उज्जैनमध्यप्रदेश

तीसरी आंख की नजरों के बीच निकली भगवान महाकाल की सवारी

एक हजार अतिरिक्त जवान और आरएएफ कंपनी तैनात की गई

उज्जैन । समाचार आज

उज्जैन में भगवान महाकाल की सवारी निकालने की धमकी देने के मामले का असर सोमवार की सवारी पर दिखाई दिया। पुलिस-प्रशासन ने सख्त निगरानी में सवारी निकाली। अतिरिक्त पुलिस फोर्स शहर में तैनात रही। जोशीले युवाओं की भीड़ भी इस सवारी में ज्यादा नजर आई। कुछ युवा हाथ में पोस्टर भी लिये थे जिस पर लिखा था-जय श्री महाकाल, उज्जैन की परंपरा बरकरार।

हम आपको बता दें कि धमकी देने वाले युवक पर प्रशासन पहले ही कानूनी कार्रवाई कर चुका है और युवक को जेल भेजा जा चुका है। मुस्लिम समुदाय भी अपना मत स्पष्ट कर चुका था कि भगवान महाकाल उनके भी उतने ही सम्मानी हैं जितने अन्य लोगों के लिए है। वे बरसों से बाबा की सवारी के साक्षी बने हैं और आज भी बाबा को अपने सिर पर बैठाने की कामना रखते हैं। लेकिन माहौल गरमाने के कारण प्रशासन अपेक्षाकृत अधिक सतर्क था। सवारी में इस बार पहले के मुकाबले सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। सवारी के पूरे मार्ग के दौरान ड्रोन से निगरानी की गई। एक हजार सुरक्षाकर्मी शहर में जगह-जगह तैनात किए गए। जो पूरे मार्ग में साथ चल रहे हैं। इससे पहले 700 सुरक्षाकर्मी तैनात रहते थे। रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) भी तैनात की गई है।

चारों तरफ रही पुलिस की नजर

एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि उज्जैन पुलिस द्वारा महाकाल सवारी की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे है। उज्जैन पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्रोन कैमरा का इस्तमाल कर कड़ी निगरानी रखी जा रही । पुलिस बल शहर के हर एरिया में तैनात है एवं सक्रियता से काम कर रहा है। एक्टिव पेट्रोलिंग जारी है। उज्जैन शहर की समस्त हाई राइस बिल्डिंग्स पर ड्रोन कैमरा से नजर रखी जा रही है। साथ ही साथ पुलिस बल को भी निगरानी एवं सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। यदि कोई भी व्यक्ति या आसामाजिक तत्व शहर में सुरक्षा व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था को भंग करते पाया जाता है तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

राजकीय शानो-शौकत के साथ निकली सवारी

सावन के चौथे सोमवार पर भगवान महाकाल की सवारी शान से निकली। बिना किसी विघ्न-बाधा के सवारी अपने प्राचीन स्वरूप में परंपरागत मार्ग से निकली। शाम चार बजे पूजन के बाद सवारी महाकाल मंदिर से प्रारंभ हुई और रामघाट पहुंची। वहां पूजन के बाद पालकी भजन-मंडलियों के साथ राजकीय शानो-शौकत से शाम 7 बजे बाद मंदिर लौटी। इस बार भगवान महाकाल चांदी की पालकी में उमा महेश के स्वरूप में भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। पहले सशस्त्र सुरक्षाबलों ने बंदूकों से सलामी दी। इसके बाद राजाधिराज बाबा महाकाल प्रजा का हाल जानने निकले। सुरक्षा की दृष्टि से इस बार ज्यादा सख्ती बरती गई। आवाहन अखाड़े के महामंडलेश्वर अतुलेशानंद, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, महापौर मुकेश टटवाल और भाजपा नेता माखन सिंह ने सवारी का पूजन किया। पूजन शासकीय पुजारी पं. घनश्याम शर्मा द्वारा संपन्न कराई गई। एसपी सचिन शर्मा, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और नगर निगम कमिश्नर रोशन सिंह तीनों घोड़े पर बैठकर सवारी के आगे चल रहे थे। बड़ी संख्या में श्रद्धालु सवारी में शामिल हुए है। जगह-जगह बाबा महाकाल का पूजन-अर्चन किया जा रहा है। बाबा महाकाल के स्वागत के लिए सवारी मार्ग पर जगह-जगह रंगोली बनाई गई है।

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