंतरि का

पारंपरिक ज्योतिर्विद पं चंदन श्यामनारायण व्यास ने बताया कि पौराणिक मान्यता है समुद्र मंथन से अमृत की प्राप्ति हुई थी। भगवान धन्वंतरि समुद्र से अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। वह कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि थी, इसलिए धनतेरस या धनत्रयोदशी के दिन धन्वंतरि देव के पूजन करने का भी विधान है।

लक्ष्मी, कुबेर, यमराज और श्रीगणेश की पूजन करें

पं. व्यास के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस माना गया है। यह दिन मुख्य रूप से भगवान धन्वंतरि को समर्पित होता है। साथ ही सुख-समृद्धि और धन प्राप्ति हेतु मां लक्ष्मी की पूजा के साथ, कुबेर, यमराज और भगवान गणेश जी की पूजा करने का विधान है।

पूजन मुहुर्त चौघडिय़ा अनुसार

पं. चंदन व्यास के अनुसार धन तेरस के शुभ मुहूर्त दोपहर 12.37 से 01.34 शुभ, सांय 04.20 से 5.44 चर, रात्रि 08.57 से 10.34 लाभ, मध्य रात्रि 12.11 से 01.47 शुभ है। वहीं लग्न अनुसार मुहुर्त स्थिर कुंभ लग्न दोपहर 01.19 से 2.52, स्थिर वृषभ लग्न सांय 06.04 से 08.02, स्थिर सिंह लग्न मध्य रात्रि 12.32 से 02.45 तक रहेगा।

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