उज्जैन

बेटी की हत्या कर दी क्योंकि वो घर का काम नहीं करती थी, बच्चों के वीडियो ने खोला राज

बेटी की हत्या के बाद ताबड़तोड़ अंतिम संस्कार भी कर दिया, मां-बाप को पुलिस ने धरदबोचा, अब खा रहे हैं जेल की हवा

मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में बेटी की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 10 साल की बेटी को इन्होंने सिर्फ इसलिये मार डाला क्योंकि वो घर का काम ठीक से नहीं करती थी। गुस्से में मां ने बेटी का गला घोट कर मार डाला, पिता ने हत्याकांड पर पर्दा डालने के लिये बेटी का ताबड़तोड़ अंतिम संस्कार भी कर दिया। लेकिन अंतिम संस्कार के पहले गांव के बच्चों ने मृतक का मोबाइल से वीडियो बना लिया, जिसमें वारदात का सुराग छिपा था। जानकारी पुलिस को लगी और मां-बाप को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया

मामला पहले सामान्य मृत्यु का लगा, बाद में हत्या का खुलासा हुआ

उज्जैन जिले के माकड़ोन थाना क्षेत्र स्थित ग्राम रावणखेड़ी में 18 मई को एक दर्दनाक घटना घटित हुई। यहां एक 10 वर्षीय नाबालिग बच्ची को उसकी मां ने ही गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने बताया 18 को मधु पंवार पिता बालाराम पंवार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शुरूआती जांच में मामला सामान्य मृत्यु का प्रतीत हुआ। परंतु मृतिका की मौत के पीछे गंभीर अपराध का शक होने पर माकडोन पुलिस ने गहन जांच की। जांच के दौरान मिले साक्ष्य, तकनीकी विश्लेषण एवं बयानों के आधार पर यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि मृतिका की हत्या उसकी मां संगीता बाई घरेलू विवाद के चलते गला घोंटकर की थी। हत्या के बाद उसके पिता बालाराम उर्फ बालू पंवार ने पत्नी के साथ मिलकर बच्ची का अंतिम संस्कार भी कर दिया, ताकि सबूत मिटाए जा सके और पुलिस को गुमराह किया जाए।

यह है पूरा घटनाक्रम

उज्जैन जिले के माकड़ोन में रहने वाले बालाराम उर्फ बालू पंवार की दूसरी पत्नी संगीता 10 वर्षीय सौतेली बेटी मधु से घर के काम को लेकर नाराज रहती थी। 18 मई २०२५ को मधु से नाराज होकर संगीता ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। उस वक्त घर पर कोई नहीं था। मधु का सगा पिता बालाराम जब घर आया तो संगीता ने उसे घटनाक्रम के बारे में बताया। लेकिन बालाराम ने अपनी बेटी मधु को न तो अस्पताल ले गया और न ही पुलिस को सूचना दी। उसने पत्नी की मदद करते हुए उसका साथ दिया। बालराम ने मृतक बेटी मधु के गले और शरीर पर बने निशान जो कि घटना के महत्वपूर्ण साक्ष्य थे, उसे मिटाने की भी कोशिश की। इसमें सफल नहीं हुआ तो उसने तुरत-फुरत अंतिम संस्कार की तैयार कर ली।

अलग-अलग कारण बताये बेटी की मौत के

अंतिम संस्कार की सूचना बालराम ने गांव में फैला दी। बेटी का मौत कारण बताने में बालाराम गफलत में आ गया। उसने किसी को करंट से मौत का कारण बताया तो किसी को हार्ट अटैक बताया। मधु का बालाराम ने अपनी प्लानिंग के मुताबिक अंतिम संस्कार भी कर दिया। अंतिम संस्कार के बाद जब गांववालों में चर्चा हुई तो पूरा मामला ग्रामीणों को संदेहास्पद लगा। इसी बीच एक वीडियो ग्रामीणों के हाथ में ऐसा लगा जिससे पूरी घटना संदेह के घेरे में आ गई।

बच्चों ने बनाया था वीडियो, जिससे खुला हत्या का राज

मधु के अंतिम संस्कार के मौके पर एकत्रित हुए ग्रामीणों में से किसी बच्चे ने मधु की लाश का वीडियो बनाया था। बालाराम ने मधु का शव कंबल से ढंक रहा था। लेकिन किसी कारण शव के चेहरे से गले तक कंबल कुछ देर के लिये हटा और उसका चेहरा व गला वीडियो में रिकार्ड हो गया। जिससे पता चला कि उसके चेहरे पर मारपीट और गले में निशान मिले। वीडियो में मधु का गला घोंटने के निशान साफ दिख दे रहे थे।

दो दिन बाद मिली पुलिस को सूचना

पुलिस को घटना के दो दिन बाद ग्रामीणों से घटना की सूचना मिली। ग्रामीणों ने पुलिस को घटना से जुड़ा वीडियो भी दिखाया। इसके बाद पुलिए सक्रिय हुई और वीडियो के आधार पर सौतेली मां संगीता और पिता बालाराम को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की गई। दोनों ने पुलिस के सामने बच्ची की हत्या करना और अंतिम संस्कार कर सबूत मिटाना कबूल कर लिया।

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घरेलू विवाद के चलते यह कदम उठाया

माकड़ोन थाना प्रभारी प्रदीप सिंह राजपूत ने मीडिया को बताया जांच के दौरान मिले साक्ष्यों, तकनीकी विश्लेषण और बयानों के आधार पर यह खुलासा हुआ कि बच्ची की हत्या उसकी सौतेली मां संगीता बाई ने की थी। उसने घरेलू विवाद के चलते यह कदम उठाया। हत्या के बाद, पिता बालाराम ने पत्नी के साथ मिलकर बच्ची का अंतिम संस्कार कर दिया, ताकि हत्या के सबूत मिटाए जा सकें और पुलिस को गुमराह किया जा सके।

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