महाकाल मंदिर में मोबाइल बना मारपीट का कारण

सुरक्षाकर्मियों ने फोटोग्राफी से रोका तो इंदौर से आये दर्शनार्थी से हुआ विवाद
मारपीट का वीडियो जारी हुआ तो एक दिन बाद घटना हुई उजागर
समाचार आज @ उज्जैन
महाकाल मंदिर में एक बार फिर मोबाइल विवाद का कारण बन गया। शादी की सालगिरह पर इंदौर से पत्नी-बच्चे के साथ आये दर्शनार्थी का गणेश मंडप में सुरक्षाकर्मी से विवाद हो गया। जिसमेंं दोनों पक्षों के बीच मारपीट भी हुई और मामला पुलिस तक पहुंचा। हालांकि बाद में दोनोंं पक्षों के बीच समझौता हो गया और मामला रफा-दफा हो गया। घटना शुक्रवार सुबह की है, एक दिन बाद शनिवार को पूरे मामले के वीडियो वायरल हुए हैं।
बताया जाता है कि अपनी शादी की सालगिरह पर शुक्रवार को पत्नी व चार साल के बेटे के साथ इंदौर से सन्नी रघुवंशी आया था। आम दर्शनार्थियों की लाइन से वो गणेश मंडप तक पहुंचा और वहां पर मोबाइल से फोटो खींचने लगा। सुरक्षाकर्मियों ने रोक-टोक की तो उसकी हाथापाई सुरक्षाकर्मियों से हो गई। बताया जाता है कि मौके पर मौजूद विनायक नामक सुरक्षाकर्मी पर दर्शनार्थी युवक ने हाथ उठा दिया। इसके बाद वहां मौजूद अन्य सुरक्षाकर्मियों ने भी युवक को बुरी तरह पीट दिया और पकड़कर मंदिर की पुलिस चौकी पर ले आये। जहां गार्ड और श्रद्धालुओं के बीच समझौता भी हो गया। यहां पर श्रद्धालु ने माफीनामा लिखकर दिया है। इसके बाद दोनो ओर से कोई कार्यवाही नही हुई। मामले को लेकर मंदिर से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि फोटो खींचने से मना करने पर श्रद्धालु ने ही गार्ड को पहले थप्पड़ मारा था। यह घटना मंदिर के सीसीटीवी में भी कैद हुई है। मंदिर प्रशासन ने मंदिर के सुरक्षा गार्डो को भी हिदायत दी है कि आगे से मंदिर में इस तरह पलटकर दर्शनार्थियों के साथ मारपीट की घटना से बचा जाये।
सबसे बड़ा सवाल : मोबाइल पर प्रतिबंध फिर अंदर कैसे पहुंचा
इस पूरी घटना में विवाद की जड़ मोबाइल ही है। दर्शनार्थी अंदर तक मोबाइल ले जाते हैं और दर्शन करने के स्थान पर सेल्फी और फोटो-वीडियोग्राफी का प्रयास करते हैं। सुरक्षाकर्मी लाइन आगे बढ़ाने के लिए उन्हें रोकते हैं और विवाद होता है। कहासुनी तो दिनभर में कई बार होती है, लेकिन इस बार मारपीट की घटना हो गई। मंदिर समिति करीब छह महीने पहले मोबाइल को मंदिर में प्रतिबंधित कर चुकी है। लाखों रुपए के मोबाइल लाकर भी बनाये थे, लेकिन इसके बाद भी मोबााइल अंदर तक पहुंचना व्यवस्था में बड़ी चूक है।